By Shivakant Shukla Last Updated:
Shoe brand founder Ganesh Balakrishnan Success Story: बिजनेस रियलिटी शो 'शार्क टैंक इंडिया 2' अपने पहले ही एपिसोड से ही चर्चा में बना हुआ है। शो के हालिया इमोशनल एपिसोड के बाद जहां कैजुअल फुटवियर लाइन 'फ्लैटहेड्स' के संस्थापक गणेश बालाकृष्णन (Ganesh Balakrishnan) ने अपने शू ब्रांड के बारे में बात की कि कैसे ब्रांड ने 48 घंटों के भीतर बिकी हुई इन्वेंट्री देखी, संस्थापक ने अपनी कहानी साझा की और उन सभी का आभार भी व्यक्त किया, जिन्होंने इसे संभव बनाया। जैसा कि वह घाटे के कारण अपने चल रहे बिजनेस को बंद करने और फिर से शुरू करने की योजना बना रहे थे। खैर, अब गणेश की पत्नी अनुराधा पसुपति (Anuradha Pasupathy) ने सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की है और यहां तक कहा है कि 'मैं कमाती हूं, वो उड़ाता है।'
दरअसल, अनुराधा ने अपने 'लिंक्डइन' अकाउंट पर एक लंबी पोस्ट साझा की है। उनकी पोस्ट इस बात की जानकारी देती है कि कैसे वह मजबूती के साथ खड़ी रहीं, अपने काम में कड़ी मेहनत की और उम्मीद को बनाए रखा, ताकि उनके पति अपने सपने का पीछा कर सकें। अनुराधा बताती हैं कि यह उनकी कहानी का उनका पार्ट है। वह बताती हैं कि जब गणेश ने बिजनेस शुरू करने के लिए अपनी सुरक्षित कॉर्पोरेट जॉब छोड़ी, तो वह कितनी परेशान और चिंतित थीं। एक पारंपरिक बैकग्राउंड से आते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत में "एंटरप्रेन्योरशिप की कठोरता" से निपटना संभव है।
उन्होंने लिखा है, "मैं कमाती हूं, वो उड़ाता है'- मैं गणेश बालाकृष्णन की पत्नी हूं और यह उनकी कहानी का मेरा पक्ष है। जब गणेश ने अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ने और अपने दम पर बिजनेस शुरू करने का फैसला किया, तो मुझे इस बारे में अपनी आशंका थी कि कैसे यह काम करेगा।" भारत में स्टार्टअप करना बहुत मुश्किल है, इसके लिए बहुत मजबूत, लचीले दिमाग की जरूरत होती है। एक बहुत ही पारंपरिक परिवार से आने के कारण, क्या वह एंटरप्रेन्योरशिप की कठोरता से निपट पाएंगे? वहां बहुत सारे भेड़िये हैं, क्या एक ईमानदार मेमना होना वास्तव में काम करेगा? लेकिन इन तमाम शंकाओं के बावजूद मुझे अब भी उन पर विश्वास था। वह एक फाइटर हैं, जो ब्रह्मांड में सेंध लगाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। यह विश्वास धीरे-धीरे मजबूत होने लगा, जब उनकी पिछली कंपनियों ने वृद्धि देखी और बाद में जब उन्होंने एक जूते का ब्रांड शुरू किया। मैं वास्तव में उनके शू ब्रांड की यूएसपी से प्रभावित थी, नेचुरल मैटीरियल के साथ अल्ट्रा-लाइटवेट और हवादार जूते। लॉकडाउन हम सभी के अस्तित्व के लिए एक बड़ा झटका था, मुझे डर था कि मेरी कंपनी छंटनी शुरू कर सकती है और हम बिना इनकम के रह जाएंगे। शुक्र है ऐसा नहीं हुआ।"
आगे उन्होंने लिखा है, "जब मैं गणेश और उत्कर्ष को इन्वेस्टर्स को पिच करते हुए सुनती थी और एक के बाद एक रिजेक्शन सुनती थी, तो मुझे बहुत दुख होता था। मैंने एक परिवार के रूप में एक साथ बिताए थोड़े से समय में कुछ पॉजिटिविटी लाने के लिए अपने लेवल पर पूरी कोशिश की। कंपनी के आखिरी चरण में जब हमने इसको बंद करने का फैसला किया, तो वह बहुत दर्दनाक था। हम गोदाम से जूते घर ले आए और मैं अपने बेडरूम में हमारे रास्ते को रोकने वाले डिब्बों को घूरती थी। "हमें और कितना सहन करने की आवश्यकता होती है? इस पूरी यात्रा के दौरान बैंगलोर में एक टेक्निकल एक्सपर्ट के रूप में मैं एक अच्छी सैलरी वाली नौकरी चुन सकती थी या अंतरराष्ट्रीय करियर का विकल्प भी तलाश सकती थी, लेकिन मैंने महत्वाकांक्षा के ऊपर स्थिरता को चुना। यह एक विकल्प था, जिसे मैंने परिवार की देखभाल के लिए बनाया, क्योंकि गणेश ने अपने सपने का पीछा किया। जब हमने 'शार्क टैंक' का एपिसोड देखा, तो मैं रोई नहीं, क्योंकि इन सभी कठिनाइयों ने मुझे केवल मजबूत और अधिक दृढ़ बना दिया है और मुझे पता है कि यह सिर्फ एक और तूफान है, जिसे हम बाधाओं के बावजूद पार कर सकते हैं। जो है सामने रखो!"
खैर, शू ब्रांड के बारे में कहानी का यह उनका पक्ष रहा है और 'शार्क टैंक इंडिया सीज़न 2' एपिसोड के बाद अब उन्होंने रातों-रात सफलता देखी है। जब 'Shark Tank India 2' में अनुपम मित्तल ने नमिता थापर को घर की बात घर में करने की दी सलाह। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
गणेश बालाकृष्णन की पर्सनल लाइफ की बात करें, तो उन्होंने अनुराधा पसुपति से शादी की है, जिन्होंने हर सुख-दुख में उनका साथ दिया। कपल को एक प्यारी सी बेटी भी है। मौजूदा समय में सभी अपनी हैप्पी लाइफ को एंजॉय कर रहे हैं।
फिलहाल, गणेश बालाकृष्णन की स्ट्रग्लिंग लाइफ पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट में जरूर बताएं।