By Shivakant Shukla Last Updated:
पॉपुलर टीवी कपल जय भानुशाली और माही विज (Mahhi Vij) साल 2011 में एक-दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंधे थे। लंबे समय तक शादीशुदा जीवन को एंजॉय करने के बाद 21 अगस्त 2019 को उन्हें एक बच्ची का आशीर्वाद मिला, जिसका नाम उन्होंने तारा रखा है। इससे पहले, उन्होंने अपने केयरटेकर के बच्चों ख़ुशी और राजवीर के पालन-पोषण की जिम्मेदारी ली थी। प्यारे माता-पिता अपने बच्चों के साथ खुशी से रह रहे हैं। हाल ही में, अभिनेत्री ने अपनी कठिन आईवीएफ जर्नी और जीवन के दर्दनाक अनुभव के बारे में खुलासा किया है।
हाल ही में, एक साक्षात्कार में माही विज ने खुलासा किया कि उन्होंने 34 साल की उम्र में अपनी आईवीएफ जर्नी शुरू की थी। इसके बाद, उन्होंने तीन आईवीएफ साइकल ट्राई किए, लेकिन वे सभी बुरी तरह असफल रहे। ऐसे में उन्होंने एग्स ट्रांसफर के बैक-टू-बैक सेशन से ब्रेक लेने के बारे में सोचा। इसके बाद, उन्होंने अपना डॉक्टर बदला और 36 साल की उम्र में जर्नी फिर से शुरू की।
इसे समझाते हुए माही ने कहा, "जब मेरे एग्स निकाले गए, तब मैं 34 साल की थी। मैंने आईवीएफ के तीन साइकल पूरे किए, जो सफल नहीं हुए। फिर मैंने घर पर बताया कि मुझे छुट्टी की जरूरत है। तब हमारे पास ज्यादा नॉलेज नहीं था और हम डॉक्टर्स पर काफी निर्भर थे, डॉक्टर बहुत दयालु थे। उन्होंने मुझे कहीं और प्रयास करने व दिखाने की अनुमति दे दी, इसलिए मैंने अपना डॉक्टर बदल लिया और जब मैं 36 साल की थी, तब इसे फिर से शुरू किया।''
उन्होंने आगे कहा, ''नए डॉक्टर ने मेरी मेडिकल हिस्ट्री देखी और यह जांचने के लिए एंडोस्कोपी कराई कि ऐसा क्यों हुआ।' उन्होंने मेरे साथ जल्दबाजी नहीं की, जैसा कि ज्यादातर डॉक्टर करते हैं। सुनिश्चित करें कि आपके पास 8 MM की मजबूत गर्भाशय परत (uterine lining) होनी चाहिए। एक वीक लाइनिंग बच्चे को होल्ड करने में सक्षम नहीं होगी।"
उसी साक्षात्कार में माही ने खुलासा किया कि तब कपल ने स्टेप-बाई-स्टेप प्रक्रिया का पालन किया और केवल 20 दिनों के बाद उन्हें अपने बच्चों को कंसीव करने का एहसास हुआ। इस बार, उन्होंने अपने दोस्त के अकाउंट के माध्यम से रिजल्ट की जांच की और यह जानकर बेहद भावुक हो गईं। फिर, उन्होंने पूरी तरह से आराम करना शुरू कर दिया और पहले पांच महीनों तक खुद को सोशल मीडिया से दूर रखा। 5वें महीने में उन्होंने जय के साथ अपनी प्रेग्नेंसी की घोषणा की थी।
माही ने आगे कहा, "डॉक्टर की स्टेप-बाई-स्टेप प्रक्रिया का पालन करने के बाद मेरा साइकल शुरू हुआ और यह तरू (माही की बेटी तारा) के साथ शुरू हुआ। 20 दिनों के बाद मुझे चेकअप के लिए आना पड़ा और मुझे लगा कि इस बार यह होने वाला है। रिपोर्ट एक दोस्त के मेल से आई, न कि जय के मेल से, लेकिन मेरे दोस्त को समझ नहीं आया और उन्होंने इसे जय को भेज दिया।''
