जब Shweta Bachchan बेटे Agastya के 'टॉक्सिसिटी' और 'शिष्टता' पर साझा किए गए विचार से दिखीं हैरान

हाल ही में, हमें नव्या नवेली नंदा के पॉडकास्ट से एक वीडियो मिला, जिसमें उनके भाई अगस्त्य नंदा शिष्टता और टॉक्सिसिटी पर बात करते नजर आ रहे हैं। आइए आपको दिखाते हैं।

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By Pooja Shripal Last Updated:

जब Shweta Bachchan बेटे Agastya के 'टॉक्सिसिटी' और 'शिष्टता' पर साझा किए गए विचार से दिखीं हैरान

दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन किसी न किसी वजह से अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। उनके दो बच्चे नव्या नवेली नंदा और अगस्त्य नंदा (Agastya Nanda) हैं। अगस्त्य जहां अपने नाना और मामा की तरह एक्टिंग की दुनिया में अपने कदम रख चुके हैं, वहीं नव्या अपने पॉडकास्ट 'व्हाट द हेल नव्या' के लिए जानी जाती हैं।

जब अगस्त्य ने 'टॉक्सिक मर्दानगी' पर की चर्चा

अगस्त्य नंदा अपनी बहन नव्या नवेली नंदा के पॉडकास्ट 'व्हाट द हेल नव्या!' के एक एपिसोड में दिखाई दिए थे, जहां वे अपनी मां श्वेता बच्चन और नानी जया बच्चन के साथ शामिल हुए थे। टॉक्सिक मर्दानगी की अवधारणा पर चर्चा करते हुए, नव्या ने कहा था कि उनका भाई उनसे ज्यादा संवेदनशील है और वह रोने से नहीं डरता। फिर उन्होंने अगस्त्य से पूछा था, “खासकर नारीवाद के बाद अब महिलाएं अधिक सशक्त महसूस कर रही हैं, बहुत सी चीजें वे स्वतंत्र रूप से करना चाहती हैं। उदाहरण के लिए, आज अगर आप किसी लड़की को डेट पर ले जाते हैं और पैसे देने की पेशकश करते हैं, तो कुछ लोग इससे नाराज़ हो जाते हैं।” 

Agastya Nanda

अगस्त्य नंदा ने शिष्टता और टॉक्सिसिटी के बीच अंतर बताते हुए कहा था कि अगर कोई पुरुष महिलाओं के प्रति विनम्रता और दयालुता दिखाता है, तो वे कभी गलत नहीं हो सकते। उन्हें यह कहते हुए सुना गया था, “शिष्टता और टॉक्सिसिटी के बीच अंतर है। जब तक आप इसे विनम्र तरीके से कर रहे हैं और यह नहीं दिखा रहे हैं कि 'मैं पुरुष हूं', तब तक आप गलत नहीं हो सकते, यह मेरी राय है।” 

Agastya Nanda

अगस्त्य नंदा ने आगे कहा था कि एक पुरुष को श्रेष्ठता के बजाय दयालुता दिखानी चाहिए। इसके बाद, नव्या ने उनसे पूछा था कि क्या उन्हें कभी ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा है, जब एक महिला ने उनके शिष्टतापूर्ण कार्य को अस्वीकार कर दिया, क्योंकि वह खुद उस कार्य को करना चाहती थी। अगस्त्य ने एक उदाहरण दिया और कहा कि एक पुरुष को एक महिला को श्रेष्ठता का भाव दिखाने के बजाय दयालुता दिखानी चाहिए। 

Agastya Nanda

उन्होंने कहा था, “अगर आप किसी लड़की के लिए दरवाज़ा खोल रहे हैं, तो ऐसा न करें कि ‘मैं ही दरवाज़ा खोलूंगा’, बल्कि आप ऐसा दिखाए कि आप ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि आप उनकी मदद करना चाहते हैं। अगर आप कहने जा रहे हैं, ‘मैं इस खाने के लिए बिल देना चाहूंगा', तो इसे कुछ दयालुता के रूप में देखा जाता है, न कि ‘ओह मैं प्रोवाइडर हूं, इसलिए मैं बिल दूंगा।’ यह सब आपके इरादे पर है।” अगस्त्य की मैच्योरिटी भरी बातों को सुनकर उनकी मां श्वेता बच्चन काफी हैरान दिखी थीं।

SHWETA BACHCHAN

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'मर्दानगी' के बारे में अगस्त्य नंदा के विचार की नेटिजंस ने की सराहना

'रेडिट' पर वीडियो साझा किए जाने के तुरंत बाद, कई नेटिजंस ने इस पर अपने विचार रखने शुरू कर दिए। उन्होंने मर्दानगी की अवधारणा पर अगस्त्य की राय पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और उनकी सराहना की। एक यूजर ने लिखा, "मैं हैरान हूं कि उनकी बातों से उनकी मां भी कितनी हैरान हैं। इससे पता चलता है कि परिवार के लोग उनसे कितने बेखबर हैं। वह न केवल स्पष्ट सोच वाले हैं, बल्कि अपने विचारों को शानदार ढंग से व्यक्त करने में भी सक्षम है।"

SHWETA BACHCHAN

SHETA BACHCHAN

फिलहाल, अगस्त्य के विचार के बारे में आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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