By Shivakant Shukla Last Updated:
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र सरकार के गठन में अहम भूमिका में नजर आ रहे हैं। चुनाव से पहले ज़्यादातर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना था कि नीतीश कुमार की पार्टी 'जनता दल' (यूनाइटेड) बिहार में 4-5 से ज़्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी। हालांकि, 4 जून 2024 को भारत के चुनाव आयोग ने घोषणा की कि एनडीए ने 30 सीटें जीती हैं। इस बड़ी जीत ने नीतीश कुमार को 'किंगमेकर' के तौर पर स्थापित कर दिया है, जो अब बड़ी चीजों के लिए सौदेबाजी कर सकते हैं।
2024 के आम चुनावों के बाद 'इंडिया गठबंधन' नीतीश कुमार को लुभाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच ऐसी खबरें हैं कि भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद वे अगले उप-प्रधानमंत्री होंगे। आने वाले हफ़्तों में नीतीश कुमार को मिलने वाले सभी कथित ऑफर्स के बीच आइए हम आपको उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में बताते हैं। पहले हम बात करते हैं नीतीश कुमार की दिवंगत पत्नी मंजू कुमारी सिन्हा की, जो उनकी सबसे बड़ी ताकत थीं।
'क्विंट' की एक रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 1973 को मंजू कुमारी सिन्हा से शादी की थी। यह उनके संबंधित परिवारों द्वारा तय किया गया एक अंतरजातीय विवाह (Inter-Caste Marriage) था। नीतीश जहां ओबीसी हैं, वहीं उनकी पत्नी मंजू कायस्थ थीं। जिस समय नीतीश कुमार ने राजनीति की जटिलताओं को समझना शुरू किया, उस समय उनकी पत्नी मंजू एक स्कूल में शिक्षिका के रूप में काम कर रही थीं।
नीतीश कुमार बचपन से ही दहेज और बाल विवाह जैसी कई सामाजिक बुराइयों की निंदा करते रहे हैं। उदाहरण के लिए, जब उन्हें पता चला था कि उनके माता-पिता ने तिलक समारोह के दौरान 22,000 रुपए लिए हैं, तो वे अपनी शादी में बहुत क्रोधित हो गए थे। नीतीश कुमार ने तुरंत अपने ससुराल वालों को पैसे लौटा दिए थे और अपने माता-पिता से सख्ती से कहा था कि वे कभी भी दहेज स्वीकार नहीं करेंगे। इसके बाद, नीतीश कुमार ने बिना किसी भव्य आयोजन के कोर्ट में मंजू कुमारी सिन्हा के साथ शादी की थी। वेडिंग डेट और वेन्यू बदलने के बाद कार्ड फिर से छपवाए गए थे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उस समय बहुत बड़ा झटका लगा, जब 2007 में उनकी पत्नी मंजू कुमारी सिन्हा का निधन हो गया। 34 साल के सुखी वैवाहिक जीवन के बाद मंजू का निधन नीतीश और उनके बेटे निशांत कुमार के लिए बहुत बड़ा सदमा था। बता दें कि मंजू कुमारी का निधन निमोनिया के कारण हुआ था।
नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को बिहार के बख्तियारपुर में उनके माता-पिता कविराज राम लखन सिंह और परमेश्वरी देवी के घर हुआ था। उनके पिता आयुर्वेदिक चिकित्सक थे, जबकि उनकी मां के बारे में बहुत कम जानकारी है, जो नेपाल से थीं। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद नीतीश ने 1972 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 'बैचलर ऑफ साइंस' की डिग्री हासिल करने के लिए 'बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग' (अब एनआईटी पटना) में दाखिला लिया। ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद नीतीश कुमार को बिहार राज्य बिजली बोर्ड में नौकरी मिल गई।
'बिहार राज्य विद्युत बोर्ड' में अच्छी नौकरी मिलने के बावजूद नीतीश कुमार खुश नहीं थे, क्योंकि उनका दिल राजनीति में था। जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि नीतीश ने 1974 से 1977 तक भारत रत्न से सम्मानित जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में हिस्सा लिया था। कुछ राजनीतिक अनुभव प्राप्त करने के बाद नीतीश कुमार 'जनता पार्टी' में शामिल हो गए और सत्येंद्र नारायण सिन्हा जैसे प्रसिद्ध राजनेताओं से राजनीति के गुर सीखने लगे। 26 साल की उम्र में नीतीश कुमार ने 1997 में हरनौत से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
1980 में नीतीश कुमार ने फिर से कोशिश की, लेकिन एक बार फिर चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। 'जनता पार्टी' से दो बार हार का सामना करने के बाद नीतीश ने राजनीति छोड़ने का फैसला किया था। हालांकि, अपने करीबियों से कुछ विचार-विमर्श के बाद उन्होंने 1985 के चुनाव में हिस्सा लिया और हरनौत से राज्य विधानसभा में जीत हासिल की। तब से वे नौ बार बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। इतना ही नहीं, नीतीश कुमार 17 साल और 288 दिनों के साथ बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले व्यक्ति भी हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री होने के अलावा, नीतीश कुमार ने अपने अब तक के शानदार राजनीतिक करियर में कई पदों पर भी काम किया है। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री कृषि से लेकर केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रेलवे तक, नीतीश कुमार ने अपने हर विभाग में अपनी छाप छोड़ी है। 2024 में तेजी से आगे बते हुए वह देश के सबसे बड़े राजनेताओं में से एक हैं। यह अविश्वसनीय है कि कैसे बख्तियारपुर का 'मुन्ना' निकनेम वाला एक युवा भारतीय राजनीति में सबसे शक्तिशाली राजनेताओं में से एक बन गया है।
फिलहाल, नीतीश कुमार की खूबसूरत प्रेम कहानी और प्रेरणादायक राजनीतिक करियर के बारे में आपके क्या विचार हैं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।