By Pooja Shripal Last Updated:
शोबिज़ की दुनिया में दोस्ती जितनी गहरी होती है, उतनी ही नाजुक भी होती है। कुछ दोस्ती तो ऐसी रही हैं, जिनका अचानक और नाटकीय अंत हुआ है। इनमें अमिताभ बच्चन-शत्रुघ्न सिन्हा की दोस्ती और गोविंदा-डेविड धवन का रिश्ता शामिल है। एक ऐसी ही दोस्ती रही गुजरे जमाने के दो दिग्गज अदाकाराओं शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) और माला सिन्हा (Mala Sinha) की, जिनकी दोस्ती में खटास तब आ गई, जब वे 1968 की फिल्म 'हमसाया' की शूटिंग कर रही थीं।
दरअसल, फिल्म 'दाग' में काम करने से पांच साल पहले, 1968 में 'हमसाया' की शूटिंग के दौरान शर्मिला टैगोर और माला सिन्हा के बीच मतभेद हो गए थे। जॉय मुखर्जी द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दो मेन लीड एक्ट्रेसेस की जरूरत थी। हालांकि, शर्मिला और माला के लिए यह एक्सपीरियंस अच्छा नहीं था, जो शुरू से ही एक-दूसरे से अलग लग रही थीं। सबसे अच्छे डायलॉग्स और गाने किसे मिलेंगे, इस पर दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा होती थी।
कॉस्ट्यूम की तुलना और सेट पर दूसरी अभिनेत्री से जल्दी आने की जिद जैसे छोटे-मोटे मुद्दों ने पहले तनाव को बढ़ा दिया। निर्देशक जॉय मुखर्जी ने उन्हें अलग रखने की पूरी कोशिश की थी, खासकर तब जब एक महत्वपूर्ण टकराव के सीन को फिल्माया जा रहा था।
हालांकि, उनकी अंदरूनी दुश्मनी तब चरम पर पहुंच गई, जब माला सिन्हा, जो इंडस्ट्री में पहले से थीं, उन्होंने इस सीक्वेंस के दौरान कथित तौर पर शर्मिला टैगोर को थप्पड़ मार दिया था। इस तरह की स्थिति के बीच जॉय मुखर्जी इस सीन को कैसे पूरा करने में कामयाब रहे, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है। जब बाद में घटना के बारे में पूछताछ की गई, तो दोनों अभिनेत्रियों ने इस घटना से इनकार किया और कहा कि हो सकता है कि यह फिल्म के प्रमोशन के लिए बनाई गई एक मनगढ़ंत कहानी हो।
हालांकि, बाद में एक इंटरव्यू में माला सिन्हा ने थप्पड़ वाली कहानी को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था, "ऐसी अफवाहें महज फिल्म के लिए कुछ प्रचार करने की कोशिश थीं।" इसके अलावा, उन्होंने अपने एक सह-कलाकार विश्वजीत के साथ अपने किसी भी तरह के रिलेशन से भी इनकार किया था, जिनके साथ उन्होंने लगभग 20 फिल्मों में काम किया था।
वैसे, शर्मिला टैगोर और माला सिन्हा के बीच कोल्ड वॉर कोई अकेली घटना नहीं थी। वर्षों बाद, जब शर्मिला टैगोर और राखी ने यश चोपड़ा की 'दाग' में एक साथ काम किया, तो माहौल उतना ही तनावपूर्ण था। शांति बनाए रखने के लिए निर्देशक को दोनों अभिनेत्रियों को लगातार समझाना पड़ा। इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, फिल्म के लीड एक्टर राजेश खन्ना ने राखी और शर्मिला की लड़ाई की आग में घी डालने का काम किया था।
जबकि बॉलीवुड अक्सर पर्दे पर दोस्ती का चित्रण करता है, पर्दे के पीछे की वास्तविकताएं कहीं अधिक जटिल हो सकती हैं। शर्मिला टैगोर और माला सिन्हा का मामला दोस्ती और दुश्मनी की उस लंबी सीरीज का एक उदाहरण है, जो सुर्खियों में रही है। Mala Sinha Love Story: एक वक्त ऐसा भी आया जब अपने ही पति से करनी पड़ गईं तीन शादियां, पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
फिलहाल, माला और शर्मिला के इस पुराने किस्से पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।