वकालत छोड़कर एक्टर बने थे फारुख शेख, जानें इनकी निजी जिंदगी के बारे में

बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता फारुख शेख के पिता एक वकील थे। लेकिन अभिनेता अपने पिता के नक्शेकदम पर नहीं चले थे, जिसका कारण फारुख शेख ने एक इंटरव्यू में बताया था।

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By Kavita Gosainwal Last Updated:

वकालत छोड़कर एक्टर बने थे फारुख शेख, जानें इनकी निजी जिंदगी के बारे में

भारतीय फिल्मी जगत में कई ऐसे चेहरे हैं, जो अपनी दमदार एक्टिंग और शानदार काम के लिए जाने जाते हैं। लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक ऐसे अभिनेता भी आए थे, जो 'न्यू इंडिया सिनेमा' के नाम से जाने जाते हैं और आगे भी इसी नाम से याद किए जाएंगे। हम बात कर रहे हैं अभिनेता फारुख शेख ( Farooq Sheikh) की, जिन्होंने अपने करियर में कई दमदार अभिनेताओं और डायरेक्टर्स के साथ काम किया। लेकिन बहुत कम ही लोग इस बात को जानते हैं कि बॉलीवुड में आने से पहले फारुख शेख वकील हुआ करते थे। तो आज इस स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि कैसे फारुख शेख एक वकील से बॉलीवुड का जाना-माना चेहरा बन गए थे।

 Farooq Sheikh

पहले आप ये जान लीजिए कि, फारुख शेख ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1973 में अभिनेता बलराज साहनी की फिल्म ‘गरम हवा’ से की थी, लेकिन उन्हें असली पहचान फिल्म ‘बाजार’ से मिली थी, जिसमें वह एक्ट्रेस स्मिता पाटिल और एक्टर नसीरुद्दीन शाह के साथ नजर आए थे। इस फिल्म के बाद फारुख शेख के सितारे चमक उठे थे। उनके पास एक से बढ़कर एक फिल्मों की लाइन लग गई थीं। फैंस फारुख शेख और एक्ट्रेस दीप्ति नवल की जोड़ी को भी काफी पसंद करने लगे थे। दोनों एक साथ कई फिल्मों में नजर आए थे, जिमसें ‘साथ साथ’, ‘चश्मे बद्दूर’, ‘फासले’, ‘एक बार चले जाओ’ समेत कई फिल्मों का नाम शामिल है। (ये भी पढ़ें: आलिया भट्ट के दादा-दादी ने नहीं की थी शादी, जानें कैसी रही नानाभाई और शिरीन मोहम्मद अली की लाइफ)

dipti naval

फारुख शेख की एक्टिंग की खास बात ये थी कि वह सिर्फ जवानी के दिनों में ही नहीं बल्कि, अपने बुढ़ापे के दिनों में भी अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते थे। उन्होंने साल 2010 में फिल्म ‘लाहौर’ में अपनी शानदार एक्टिंग से हर किसी को हैरान कर दिया था। इस फिल्म में वह कोच एसके राव के किरदार में नजर आए थे। इतना ही नहीं, इस फिल्म में अपनी बेहतरीन एक्टिंग के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। इसके ठीक तीन साल बाद वह अयान मुखर्जी की हिट फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ में रणबीर कपूर के कैरेक्टर बनी के पिता के रूप में नजर आए थे। इस फिल्म में फारुख शेख का किरदार एक शानदार पिता का था, जो अपने बेटे को उसकी जिंदगी जीने देते थे। (ये भी पढ़ें: क्या पिता धर्मेंद्र की दूसरी शादी पर हेमा को पीटने वाले थे सनी देओल! प्रकाश कौर ने बताई थी सच्चाई)

ranbir kapoor

आइए अब आपको उनकी वकालत के बारे में बताते हैं। दरअसल, फारुक शेख का जन्म साल 1948 में गुजरात के एक जमींदार परिवार में हुआ था, उनकी मां फरीदा एक हाउस वाइफ थीं और पिता मुस्तफा शेख एक वकील थे। फारुख भी अपने पिता की तरह एक वकील बनना चाहते थे और वह बने भी थे, जिसके बारे में उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया था। उन्होंने बताया था कि उन्होंने बहुत छोटी उम्र में ही पिता के नक्शेकदम पर चलने का फैसला कर लिया था। इसी वजह से उन्होंने मुंबई के ‘सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ लॉ’ से कानून की पढ़ाई की। कॉलेज से पढ़ाई के दौरान ही, वह एक अच्छे वकील बन गए थे, लेकिन बहुत कम समय में उन्हें अपने पेशे की सच्चाई के बारे में पता चल गया था। उन्हें हकीकत पता चली कि ज्यादातर केस पुलिस स्टेशन में ही निपट जाते हैं। इसी वजह से उन्होंने कॉलेज के लास्ट ईयर में वकालत छोड़ने का फैसला लिया था और एक्टिंग में जाने का निर्णय किया। इसके बाद वह 'पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन' में गए थे। (ये भी पढ़ें: मधुबाला का इन 7 मर्दों के साथ रहा था अफेयर, लेकिन फिर भी अपनी मौत के वक्त अकेली थीं एक्ट्रेस)

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अपने एक इंटरव्यू में फारुख शेख ने अपने कॉलेज के दिनों का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि, ‘मेरे जीवन में कॉलेज के दिन सबसे अच्छे थे। मेरा एक बड़ा गैंग था। हम मिलकर कैंटीन में बैठते थे और वहां पर बातचीत करते थे। इतना ही नहीं, हम क्लास बंक भी करते थे। लेकिन हम पूरी लगन के साथ थिएटर भी करते थे। हम पढ़ाई में भी काफी अच्छे थे। हम हमेशा अच्छे ग्रेड से पास हुआ करते थे। इसलिए कभी किसी ने कोई शिकायत भी नहीं की थी।’ 

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फारुख शेख और एक्ट्रेस शबाना आजमी कॉलेज के दिनों से एक-दूसरे के जानते थे। दोनों ने मुंबई के 'सेंट जेवियर कॉलेज' से पढ़ाई की थी और कई प्ले में भी एक साथ काम किया था। इसी वजह से शबाना आजमी एक्टर फारुख शेख को काफी अच्छे से जानती थीं। 'हेडलाइंस टुडे' को दिए एक इंटरव्यू में शबाना आजमी ने अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कहा था कि, 'कॉलेज के दिनों में एक प्ले के दौरान फारुख और मैंने बेस्ट एक्टर व एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता था। उस दौरान हमें प्राइज मनी के तौर पर 50-50 रुपये मिले थे। फारुख को एक और प्ले के लिए 160 रुपये मिले थे। अपनी प्राइज मनी को लेकर, हम दोनों जुहू बीच पर घूमने निकल गए थे। उसने मुझे घर भी छोड़ा था।'

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फारुख शेख के पर्सनल जिंदगी की बात करें तो, शेख ने सेंट जेवियर्स से स्नातक होने के कुछ साल बाद अपने कॉलेज के जूनियर साथी रूपा से शादी की। उनकी दो बेटियां हैं, शाइस्ता और सना। उनकी छोटी बेटी सना एनजीओ यूनाइटेड वे मुंबई के साथ काम करती हैं।

फिलहाल, फारुख शेख आज हम लोगों के बीच में नहीं हैं, 28 दिसंबर 2013 को हार्ट अटैक की वजह से अभिनेता का निधन हो गया था। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट बॉक्स में बताएं और अगर आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं, तो जरूर दें।

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