By Shashwat Mishra Last Updated:
सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) को गुजरे भले 8 साल से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन वो अभी भी पूरे देश के दिल और दिमाग पर छाए रहते हैं। तीन साल के अंदर लगातार 17 हिट फिल्में देने वाले एक्टर राजेश खन्ना की फिल्मों को लोग आज भी पसंद करते हैं। इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार के लिए फैंस का जुनून इस कदर था कि वो राजेश खन्ना के फिल्मों में निभाए गए किरदार को सच मानते थे और उनके स्टाइल व डायलॉग्स को खुद पर ढालते थे। राजेश खन्ना को लोग 'काका' कहकर भी पुकारते थे। अभिनेता राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसम्बर 1942 को अमृतसर में हुआ था। उन्होंने अपने करियर में 'आराधना', 'इत्तेफ़ाक', 'दो रास्ते', 'बंधन', 'डोली', 'सफर', 'खामोशी', 'कटी पतंग', 'आन मिलो सजना', 'ट्रैन', 'आनन्द', 'सच्चा-झूठा', 'दुश्मन', 'महबूब की मेंहदी', 'हाथी मेरे साथी', 'अंदाज' और 'मर्यादा' जैसी सुपरहिट फिल्में देकर खूब नाम व शोहरत बटोरीं थीं। मगर आज हम एक्टर राजेश खन्ना के बारे में बात नहीं करेंगे, बल्कि आपको ये बताएंगे कि उनके और उनकी बेटी ट्विंकल खन्ना (Twinkle Khanna) के बीच रिश्ते कैसे थे।
एक्ट्रेस व राइटर ट्विंकल खन्ना ने एक बार फादर्स डे के मौके पर 'रेडिट.कॉम' के लिए लिखे गए ब्लॉग में अपने व पिता राजेश खन्ना के रिश्तों के बारे में लिखा था। उन्होंने लिखा था कि “मुझे यह कभी नहीं बताया गया था कि मेरे पिता को पहली संतान के रूप में एक लड़का चाहिए था। मुझे कुल मिलाकर इतना ही पता है, जितना उन्होंने मेरी मां से बताया था कि जब मैंने उनके 31वें जन्मदिन पर दुनिया में अपना पहला कदम रखा, तो वह उनके लिए सबसे पसंदीदा तोहफा था, जो मेरी मां द्वारा दिया गया अब तक का उनके लिए सबसे यादगार उपहार था।'' (इसे भी पढ़ें: दिलीप कुमार इस शर्त पर हुए थे मधुबाला से अलग, दोनों की प्रेम कहानी का हुआ था दुखद अंत)
''उन्होंने कभी मुझे बेबी कहकर नहीं पुकारा, वह हमेशा मुझे टीना बाबा कहते थे। हालांकि, मुझे उस समय यह एहसास नहीं हुआ था कि मेरी परवरिश मेरे आसपास की बाकी सभी लड़कियों से अलग हो रही थी। बाकी जवान लड़कियों की तरह मेरे आसपास कोई रोकटोक वाला माहौल नहीं था।''
एक्ट्रेस ने लिखा था, ''हमारी गर्मियां तो हमेशा कश्मीर में ही बीतती थी, मगर मुझे याद नहीं कि हमने सर्दियों में क्या किया था, लेकिन मुझे हमारे जन्मदिन याद हैं। मैं सीढ़ियों पर बैठ जाती थी, दिसंबर की हवा कभी-कभी एक स्वेटर पहनने के लिए पर्याप्त शांत होती है, जब मैं छोटी थी तब बर्थडे वाले दिन ट्रक से लदे फूल आते थे। ये फूल पापा के लिए आते थे, मगर मुझे ये कह कर मनाया जाता था कि ये मेरे लिए आए हैं।'' (इसे भी पढ़ें: फिरोज खान की लव लाइफ: शादी-बच्चे होने के बाद एक एयर होस्टेस पर आ गया था एक्टर का दिल, ऐसी है स्टोरी)
