By Pooja Shripal Last Updated:
बिजनेस रियलिटी शो 'शार्क टैंक इंडिया' (Shark Tank India 3) का इस समय तीसरा सीजन टेलीकास्ट किया जा रहा है, जो अपने पहले सीजन से ही यूनिक कॉन्सेप्ट की वजह से दर्शकों के जेहन में बसा हुआ है। शो में अलग-अलग एंटरप्रेन्योर्स अपने ब्रांड या बिजनेस के लिए इन्वेस्टमेंट हासिल करते हैं। हाल ही में, शो में सस्टेनेबल फैशन ब्रांड 'व्हाय सो ब्लू' की ऑनर जो एक मां और बेटी हैं, उन्हें 'शार्क टैंक इंडिया 3' के हालिया एपिसोड में देखा गया। हालांकि, इस ब्रांड के लिए शार्क्स विनीता सिंह और राधिका गुप्ता एक-दूसरे से असहमत दिखीं।
दरअसल, शो में ब्रांड की ऑनर्स मां-बेटी ने अपने फैशन लेबल के बारे में जानकारी देनी शुरू की और कारीगरों को समर्थन देने व पारंपरिक हस्तशिल्प के काम को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड की प्रतिबद्धता के बारे में बताया। हालांकि, उनके प्रोडक्ट पर राधिका गुप्ता और विनीता सिंह की राय अलग-अलग थी, जो जल्द ही तीखी बहस में बदल गई।
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विनीता सिंह ने उनके को-ऑर्ड कलेक्शन की तारीफ की और ब्रांड के इतिहास का बचाव किया, जबकि राधिका गुप्ता ने इसकी कीमत के बारे में थोड़ा संदेह व्यक्त किया। उन्होंने उनकी तुलना 'मिंत्रा' और 'अमेज़ॉन' जैसे प्लेटफार्मों पर उपलब्ध को-ऑर्ड सेटों से की, जो काफी सस्ते थे।
इस बारे में बात करते हुए विनीता और राधिका के बीच असहमति पैदा हो गई, क्योंकि राधिका ने कलेक्शन को केवल लाउंजवियर के लिए परफेक्ट माना, जबकि विनीता ने इसे बाहर पहनकर जाने के लिए भी परफेक्ट बताया। राधिका ने कहा, “यह एक अच्छा लाउंज वियर है। कुछ ऐसा जो मैं घर पर पहनूंगी।” इसके बाद विनीता तुरंत एंटरप्रेन्योर्स के समर्थन में आ गईं और बोलीं, ''यह तो बाहर पहनने वाला है। आपको फैशन पसंद है या नहीं, यह एक अलग कहानी है।" हालांकि, जब अमन गुप्ता ने विनीता से पूछा कि क्या वह ये कपड़े बाहर पहनेंगी, तो उन्होंने मना कर दिया और कहा कि एथनिक प्रिंट उनका स्टाइल नहीं है।
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हालांकि, शुरुआती दिलचस्पी के बावजूद सभी शार्क्स ने तुरंत ब्रांड से अपना निवेश वापस ले लिया। अमन गुप्ता ने उनके ब्रांड के फैशन को समझने में असमर्थता व्यक्त की और कहा, “मैं इस फैशन को नहीं समझ सकता। तुम मेरे साथ काम नहीं कर पाओगे। अपनी लाइफ आसान रखनी चाहिए। मैं बाहर हूं।" हालांकि, पीयूष बंसल ने लेबल के इंस्टाग्राम मार्केटिंग स्किल्स की तारीफ की, लेकिन स्केलेबिलिटी चिंताओं के कारण उन्होंने भी निवेश से खुद को बाहर रखा। वहीं, विनीता सिंह ने सपोर्ट करने के बावजूद निवेश नहीं किया और स्केलेबिलिटी मुद्दों व मूल्य निर्धारण संबंधी चिंताओं को कारण बताया।
हालांकि, रितेश अग्रवाल ने इस ब्रांड में एक आशा देखी और एंटरप्रेन्योर्स पर अपना भरोसा जताया। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा उद्यमी पर विश्वास करता हूं और बाजार खुद ही बन जाता है। यही कारण है कि मैं आपको एक डील दूंगा।" रितेश के प्रस्ताव को पिचर्स ने भी खुशी-खुशी एक्सेप्ट कर लिया।
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फिलहाल, कलेक्शन को लेकर विनीता और राधिका के बीच हुए इस मतभेद पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।