By Rinki Tiwari Last Updated:
माता-पिता का अलग होना या उनके बीच रोज़ाना झगड़े होना, न केवल उनके रिश्ते को खत्म करता है, बल्कि इसका सबसे बुरा प्रभाव उनके बच्चों पर पड़ता है। मनोरंजन जगत में ऐसे कई स्टार कपल्स रहे हैं, जिनके अपने पार्टनर्स के साथ संबंध खराब होते गए और आखिर में वे अलग हो गए। इनमें से एक अभिनेता सैफ अली खान (Saif Ali Khan) और अभिनेत्री अमृता सिंह (Amrita Singh) भी हैं। हाल ही में, सारा अली खान (Sara Ali Khan) ने अपने माता-पिता के अलग होने और उनके बारे में वो क्या सोचती थीं, इसको लेकर उन्होंने खुलकर एक इंटरव्यू में बात की है। आइए आपको बताते हैं इस बारे में।
पहले ये जान लीजिए कि, सैफ अली खान ने अपने से 13 साल बड़ी एक्ट्रेस अमृता सिंह से साल 1991 में परिवार के खिलाफ जाकर शादी की थी। इसके बाद साल 1995 में कपल ने अपने घर में बेटी सारा अली खान का स्वागत किया था। सारा के जन्म के 5 साल बाद यानी 2001 में सैफ और अमृता बेटे इब्राहिम अली खान के पेरेंट्स बने। दोनों अपनी शादीशुदा जिंदगी अच्छे से बिता रहे थे, लेकिन तभी दोनों के बीच कड़वाहट पनपने लगी और नतीजतन साल 2004 में ये कपल हमेशा के लिए अलग हो गया। तलाक के बाद सारा और इब्राहिम अपनी मां अमृता के साथ रहने लगे थे।
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अब आपको सारा के लेटेस्ट इंटरव्यू के बारे में बताते हैं। दरअसल, ‘केदारनाथ’ की एक्ट्रेस सारा अली खान ने हाल ही में ‘हार्पर्स बाजार इंडिया’ को एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने अपने अब्बू सैफ और मां अमृता के अलग होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही ये भी बताया है कि, वो अपने माता-पिता के अलग होने को लेकर क्या फील करती थीं। सारा ने बताया कि, वो अपने माता-पिता को ‘निगेटिव लोग’ समझती थीं। उन्हें लगता था कि, उनके पिता उनकी मां को लेकर गलत शब्द इस्तेमाल करते थे, जबकि उनकी मां अमृता पोर्न साइट चलाती थीं।
सारा अली खान ने कहा, “मुझे याद है कि, 'ओमकारा' (2006) और 'कलयुग' (2005) देखने के बाद मैं वास्तव में काफी परेशान थी। मैं सोचती थी कि, मेरे माता-पिता बहुत नकारात्मक लोग हैं। मैं उस वक्त बहुत छोटी थी और मुझे लगता था कि, मेरे पिता खराब भाषा का इस्तेमाल करते हैं और मेरी मां एक अश्लील साइट चलाती हैं। ये फनी नहीं था। और चौंकाने वाली बात ये थी कि, वे दोनों एक ही साल में 'नकारात्मक भूमिका’ में ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेता' के लिए नामांकित हुए थे। तब मैं स्तब्ध थी और सोच रही थी कि, ये क्या है?”
जानकारी के लिए बता दें कि, साल 2006 में सैफ अली खान ने फिल्म ‘ओमकारा’ में काम किया था। इसमें उन्होंने ‘लंगड़ा त्यागी’ के रूप में निगेटिव किरदार निभाया था। वहीं, फिल्म ‘कलयुग’ में अमृता सिंह ने ‘सिमी रॉय’ के रूप में निगेटिव रोल प्ले किया था।
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सारा अली खान ने इसी इंटरव्यू में बताया कि, उनके माता-पिता अलग होकर इतने खुश थे, जितना वे पहले कभी नहीं हुए। एक्ट्रेस ने कहा, “मेरी उम्र के लोगों की तुलना में मेरे अंदर थोड़ी तेजी से परिपक्व होने की प्रवृत्ति रही है, और 9 साल की उम्र में भी मुझे लगता है कि, मेरे पास यह देखने की परिपक्वता थी कि, हमारे घर में एक साथ रहने वाले ये दोनों (सैफ-अमृता) लोग खुश नहीं थे।”
अपनी बात जारी रखते हुए सारा ने बताया कि, सैफ संग रहने के 10 साल में उन्होंने अमृता के चेहरे पर वो स्माइल नहीं देखी थी, जो उनके अलग होने पर देखी थी। ‘कुली नंबर 1’ की एक्ट्रेस ने कहा, “जब वे दोनों अलग होने के बाद नए घर में अलग-अलग रहने गए, तो वे वाकई बहुत खुश थे। उदाहरण के लिए, मेरी मां, जो मुझे नहीं लगता कि, 10 साल में हंसी थीं, अचानक खुश, सुंदर और उत्साहित थीं, जैसी वह बनने की हकदार थीं। अगर दो खुशहाल घरों में मेरे दो खुश माता-पिता हैं, तो मैं दुखी क्यों होऊंगी?”
सारा ने कहा, “वे दोनों आज असीम रूप से खुश हैं और बहुत अधिक सकारात्मक स्थान पर हैं। मैं अपनी मां को हंसते हुए, मजाक करते हुए और झल्ली के रूप में देखती हूं, जो कि कुछ ऐसा है, जिसे मैंने कई सालों तक याद किया। उन्हें फिर से इस तरह देखना एक खुशी की बात है।”
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फिलहाल, सारा अली खान वाकई काफी मैच्योर हैं और वो अपने माता-पिता को बस एक हैप्पी स्पेस में देखना चाहती हैं। तो उनके इस इंटरव्यू के बारे में आपकी क्या राय है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।