ट्विंकल ने अपने पिता की डेथ के बाद लिखे गए इस ब्लॉग में यह भी लिखा था कि ''मुझे यह उनके चले जाने के बाद पता चला, जब उनके दोस्तों ने मुझे बताया कि वे उनको मेरी लिखी हुई कविताएं दिखाया करते थे। वह उनसे कहते थे कि मेरी लड़की एक दिन ज़रूर लेखिका बनेगी। वह कहते थे कि मैं उनका फेवरेट लड़का हूं।'' (ये भी पढ़ें: 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' फेम दिशा वकानी की लव स्टोरीः मयूर पांड्या पर ऐसे आया था एक्ट्रेस का दिल)
ट्विंकल ने अपने ब्लॉग में लिखा था कि उनके घर में अन्य लड़कियों के घरों की तरह पाबंदियां नहीं थीं। जवान होने के समय जो पाबंदियां लगाई जाती हैं वो भी नहीं थीं। ट्विंकल ने अपने और पिता के रिश्तों के बारे में ये भी लिखा था कि ''हमारे घर में कुछ भी छिपाया नहीं जाता था। बता दिया जाता था, ऐसे या किसी और तरीके से। वे पापा ही थे जिन्होंने मुझे अल्कोहल की पहली सिप दी थी। स्कॉच ऑन द रॉक्स का वो ग्लास मेरे हाथों के लिए बहुत भारी था।''
ट्विंकल ने लिखा था कि उनके पिता दोनों बहनों को गुड नाइट बोलने जरूर आते थे और हमसे हमेशा हमारे बराबर की बातें करते थे। ट्विंकल ने लिखा था, ''दोनों बहनों को गुड नाइट बोलने पापा जरूर आते थे। ये एक तरह से परम्परा सी बन गई थी। मेरे पिता घर के काम में मदद नहीं करते थे ना ही मेरा लंच बॉक्स पैक करते थे। हालांकि, अन्य पेरेंट्स के मुकाबले वे हमेशा हमसे बराबर वालों की तरह बात करते थे।''
ट्विंकल ने अपने ब्लॉग के जरिये बताया था कि ''जब मैंने डेटिंग करना शुरू किया तो मैं पापा से डिस्कस करती थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि वे एक पार्टनर की तलाश में हैं जो उनकी गोद में लेट जाए जैसे कि वे दोनों एक ही किताब को साथ पढ़ रहे हों। मैं हंसी और कहा, पापा, ये कभी नहीं होने वाला है। आपकी उम्मीदें अजीब हैं। आप अपने लिए ऐसी महिला ढूंढो जो आपकी हरकतों को बर्दाश्त कर सके। एक बार उन्होंने कहा था एक बॉयफ्रेंड मत रखो, हमेशा एक साथ चार रखो, जिससे तुम्हारा दिल कभी नहीं टूटेगा। हालांकि मैंने उनको ये कभी नहीं बताया कि दुनिया में मेरा दिल तोड़ने की क्षमता केवल उनमें है।''
ट्विंकल लिखती हैं कि, ''जब भी वे मेरी ओर देखते थे तो चाहे वे कितना ही गुस्सा क्यों न हों, उनकी नजरों में मेरे लिए पूर्ण विश्वास होता था। कई बार वे मुझ पर ओवर स्मार्ट बनने का दोष मंढ़ते थे, लेकिन उन्होंने मुझे कभी बुद्धू जैसा फील नहीं होने दिया।''
ट्विंकल खन्ना ने जब इस ब्लॉग को लिखा था, उस वक़्त उन्होंने यह भी खुलासा किया था कि वो फादर्स डे अपने पिता के जन्मदिन पर मनाती हैं। सच में, एक पिता व बेटी का रिश्ता होता ही कुछ अजब है। एक्ट्रेस ट्विंकल खन्ना के लिए उनके पिता राजेश खन्ना के साथ बिताए गए पल एक स्वर्णिम एहसास की तरह हैं, जो उनके इस ब्लॉग को पढ़कर आप लोग समझ सकते हैं। इस दुनिया में पिता-बेटी का रिश्ता उस गहरे एहसास की तरह होता है, जिसके लिए अभी शब्दों का निर्माण नहीं हो सका है। तो, आपकी इस पिता-पुत्री के रिश्ते पर क्या राय है? कमेंट करके हमें जरूर बताएं।