By Shashwat Mishra Last Updated:
अगर कोई कपल एक-दूसरे से सच्चा प्यार करता है, तो उन्हें समाज के तानों और लोगों द्वारा की गई टिप्पणियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। प्यार और जंग में सबकुछ जायज होता है। हम आपके सामने कई लोगों की दिलचस्प लव स्टोरीज लेकर आ चुके हैं, लेकिन तब भी कुछ ऐसी लव स्टोरी बची रह गई हैं जिसने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा रखा है। उन्हीं में से एक लव स्टोरी है, भारतीय क्रिकेट इतिहास के दिग्गज क्रिकेटर मंसूर अली ख़ान 'पटौदी' और 60-70 के दशक की मशहूर अदाकारा शर्मिला टैगोर की। इनकी लव स्टोरी से यह भी पता लगाया जा सकता है कि क्रिकेट और बॉलीवुड का संबंध हमेशा से ही रहा है। जब हैंडसम क्रिकेटर मंसूर अली ख़ान 'पटौदी' का दिल शर्मिला टैगोर पर आया था, तो यह बात लोगों में एक चर्चा का विषय बन गई थी।
मंसूर अली ख़ान पटौदी भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे कम उम्र में कप्तान बनने वाले खिलाड़ी थे, वहीं शर्मिला टैगोर बिकिनी में पोज देने वाली पहली अभिनेत्री थीं। शर्मिला क्रिकेट की बहुत बड़ी फैन थीं और दूसरी ओर मंसूर को बॉलीवुड के बारे में कुछ भी मालूम नहीं था। दोनों की मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के जरिये हुई थी। हालांकि, दोनों को एक-दूसरे से प्यार था, लेकिन शर्मिला ने मंसूर को 'हां' बोलने में 4 साल का समय लगा दिया था। मगर एक बार जब दोनों का रिश्ता जुड़ गया, फ़िर यह रिश्ता कभी टूट नहीं सका। दोनों के रिश्ते में काफी उतार-चढ़ाव जैसे लम्हे आए, लेकिन दोनों ने एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ा और सभी मुश्किलों का डट कर सामना किया। 27 दिसंबर 1969 को मंसूर और शर्मिला ने शादी कर ली थी और इनकी शादी रॉयल तरीके से सम्पन्न हुई थी।
मंसूर अली खान पटौदी को 'टाइगर पटौदी' भी कहा जाता था, जब इनकी मुलाकात शर्मिला से हुई, तब वह पहले से ही खूबसूरत एक्ट्रेस सिमी गरेवाल को डेट कर रहे थे। टाइगर पटौदी का व्यक्तित्व ही ऐसा था कि कोई भी लड़की उनके प्यार में पड़ जाती थी, लेकिन उनके सिर पर सिर्फ सिमी गरेवाल के प्यार का ही खुमार था। क्रिकेट मैच हो या कोई इवेंट, दोनों हर जगह साथ में ही दिखाई देते थे। सिमी की शान, शौकत और शैली को देखकर ऐसा लगता था कि वह 'टाइगर पटौदी' की बेगम बनने के लिये बिल्कुल सही थीं। ऐसी भी खबरें थीं कि क्रिकेट सर्कल मंसूर से उनकी शादी की घोषणा का इंतजार तक कर रहा था। मगर भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। भाग्य मंसूर और शर्मिला का मिलन चाहता था और बाद में ऐसा ही हुआ। (इसे भी पढ़ें: सिंगर लकी अली की लव लाइफः 25 साल छोटी ब्रिटिश क्वीन से रचाई तीसरी शादी, फिर भी आज हैं अकेले)
मंसूर ने शर्मिला से शादी करने से पहले ही एक जेंटलमैन की तरह सिमी से अपना रिश्ता पूरी तरह से खत्म कर लिया था। 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंसूर शर्मिला के बारे में बताने के लिए सिमी के अपार्टमेंट पर गए थे। मंसूर के आने पर सिमी ने उन्हे नींबू-पानी ऑफर किया था, लेकिन उसको पीने से पहले ही मंसूर ने कहा था कि "मुझे खेद है लेकिन मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमारे बीच जो रिश्ता रहा है, मैं अब उसको यहीं पर रोकना चाहता हूं। मुझे कोई और मिल गया है।"