उन्होंने आगे कहा, ''जय ने मुझे बताया कि मैं जुड़वा बच्चों के साथ गर्भवती हूं। मैं रोने लगी, मैंने प्रार्थना की और अपने माता-पिता व करीबी दोस्तों को सूचित किया। पहली तिमाही में मैं पूरी तरह से आराम पर थी। मैं केवल सोनोग्राफी के लिए जाती थी और नर्स इंजेक्शन देने के लिए घर आती थी। मैं बहुत शांत हो गई थी और सोशल मीडिया से भी दूर थी। 5वें महीने का स्कैन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपके बच्चे के अंग विकसित होते हैं और आपको पता चल जाएगा कि आपका बच्चा अच्छा है। तभी हमने अपनी गर्भावस्था की घोषणा की थी।"
आगे माही ने अपनी जिंदगी के एक दर्दनाक अनुभव का खुलासा किया। उन्होंने अपने जुड़वा बच्चों में से एक को खोने का जिक्र किया, जो 'A' था, जबकि तारा 'A+' थी। हालांकि, जब उनके डॉक्टर्स ने उन्हें इस बारे में सूचित किया, तो उन्होंने लगातार प्रार्थना की कि कम से कम उनका एक बच्चा जीवित रहे।
उसी को याद करते हुए माही ने कहा, "आईवीएफ में कई बच्चे होने की संभावना होती है। हमारी तारू 'A+' थी और दूसरा बच्चा 'A' था, जो जीवित नहीं रह सका। डॉक्टरों ने कहा कि यह अच्छा है कि इसे छोड़ दिया गया, क्योंकि ज्यादातर यह 'A+' बेबी के साथ ही निकल जाता है। मैं प्रार्थना कर रही थी कि उन दोनों का होना हमारी किस्मत में नहीं है, लेकिन कम से कम एक तो हमारे साथ होना चाहिए।"
इंटरव्यू के अंत में माही से पूछा गया कि उन्होंने सरोगेसी या गोद लेने के बजाय आईवीएफ का विकल्प क्यों चुना? इस पर माही ने जवाब दिया कि उनके डॉक्टर ने भी उन्हें उनकी बॉडी शेप को खराब न करने की सलाह दी थी। हालांकि, उन्हें यह बात काफी अजीब लगी थी और उन्होंने खुलासा किया कि वह खुद ही बच्चे को जन्म देना चाहती थीं। हालांकि, माता-पिता बनने की अपनी जर्नी के बारे में बताते हुए माही ने याद किया कि तारा ने 30 वीक में जन्म लिया था और यह पूरी तरह से सहज प्रक्रिया थी।
उन्होंने अंत में कहा, “हमारे मन में सरोगेसी थी। पहले डॉक्टर ने मुझसे कहा, 'तुम अपनी बॉडी क्यों खराब करना चाहती हो?' मुझे थोड़ा अजीब लगा, लेकिन मैं इसे स्वयं करना चाहती थी। हां, अगर हम फेल होते, तो मैं सरोगेसी का सहारा लेती।' आईवीएफ के दौरान मैं अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत सचेत थी, ताकि एग्स हेल्दी रहें। जब आप बच्चा पैदा करना चाहते हैं, तो आपको कोई दर्द नहीं दिखता या महसूस नहीं होता।''
उन्होंने आगे कहा, ''जब मैं डॉक्टर के पास जाती थी, तो मुझे देश भर से आए कपल्स दिखते थे। 'औलाद' एक ऐसी चीज है, आपको दूरी नजर नहीं आती। जब तारा हुई, तो मेरी डॉक्टर शहर में नहीं थीं। तारा 30 वीक में हुई थी। डॉक्टर ने कहा कि वह रात को फ्लाइट लेकर आएंगी, लेकिन हम इंतजार नहीं कर सकते थे। मैं सोच रही थी कि मेरी डॉक्टर यहां नहीं हैं, लेकिन सब कुछ आसानी से हो गया।”
फिलहाल, हम माही की मदरहुड को अपनाने की आईवीएफ जर्नी के बारे में जानकर हैरान हैं। तो आपका इस बारे में क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।