By Rinki Tiwari Last Updated:
17 अक्टूबर 1955 को पुणे में जन्मी अभिनेत्री स्मिता पाटिल (Smita Patil) को भारतीय सिनेमा के इतिहास में दिग्गज अभिनेत्री नरगिस के बाद दूसरी सबसे बड़ी अभिनेत्री माना जाता है। मात्र एक दशक के करियर में स्मिता ने ‘मंथन’, ‘भूमिका’, ‘आक्रोश’, ‘नमक हलाल’, ‘सत्या’, ‘मिर्च मसाला’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। 80 से ज्यादा अलग-अलग भाषाओं वाली फिल्मों में काम कर चुकीं स्मिता भारत के सर्वोच्च सम्मान में से एक ‘पद्म श्री पुरस्कार’ से भी नवाजी जा चुकी हैं।
हालांकि, अभिनेता राज बब्बर (Raj Babbar) संग उनकी शादी अक्सर मीडिया हेडलाइंस में चर्चा का विषय बनी रही। ऐसा इसलिए था, क्योंकि राज बब्बर पहले से नादिरा बब्बर के साथ शादीशुदा थे। ऐसे में लोग स्मिता पाटिल को ‘घर तोड़ने वाली’ महिला की नजरों से देखते थे। हालांकि, एक इंटरव्यू में राज बब्बर ने खुलासा करते हुए बताया था कि, स्मिता संग नजदीकियों की वजह से उनकी पहली पत्नी नादिरा संग उनका रिश्ता नहीं टूटा था। आइए आपको बताते हैं कि, एक्टर ने क्या कहा था।
(ये भी पढ़ें- जब राज बब्बर ने कबूली थी रेखा से अफेयर की बात, दूसरी पत्नी स्मिता पाटिल की मौत के बाद आए थे करीब)
अभिनेता राज बब्बर से जब ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ संग बातचीत में पूछा गया था कि, उनके स्मिता पाटिल संग अफेयर पर उनकी पहली पत्नी नादिरा की क्या प्रतिक्रिया थी? इस पर एक्टर ने हैरान करने वाला बयान दिया था। राज बब्बर ने कहा था, “स्मिता के साथ मेरे रिश्ते से नादिरा को कोई दिक्कत नहीं थी। स्मिता संग मेरा अटैचमेंट बस हो गया था। नादिरा मेरी भावनाओं को समझने के लिए काफी मैच्योर थीं। जूही (पहली पत्नी नादिरा से हुई बेटी) को स्मिता के साथ रहना काफी पसंद था।”
राज बब्बर ने आगे अपने इंटरव्यू में दूसरी पत्नी स्मिता पाटिल संग अपने रिश्ते पर बात करते हुए बताया था कि, स्मिता संग उनका रिश्ता अचानक पनपा था। एक्टर ने कहा था, “स्मिता मेरे जीवन में बिना उम्मीद किए अचानक ही आ गई थीं। जब मैं स्मिता पाटिल से पहली बार मिला, तो मुझे एहसास हुआ कि, उनके चरित्र में गहराई थी। वह आम तौर पर बहुत मिलनसार थीं और कभी-कभी मेरी सलाह लेती थीं। धीरे-धीरे हमने एक इंटीमेट बॉन्ड बना लिया था।”
उस समय राज बब्बर के ये बयान काफी अवास्तविक लगे थे, क्योंकि उनकी पहली पत्नी नादिरा ने कई इंटरव्यूज में स्मिता और राज के रिश्ते पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने एक इंटरव्यू में ये भी कहा था कि, उन्हें उनके बच्चों जूही और आर्य बब्बर की वजह से जीवन में आगे बढ़ने में मदद मिली है।
(ये भी पढ़ें- राज बब्बर-स्मिता पाटिल और नादिरा: ऐसा लव ट्राएंगल जिसने कई जिंदगियों पर डाला गहरा असर)
राज बब्बर संग शादी के बाद साल 1986 में महज 31 साल की उम्र में स्मिता पाटिल एक बेटे की मां बनी थीं, लेकिन चाइल्ड कॉम्प्लिकेशंस की वजह से कुछ ही दिनों बाद एक्ट्रेस का निधन हो गया था। पत्नी के निधन के बाद राज बब्बर काफी टूट गए थे। उन्होंने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ संग बातचीत में अपना दर्द बयां किया था और कहा था, “स्मिता ने मुझे हमेशा के लिए छोड़ दिया। मैं उनकी मौत से आहत था। लेकिन मैं नहीं चाहता था कि, मेरी समस्याएं उन लोगों के जीवन को प्रभावित करें, जो मुझ पर भरोसा करते हैं। मैंने अपने काम पर ध्यान दिया, लेकिन घावों को ठीक होने में समय लगा।”
स्मिता पाटिल के निधन के बाद राज बब्बर की पहली पत्नी नादिरा अपने पति के पास वापस आ गई थीं और ऐसा कहा जाता है कि, उन्होंने स्मिता के बेटे प्रतीक बब्बर की देखभाल की थी। स्मिता के निधन के बाद जब लोगों ने नादिरा को ‘पायदान’ कहा था, तब उन्होंने जवाब देते हुए कहा था कि, “क्या बकवास है? मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि, अगर आपके पास बच्चे हैं, तो पायदान बनना बेहतर है। पायदान बनना और घर में सामंजस्य बिठाना और अपने बच्चों को एक पिता देना बेहतर है। केवल अपने बारे में सोचने, अपने घर को नष्ट करने की तुलना में पायदान होना बेहतर है।”
(ये भी पढ़ें- बॉलीवुड के ऐसे 10 'खान' जिन्होंने हिंदू लड़कियों से की शादी, नहीं जानते होंगे आप)
फिलहाल, स्मिता पाटिल भले ही हमारी बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें उनकी फैमिली और फैंस के बीच हमेशा जिंदा रहेंगी। वैसे आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।