इतनी बात सुनते ही सिमी को ये अंदाजा हो गया था कि मंसूर क्या कहना चाहते हैं? इसलिए सिमी ने टॉपिक चेंज कर दिया था और मंसूर से नींबू-पानी पीने को कहा। मंसूर ने नींबू-पानी पीने से मना कर दिया था और वहां से तुरंत उठकर बोले, 'मुझे जाना है।' एक सभ्य नारी की तरह सिमी ने कोई बखेड़ा नहीं खड़ा किया और मंसूर को एलिवेटर तक भी छोड़ा। मंसूर ने सिमी को मना भी किया था कि मुझे छोड़ने आने की कोई जरुरत नहीं है, लेकिन वह उन्हें छोड़ने एलिवेटर तक आई थीं और वहां उन्होंने देखा कि पास में शर्मिला भी खड़ी थीं। दोनों एक्ट्रेस ने एक-दूसरे को शान्ति से देखा था और उस वक़्त कुछ नहीं बोला था। (इसे भी पढ़ें: शादी के बिना 15 साल बड़े चेतन के साथ पत्नी बनकर रहीं प्रिया राजवंश, बेटों ने ही कर दी थी हत्या)
90 के दशक में सिमी एक टॉक शो 'Rendezvous with Simi Garewal' होस्ट करती थीं, जिसमें उन्होंने एक बार अपने एक्स बॉयफ्रेंड और उनकी पत्नी शर्मिला टैगोर को भी इनवाइट किया था। इस शो के दौरान सिमी ने अपने पास्ट के बारे में कोई बात नहीं की थी और पूरी तरह से माहौल को बनाए रखा था। मगर, शो के खत्म होने के कई सालों बाद सिमी ने अपनी वेबसाइट पर पटौदी के साथ हुई मुलाक़ात के बारे में लिखा था, इसे 'द पटौदीज़' के रूप में पढ़ा जा सकता है। इसमें वह अपने पुराने दिनों के बारे में लिखती हैं कि 'जब वह (मंसूर) भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे, तब मैंने और मंसूर ने एक-दूसरे को डेट किया था। वह हमेशा मेरे साथ आया-जाया करते थे, वो मेरे शूटिंग लोकेशन पर भी आते रहते थे। शर्मिला टैगोर और मेरे बीच एक सामाजिक मित्रता थी और एक ही फील्ड में होने के कारण हमारा मिलना हो जाता था। मगर फिर जब इन दोनों (मंसूर-शर्मिला) की मुलाकात हुई और उसके बाद क्या हुआ यह तो सभी जानते ही हैं।' इसके आगे वह कहती हैं कि "तो 'रेनडेजोवस' की वह मुलाकात दो पुराने दोस्तों की मुलाकात थी। हम दोनों काफी सालों बाद मिले थे और अपने पुनर्मिलन को एन्जॉय कर रहे थे। मैने मंसूर में कोई बदलाव नहीं पाया। वह पहले से भी ज्यादा ईमानदार और खुश लग रहे थे। सच बोलूं तो शर्मिला और मंसूर दोनों साथ में काफी चार्मिंग लग रहे थे।" (इसे भी पढ़ें: गुमनामी की जिंदगी जी रहीं प्रतिभा सिन्हा, शादीशुदा शख्स के प्यार में बर्बाद कर लिया अपना करियर)
उस समय (60-70 के दशक में) लोगों के मन में एक ऐसी सोच थी कि क्रिकेट और फिल्मी दुनिया का रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सकता है और मंसूर-शर्मिला के मामले में तो सबसे बड़ा अवरोध इन दोनों का धर्म था। शर्मिला जहां एक बंगाली फैमिली से थी, वहीं मंसूर मुस्लिम थे। मगर एक नवाब से शादी करने के लिये शर्मिला ने इस्लाम कुबूल कर लिया और शर्मिला से 'आएशा सुल्ताना' बन गई थीं। सभी का ऐसा मानना था कि यह रिश्ता नहीं टिकेगा और टूट जाएगा, लेकिन इन दोनों ने इन सभी बातों को अन्त में गलत साबित कर दिखाया।
वैसे, इसमें कोई शक नहीं है कि शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी की जोड़ी बहुत ही प्रेरणादायक है। इन दोनों के रिश्ते को जानने के लिए हम जितना इनकी गहराइयों में जाएंगे, उतना ही हम खुद को प्यार के सागर में डूबा पाएंगे। बेशक! मंसूर अली खान पटौदी आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन इनका इश्क़ और उस मोहब्बत की दास्तां आज तक शर्मिला के रूह में बसी है। 'बॉलीवुडशादीज' ऐसी लव स्टोरीज आप लोगों के सामने लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आपको ये स्टोरी कैसी लगी? कमेंट करके हमें जरूर बताएं और यदि कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।