By Pooja Shripal Last Updated:
बिजनेसवुमेन नीता अंबानी (Nita Ambani) का कला से गहरा जुड़ाव है। ऐसे में विभिन्न कलाओं और कलाकारों को एक मंच प्रदान करने का अपना सपना पूरा करते हुए उन्होंने 'नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर' का उद्घाटन किया था। अब, इसी सेंटर में उन्होंने गुरु पूर्णिमा से पहले गुरु और शिष्य की परंपरा को सेलिब्रेट करते हुए दो दिनों के वीकेंड उत्सव 'परंपरा' का उद्घाटन किया।
नीता अंबानी ने अपने 'नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र' में सदियों से चली आ रही गुरु और शिष्य की परंपरा को मनाते हुए दो दिवसीय वीकेंड इवेंट 'परंपरा' का उद्घाटन किया। उन्होंने इस खास मौके पर पारंपरिक दीप प्रज्वलित किया और अपने गुरु व ससुर दिवंगत धीरूभाई अंबानी को श्रद्धांजलि दी। यह कार्यक्रम नीता अंबानी द्वारा 'गुरु पूर्णिमा' को मनाने के लिए आयोजित किया गया, जिसमें कई प्रसिद्ध हस्तियां शामिल हुईं।
अंबानी के एक फैन पेज द्वारा साझा की गई तस्वीरों में हम नीता अंबानी को पिंक कलर की साड़ी में सजे हुए देख सकते हैं। उनकी साड़ी में पैचवर्क कढ़ाई और बॉर्डर पर एक ब्रॉड पैटर्न था। उन्होंने अपने लुक को एक स्टेटमेंट नेकपीस और मैचिंग इयररिंग्स के साथ पूरा किया था। जब नीता अंबानी कार्यक्रम में उपस्थित मेहमानों को मंच से संबोधित कर रही थीं, तब हम बैकग्राउंड में उनके ससुर दिवंगत धीरूभाई अंबानी का एक विशाल फोटो देख सकते थे।
नीता अंबानी को शुरू से ही में भरतनाट्यम में गहरी रुचि थी, इसलिए उन्होंने 6 साल की कम उम्र में ही शास्त्रीय नृत्य सीखना शुरू कर दिया था। बाद में वह एक प्रोफेशनल भरतनाट्यम डांसर बन गईं। यह उनके एक डांस परफॉरमेंस के दौरान ही था, जब स्वर्गीय धीरूभाई अंबानी ने उन्हें पहली बार देखा था। वह नीता से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने बेटे मुकेश अंबानी से नीता की शादी कराने का फैसला कर लिया। हालांकि, नीता ने मुकेश से शादी करने के लिए एक शर्त रखी थी। इस बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें।
'नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र' के लॉन्चिंग इवेंट के दौरान ईशा अंबानी ने अपनी मां के कला के प्रति प्यार, समर्पण और 'एनएमएसीसी' के एक सपने के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था, "सभी एक छत के नीचे! केवल नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र में। इस केंद्र को जीवन में लाना प्यार और खुशी का एक पूर्ण श्रम रहा है। मेरी मां के नाम पर 'एनएमएसीसी' कला के प्रति उनकी आजीवन भक्ति के लिए एक श्रद्धांजलि है।''
ईशा ने आगे कहा था, ''मेरी मां के लिए एक ट्रेन्ड क्लासिकल डांसर के तौर पर मंच हमेशा से उनका मंदिर रहा है, लेकिन कला के प्रति उनका प्रेम माध्यम या रूप से कहीं आगे बढ़ गया है। वर्षों से, मैंने उन्हें पारंपरिक भारतीय कला और शिल्प को पुनर्जीवित करने, संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए खुद को समर्पित करते देखा है।"
फिलहाल, आपको 'परंपरा' इवेंट की ये झलकियां कैसी लगीं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।