By Pooja Shripal Last Updated:
मौसमी चटर्जी (Moushumi Chatterjee) भारतीय सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्रियों में से एक हैं, जिन्होंने 1970 के दशक में इंडस्ट्री पर राज किया था। उस समय वह हाईएस्ट पेड एक्ट्रेसेस में से एक थीं। बंगाली ब्राह्मण परिवार में जन्मी मौसमी एक संपन्न परिवार से थीं, उनके पिता प्रांतोष चट्टोपाध्याय भारतीय सेना में थे, जबकि उनके दादा एक कोर्ट में न्यायाधीश थे। बता दें कि मौसमी का असली नाम इंदिरा है, जो उनके माता-पिता ने उन्हें दिया था।
प्रतिष्ठित अभिनेत्री ने 1967 में 10 साल की उम्र में बंगाली फिल्म 'बालिका बधू' से एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय की शुरुआत की थी। मौसमी चटर्जी अपनी 10वीं कक्षा पूरी करना चाहती थीं, लेकिन 15 साल की उम्र में उनकी शादी जयंत मुखर्जी से हो गई। अभिनेत्री सिर्फ 17 साल की थीं, जब उन्होंने 1974 में पहली बार मदरहुड अपनाया था। मौसमी ने एक बेटी को जन्म दिया और उसका नाम पायल रखा था। 1982 में उन्होंने अपनी दूसरी बेटी मेघा का वेलकम किया था।
उस समय में जब बॉलीवुड सितारे अपनी शादी और बच्चों को छिपाते थे, वहीं मौसमी ने न केवल अपनी शादी को पब्लिक किया, बल्कि दो बच्चों को जन्म भी दिया। वह भी तब, जब वह अपने अभिनय करियर के पीक पर थीं। 1974 में जब मौसमी ने अपनी पहली बेटी पायल चटर्जी का स्वागत किया, तो उन्होंने फिल्म 'रोटी कपड़ा और मकान' में अपने अभिनय के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का 'फिल्मफेयर पुरस्कार' जीता था।
मौसमी चटर्जी और जयंत मुखर्जी की बड़ी बेटी पायल मुखर्जी ने 2010 में बिजनेसमैन डिकी सिन्हा से शादी की थी। 'इंडिया टुडे' की एक रिपोर्ट के अनुसार, मौसमी चटर्जी के पति जयंत मुखर्जी, उनकी बेटी पायल मुखर्जी और उनके पति डिकी सिन्हा 'टेथिस बिजनेस एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड' के निदेशक थे। हालांकि, 2016 में उनके बिजनेस में कुछ विवादों और मतभेदों के कारण, दोनों परिवारों के बीच संबंधों में इस हद तक खटास आ गई, जिसे कभी सुधारा नहीं जा सका।
बता दें कि मौसमी चटर्जी और जयंत मुखर्जी की बेटी पायल मुखर्जी कम उम्र से ही डायबिटीज से पीड़ित थीं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती गई, पायल की तबीयत और भी खराब होने लगी और उनकी मां मौसमी ने अपने दामाद डिकी सिन्हा और उनके परिवार वालों पर अपनी बेटी की सेहत की देखभाल न करने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं, मौसमी ने यहां तक कहा कि पायल के पति और उनके ससुराल वालों ने उनके मेडिकल बिल का भुगतान करने से भी इनकार कर दिया था।
हालात तब बिगड़ गए थे, जब डिकी सिन्हा ने अपनी सास मौसमी चटर्जी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। एक बार 'स्पॉटबॉय' के साथ एक पुराने इंटरव्यू में डिकी ने खुलासा किया था कि मौसमी अपनी बेटी के अंतिम संस्कार और तेरहवीं में शामिल नहीं हुई थीं। उन्होंने आगे कहा था कि उनकी पत्नी पायल ढाई साल से अधिक समय से कोमा में थीं। डिकी ने अपनी पत्नी की चिकित्सा स्थिति की डिटेल्स भी शेयर की थीं और बताया था कि वह दो बार पुनर्जीवित हुई थीं।
जब Moushumi Chatterjee के पति के फ्रेंड ने उनकी कमर पर रख दिया था हाथ, तो उन्होंने ऐसे दिया था जवाब
उनके शब्दों में, "मौसमी ने मरने के बाद पायल का चेहरा भी नहीं देखा। वह अंतिम संस्कार में नहीं थीं, न ही वह शवगृह में आई थीं। उनके पिता और उनकी बहन मेघा ही अंतिम संस्कार में आए थे। पायल लगभग ढाई साल तक कोमा में थीं, लेकिन दो बार हम उन्हें थोड़ा पुनर्जीवित करने में कामयाब रहे और यहां तक कि उन्हें सपोर्ट के साथ चलने में भी सक्षम बनाया। हालांकि, बाद में उनका नेफ्रो सिस्टम कई जटिलताओं का कारण बना, इस पूरी बीमारी के दौरान उनका दो बार ऑपरेशन किया गया था और एक बार मस्तिष्क की सर्जरी भी की गई थी।"
मौसमी चटर्जी और डिकी सिन्हा के बीच कथित तौर पर झगड़ा अभी भी जारी है। पायल मुखर्जी के निधन के बाद दरारें बहुत गहरी हो गईं, जिनका दिसंबर 2019 में 45 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। कथित तौर पर दोनों परिवार एक-दूसरे के संपर्क में नहीं हैं और चीजें ऐसे बिंदु पर हैं, जहां दोनों पक्षों को अब सुधार करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
फिलहाल, मौसमी और उनके दामाद के बीच की इस अनबन के बारे में आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।