By Vidushi Gupta Last Updated:
फिल्म प्रोड्यूसर यश चोपड़ा ने साल 1981 में अपनी फिल्म ‘सिलसिला’ के जरिए एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को काफी अलग तरीके से दर्शाया था। हालांकि, फिल्म की स्टोरी के अलावा इसकी कास्टिंग ने भी उस दौरान खूब सुर्खियां बटोरी थीं। ऐसा इसलिए क्योंकि 70 के दशक के अंत में बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और एक्ट्रेस रेखा (Rekha) के लव अफेयर की खबर लगभग हर मैग्जीन के कवर पेज पर अपनी जगह बना चुकी थी। हालांकि, अमिताभ बच्चन फिल्म ‘अभिमान’ की को-स्टार जया भादुरी (Jaya Bhaduri) के साथ पहले ही शादी रचा चुके थे, लेकिन रेखा संग उनके रोमांस की चर्चाएं उस दौरान एक अलग ही कहानी बुन रही थीं।
फिल्म सिलसिला अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी और रेखा के लव ट्रायंगल पर आधारित फिल्म थी और डायरेक्टर के लिए ये फिल्म इन तीनों की रियल लाइफ को बड़े पर्दे पर लाने के बारे में थी। ‘सिलिसिला’ फिल्म करने का आइडिया यश चोपड़ा के मन में तब आया था, जब अमिताभ बच्चन की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पा रही थी। यश चोपड़ा ने पहले इस फिल्म के लिए परवीन बाबी और स्मिता पाटिल को लीड रोल में चुना था, लेकिन वो अमिताभ ही थे जिन्होंने डायरेक्टर से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था। शूट की शुरुआत के बाद, यश चोपड़ा कास्टिंग से संतुष्ट नहीं थे, क्योंकि वो चाहते थे कि, इस फिल्म को लंबे समय तक लोग याद रखें और उस कास्ट के साथ ये मुमकिन नहीं था। यश चोपड़ा ने एक बार ये भी कहा था कि, 'सिलसिला' फिल्म में भारतीय सिनेमा के इतिहास में काफी चैलेंजिंग कास्ट थी।
‘BBC’ को दिए थ्रोबैक इंटरव्यू में यश चोपड़ा ने उस टाइम के बारे में बताया था, जब उन्होंने अमिताभ बच्चन से कहा था कि, वो 'सिलसिला' में जया बच्चन और रेखा को कास्ट करना चाहते हैं। यश ने कहा था, “वो अमित जी ही थे, जिन्होंने मुझसे पूछा कि, क्या मैं फिल्म की कास्टिंग (स्मिता, परवीन और अमिताभ) से खुश हूं और क्या मुझे लगता है कि, ये आदर्श कास्टिंग है। मैंने उन्हें बताया कि, मैं उन्हें, जया जी और रेखा को कास्ट करना चाहता हूं। उन्होंने काफी समय तक चुप्पी साधे रखी और फिर मुझसे कहा कि, उन्हें इस फैसले से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्होंने मुझसे दोनों एक्ट्रेसेस को मनाने को कहा। मैं हमेशा टेंशन में रहता था और डरता था, क्योंकि रियल लाइफ को हम रील लाइफ में दिखाने वाले थे। मैंने उन दोनों (जया और रेखा) को बोला कि, कहीं कोई गड़बड़ी न हो।”
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि, रेखा इस फिल्म में काम करने के लिए क्यों मान गई थीं? इस फिल्म के पूरे नैरेशन के दौरान जया फिल्म में काम करने में इंट्रेस्टेड नहीं थीं, लेकिन एक क्लाइमेक्स सीन की वजह से उन्होंने इसके लिए ‘हां’ कहा था। इस फिल्म के आखिरी में हसबैंड अमित मल्होत्रा (अमिताभ बच्चन) चांदनी (रेखा) के साथ अपने एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर को छोड़कर वापस अपनी पत्नी शोभा मल्होत्रा (जया बच्चन) के पास आ जाते हैं।
अमिताभ बच्चन और रेखा की प्रेम कहानी फिल्म 'दो अंजाने' (1976) के सेट पर शुरू हुई थी, लेकिन उस समय एक्टर पहले से ही शादीशुदा थे। फिल्म 'गंगा की सौगंध' (1978) की शूटिंग के दौरान बिग बी ने एक को-स्टार के ऊपर कथित तौर पर अपना काफी गुस्सा निकाला था, और वो इसलिए क्योंकि वो रेखा के साथ बुरा व्यवहार कर रहा था। इसी के बाद से दोनों का अफेयर लाइमलाइट में आ गया था। इन अफवाहों को और बल तब मिला था, जब रेखा दिवंगत एक्टर ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी में मांग में सिंदूर लगाए पहुंच गई थीं। हालांकि, तीनों ने ही आज तक इस बारे में खुलकर बात नहीं की है।
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‘पीपल्स मैग्जीन’ को दिए एक इंटरव्यू में जया ने अपने हसबैंड के लिंकअप रूमर्स के बारे में बात की थी और कहा था, “अगर कोई होती, तो वो कहीं और होते ना? लोगों ने उन्हें ऑन-स्क्रीन कपल के रूप में पसंद किया और ये ठीक है।“
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फिलहाल, यश चोपड़ा के इस थ्रोबैक इंटरव्यू से साफ है कि, भले ही रेखा और अमिताभ ने कभी अपने रिश्ते को न स्वीकारा हो, लेकिन दोनों के बीच कुछ न कुछ जरूर था। तो प्रोड्यूसर के इस इंटरव्यू के बारे में आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।