By Rinki Tiwari Last Updated:
हिंदी सिनेमा के दिवंगत महान ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह (Jagjit Singh) को 'ग़ज़लों का राजा' कहा जाता है। म्यूजिक इंडस्ट्री के इतिहास में जगजीत सबसे महान गायकों में से एक थे। वह भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके गज़ल के दीवानों की कमी नहीं है। ‘तुमको देखा तो ख्याल आया’, ‘होठों से छूलो’, ‘तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो’, ‘झुकी झुकी सी नजर’ समेत कई गज़ल हैं, जो आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।
जगजीत सिंह जहां ‘गज़लों के राजा’ के नाम से मशहूर थे, वहीं उन्होंने 'गज़लों की रानी' चित्रा शोम (Chitra Shome) से शादी की थी। दोनों ने अपनी काबिलियत से म्यूजिक इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया था। उनके खूबसूरत गज़ल के चलते ही उन्हें राजा और रानी का दर्जा दिया गया। इस जोड़े के सुपरहिट गज़ल से तो सभी वाकिफ हैं, तो यहां हम आपको उनकी खूबसूरत प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।
(ये भी पढ़ें- Lata Mangeshkar Family: ये है लता मंगेशकर का पूरा परिवार, भाई-बहनें सभी हैं सिंगर)
1967 में जब जगजीत सिंह पहली बार चित्रा शोम से मिले थे, तो वे उनके व्यक्तित्व और सर्वोच्च गायन प्रतिभा से मुग्ध हो गए थे। हालांकि, उस समय चित्रा अपने पहले पति देबो प्रसाद दत्ता से अलगाव को लेकर परेशान थीं और किसी भी नए रिश्ते में आने के लिए तैयार नहीं थीं। चित्रा और देबो प्रसाद को एक बेटी मोनिका थी। देबो से अलग होने के बाद चित्रा अपनी बेटी के साथ रह रही थीं।
जगजीत को चित्रा से प्यार हो गया था। काफी सोचने के बाद आखिरकार उन्होंने चित्रा को प्रपोज करने का फैसला किया था, लेकिन ‘गज़ल की रानी’ ने तुरंत उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। चित्रा के मना करने से जगजीत को बुरा तो लगा था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी थी।
‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जगजीत सिंह ने चित्रा शोम के अलग हो चुके पति देबो प्रसाद दत्ता से मंजूरी लेने का फैसला किया था। जगजीत ने एक दिलचस्प लाइन के साथ शादी के लिए देबो से चित्रा का हाथ मांगा था। उन्होंने कहा था, “मैं आपकी पत्नी से शादी करना चाहता हूं।”
इसके बाद आखिरकार 1969 में जगजीत सिंह और चित्रा शोम शादी के बंधन में बंध गए थे। शादी के कुछ समय बाद कपल ने अपने घर में एक बेटे का स्वागत किया था, जिसका नाम विवेक सिंह था। ‘फिल्मफेयर’ के साथ एक इंटरव्यू में चित्रा सिंह ने अपने पति जगजीत सिंह के साथ अपनी प्रेम कहानी के बारे में बात की थी। उन्होंने बताया था कि, वह 1967 में एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो में जगजीत से मिली थीं।
गायिका ने कहा था, “मैंने संगीत निर्देशक से कहा कि, उनकी (जगजीत) आवाज़ बहुत भारी है और मैं उनके साथ कपल गीत नहीं गा पाऊंगी। मैं उनसे एक संगीत निर्देशक की रिकॉर्डिंग के दौरान मिली थी, जो विभिन्न गायकों के साथ एक संग्रह संकलित करना चाहते थे। जगजीत जी की मेरी पहली याद यह थी कि, जैसे ही मैंने दरवाजा खोला, उन्होंने अपना हाथ उस पर टिका दिया।”
(ये भी पढ़ें- 'Shark Tank India' के जज अनुपम मित्तल और एक्ट्रेस आंचल कुमार की लव स्टोरी: ऐसे हुई थी पहली मुलाकात)
गायिका ने अपने इंटरव्यू में आगे बताया था कि, वह और जगजीत एक-दूसरे को यूनिक निक-नेम से बुलाते थे। उन्होंने कहा था, “वह मुझे मम्मी बुलाते थे और मैं उन्हें पापा बुलाती थीं। जब बाबू (कपल के दिवंगत बेटे विवेक) जिंदा थे, तब मैं कहती थी ‘जाओ पापा को बुलाओ’। यहीं से मैंने उन्हें पापा बुलाना शुरू किया था।”
जानकारी के लिए बता दें कि, जगजीत और चित्रा अपनी जिंदगी खुशहाल तरीके से बिता रहे थे कि, साल 1990 में एक घटना ने उनकी जिंदगी बदल दी थी। 27 जुलाई 1990 को एक कार एक्सीडेंट में जगजीत और चित्रा ने अपने 18 साल के बेटे विवेक को हमेशा के लिए खो दिया था। इस दुख से वे उभरे ही थे कि, 29 मई 2009 को उनकी बेटी मोनिका ने अपनी फेल हुई शादी की वजह से आत्महत्या कर ली थी। इस दर्द ने उन्हें अंदर से झकझोर दिया था। साल 2011 में जगजीत का ब्रेन हेमरेज की वजह से निधन हो गया था और तब से चित्रा अपने बच्चों और पति की याद के सहारे अपनी जिंदगी बिता रही हैं।
(ये भी पढ़ें- मौनी रॉय के अफेयर्स: मोहित रैना से पुलकित सम्राट तक, इन सितारों संग जुड़ चुका है एक्ट्रेस का नाम)
फिलहाल, जगजीत सिंह और चित्रा सिंह की लव स्टोरी वाकई काफी खूबसूरत है और जिस तरह दोनों ने हर मुश्किल घड़ी में एक-दूसरे का साथ दिया था, वह प्रेरणादायक है। वैसे, आपको उनकी प्रेम कहानी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।