By Kanika Singh Last Updated:
70 के दशक की मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी (Shabana Azmi) ने कई फिल्में की हैं, जिनमें उनका किरदार हमेशा याद किया जाने वाला रहा है। शबाना के पिता कैफी आजमी भी अपने समय के प्रसिद्ध कवि थे। हाल ही में, एक इंटरव्यू के दौरान शबाना ने अपने पिता कैफी आजमी और मां शौकत आजमी की प्रेम कहानी व रोमांटिक मिजाज के बारे में बात की है। आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।
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वो कहते हैं ना कि, एक पिता अपनी बेटी का पहला नायक होता है। वह अपने पिता की नजरों से जीवन का चरित्र देखना शुरू कर देती है। शबाना आज़मी ने भी बहुत जल्द ही अपने कवि पिता के लेंस के माध्यम से दुनिया को देखना सीख लिया था। कैफ़ी आज़मी ऐसे कवि नहीं थे, जो जीवन की फ्लोरोसेंट छवियों का निर्माण करते थे। उन्होंने अपनी लिखावट के जरिए शबाना को गुलाबों से उतना ही मिलवाया, जितना कि बालियों से। कैफ़ी एक सच्चे नारीवादी थे, जिसकी झलक उनकी कविताओं में साफ-साफ दिखाई देती थी।
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हाल ही में, 'ई-टाइम्स' को दिए गए इंटरव्यू में शबाना आज़मी ने अपने प्रिय पिता व महान कवि कैफ़ी आज़मी के बारे में बात की, जिन्होंने अपने जीवन के आखिरी दिन अपने प्यारे गांव 'मिजवान' की सेवा में बिताए थे और फिर हंसते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। यह पूछे जाने पर कि, 'क्या कैफ़ी आज़मी हमेशा से रोमांटिक थे और शौकत के साथ उनके रिश्ते के किस पहलू ने आपको प्यार में विश्वास दिलाया?' इस पर शबाना ने कहा, "मेरी मां एक रोमांटिक महिला थीं और उन कहानियों से भरी हुई थीं कि, कैसे कैफ़ी ने उन्हें अपने स्वप्निल रूप और सुंदर कविता से आकर्षित किया था। लेकिन बाद के वर्षों में यह उनकी मजबूत कॉमरेडशिप थी, जिसने मुझे एहसास कराया कि, प्यार वही रहता है, जब रोमांस का पहला प्रवाह फीका पड़ जाता है। मुझे विश्वास नहीं होता कि, मैं रोमांटिक हूं। लेकिन शादी के 37 साल बाद भी मुझे जावेद जी (शबाना के पति) से बहुत प्यार है।"
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उसी इंटरव्यू में ये पूछे जाने पर कि, 'कैफ़ी के गीत जैसे 'कुछ दिल ने कहा', 'बेताब दिल की तमन्ना यही है' महिला मानस की उनकी संवेदनशील समझ को दर्शाते हैं। इस पर आप क्या कहेंगी?' इस पर शबाना ने कहा, "उनके काम के बारे में जो बात मुझे आकर्षित करती है, वह सहजता है, जिसके साथ उन्होंने कभी भी अपनी गरिमा से समझौता नहीं करते हुए नाजुक रोमांटिक गीत लिखे और अपनी क्रांतिकारी कविताओं की तीव्रता और जोश को बरकरार रखा। यहां तक कि, 'वक्त ने किया क्या हसीन सीतम' और 'कोई ये कैसे बताए कि वो तन्हा क्यों है' जैसे गानों में भी, यह शब्दों की सादगी और भावनाओं की तीव्रता और तड़प थी, जो अलग से दिखाई दी।"
फिलहाल, कैफी और शौकत आजमी के खास रिश्ते के बारे में जानकर हमें बेहद खुशी हुई। तो आपकी इस बारे में क्या राय है? हमें कमेंट में अवश्य बताएं।