By Rinki Tiwari Last Updated:
पूर्व भारतीय क्रिकेटर राहुल शरद द्रविड़, जो अपने स्टेज नाम राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के नाम से मशहूर हैं, उनका जन्म 11 जनवरी 1973 को मध्य प्रदेश के इंदौर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। राहुल द्रविड़ अब तक के सबसे महान क्रिकेटर्स में से एक हैं। उन्हें ‘द वॉल’ और ‘मिस्टर डिपेंडेबल’ के रूप में आज भी लोग उतना ही प्यार और सम्मान देते हैं, जितना उनके क्रिकेट काल में उन्हें देते थे।
राहुल द्रविड़ ने अपने दो दशक के क्रिकेट करियर में मैदान पर कई शानदार प्रदर्शन दिए, हालांकि फैंस उन्हें बतौर शानदार क्रिकेटर के अलावा उनके मृदुल स्वभाव के लिए भी पसंद करते हैं। एक सक्सेसफुल और बेहतरीन क्रिकेटर्स में से एक होने के बावजूद उन्होंने कभी भी एक स्टार की तरह नखरे नहीं दिखाया। उन्होंने अपने जीवन के प्यार विजेता पेंढारकर के साथ साल 2003 में शादी की थी और वह अपने दोनों बच्चों समित द्रविड़ और अन्वय द्रविड़ के साथ अपनी खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। क्रिकेट के लिए राहुल का प्रेम कितना गहरा था, इस बारे में एक नोट के जरिए उनकी पत्नी विजेता ने दुनिया के सामने खुलासा किया था।
(ये भी पढ़ें- राहुल द्रविड़ की लव स्टोरीः जानें डॉक्टर विजेता पेंढारकर पर कैसे आया था क्रिकेटर का दिल)
दरअसल, मार्च 2012 में जब राहुल द्रविड़ ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था, तब उनकी पत्नी विजेता पेंढारकर ने एक बेहद प्यारा नोट शेयर करते हुए क्रिकेटर से जुड़ी कई यादों को साझा किया था। ‘ESPNcricinfo’ के कॉलम में अपने पति राहुल के रिटायरमेंट पर उनके क्रिकेट टूर से जुड़ी एक खूबसूरत याद को साझा करते हुए विजेता ने बताया था कि, वह क्रिकेट टूर के दौरान दो रूम क्यों बुक करते थे।
विजेता ने कहा था, “जब हमने बच्चों के साथ यात्रा करना शुरू किया और उन्हें टेस्ट सीरीज के दौरान बच्चों के साथ रहना पसंद था, हमने सुनिश्चित किया था कि, हमें दो कमरे मिले। हर खेल से एक दिन पहले बच्चों को बताया जाता था कि, उनके पिता को थोड़ी देर के लिए अकेला छोड़ दिया जाए, ताकि राहुल अपने कमरे में अपने मेडिटेशन और विजुअल प्रैक्टिस के लिए एक्सरसाइज कर सकें।”
अपने लेटर में विजेता ने उस पल को भी याद किया था, जब उनके बच्चों समित और अन्वय ने अपने पिता राहुल द्रविड़ का नाम इंग्लैंड के प्रतिष्ठित लॉर्ड्स स्टेडियम में ऑनर्स बोर्ड पर देखा था। उन्होंने लिखा था, “मैं ओल्ड ट्रैफर्ड में बेटों के साथ थी, जब राहुल ने अपना पहला (और आखिरी) 20-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला और फिर एक दिवसीय सीरीज के हर मैच में भी यात्रा की। आखिरी वनडे के बाद, हम लॉर्ड्स के ड्रेसिंग रूम में गए और समित व अन्वय को ऑनर्स बोर्ड पर अपने बाबा का नाम दिखाया। राहुल को इतने सारे लोगों के सामने लाइव खेलते देखना लड़कों के लिए एक बहुत बड़ा रोमांच था, वह भी उस ‘काम’ के लिए उन्हें देखना, जिसके लिए वह महीनों तक अपने पिता से दूर रहे।”
(ये भी पढ़ें- शिखर धवन की लव स्टोरी: दो बच्चों की मां और 10 साल बड़ी महिला से 'गब्बर' ने लगाया दिल)
विजेता पेंढारकर ने अपने पति राहुल द्रविड़ के साथ अपने विवाहित जीवन के बारे में एक दिलचस्प रहस्य का भी खुलासा करते हुए बताया था कि, वह क्यों कभी भी अपने पति राहुल का क्रिकेट किट नहीं छूती हैं। विजेता ने बताया था, “इससे पहले कि, वह दौरे पर जाते, मैं उनके अन्य सभी बैग पैक करती, लेकिन उनका क्रिकेट किट पवित्र था। मैंने उसे कभी नहीं छुआ, सिर्फ वही उसे संभालते थे। मुझे पता है कि, अगर मैंने केवल दो सेट अनौपचारिक कपड़े पैक किए, तो वह उन्हें घुमाएंगे। वह गैजेट्स की परवाह नहीं करते हैं और न ही ब्रांडेड घड़ियों, कोलोन या कारों के लिए जान छिड़कते हैं। लेकिन अगर उनके बल्ले का वजन एक ग्राम भी कम होता था, तो वह उसे नोटिस करते थे और उस समस्या का तुरंत समाधान निकालते थे।”
(ये भी पढ़ें- दिनेश कार्तिक की पहली पत्नी निकिता ने प्रेग्नेंट होने के बाद भी मुरली विजय संग कर ली थी शादी)
फिलहाल, राहुल द्रविड़ ने कई सालों तक भारत का सम्मान बढ़ाया है और इसमें कोई शक नहीं है कि, राहुल के द्वारा भारत में किए गए योगदान में उनकी पत्नी विजेता की भी बड़ी भूमिका रही है, जिन्होंने उन्हें बहुत सपोर्ट किया है। तो आपको राहुल का क्रिकेट के लिए ये प्रेम कैसा लगा? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।