By Vidushi Gupta Last Updated:
बॉलीवुड की मशहूर गायिका आशा भोसले (Asha Bhosle) की मधुर आवाज सिर्फ दिल में नहीं, बल्कि लोगों की रूह में बस जाती है। वो अब तक अपने सिंगिंग करियर में हजारों गाने गा चुकी हैं। आज यानी 08 सितंबर 2021 को आशा अपना 88वां जन्मदिन मना रही हैं। इस खास मौके पर उनकी बहन व सिंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने आशा संग अपने रिश्ते पर बात की है।
पहले आशा भोसले की निजी जिंदगी पर एक नजर डाल लेते हैं। मात्र 9 साल की उम्र में सिंगर के पिता का निधन हो गया था, जिसकी वजह से परिवार की आर्थिक मदद के लिए उनकी बड़ी बहन लता मंगेशकर ने सिंगिग करना शुरू कर दिया। लता की आवाज धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फेमस हो गई। इसके बाद, 16 साल की उम्र में आशा ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर लता के सेक्रेटरी गणपतराव भोसले से शादी कर ली। कहा जाता है कि, आशा के इस कदम से दोनों बहनों के बीच में दरार आ गई थी और दोनों ने बातचीत बंद कर दी थी। हालांकि, आशा भोसले और गणपतराव का रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चला और 11 साल बाद उनकी शादी टूट गई। इस शादी से उनके तीन बच्चे हुए थे।
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इसके बाद, आशा ने 47 साल की उम्र में दूसरी शादी राहुल देव बर्मन से की। शादी के 14 साल बाद आरडी बर्मन का निधन हो गया। अब सिंगर अकेले अपनी जिंदगी गुजार रही हैं।
अब आपको बताते हैं लता के इंटरव्यू के बारे में। दरअसल, ‘स्पॉटबॉय’ संग बातचीत में लता मंगेशकर ने कहा, “आशा और मैं करीब हैं। हम इन दिनों अक्सर नहीं मिलते हैं, क्योंकि वो अपने बेटे आनंद के साथ काफी दूर रहती हैं। पहले वो मेरे बगल में रहती थीं और हम यहां तक अपने दो अपार्टमेंट्स के बीच का दरवाजा भी प्रभुकुंज (मुंबई के पद्दर रोड पर रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स) में शेयर करते थे। मैं जानती हूं कि, लोगों को इस पर यकीन करना मुश्किल लगता है। लेकिन ये ऐसा ही है। हां, हमारे अतीत में कुछ मतभेद थे। लेकिन किन भाई-बहनों के बीच मतभेद नहीं होते। उन्होंने अपनी युवावस्था में ऐसी चीजें की थीं, जो मुझे मंजूर नहीं थीं।”
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जब सिंगर से पूछा गया, ‘क्या आपका इससे मतलब उनकी जल्दी शादी से है’, इस पर लता ने जवाब दिया, “हां, मैं जानती हूं, वो कुछ ज्यादा ही जल्दी था। मैं महसूस कर सकती थी कि, ये बहुत बुरी तरीके से खत्म होगा। और ऐसा ही हुआ। लेकिन ये उनकी जिंदगी थी और वो जो पसंद करती थीं, वो उसे करने के लिए आजाद थीं। हमारी फैमिली में हम कभी किसी के फैसले पर सवाल नहीं उठाते।”
इसके बाद लता से सवाल किया गया कि, ‘उस प्रोफेशनल मुकाबले के बारे में आप क्या सोचती हैं, जिसके लिए दोनों बहनें बदनाम हैं?’ इस पर सिंगर ने सफाई देते हुए कहा, “हम दोनों के बीच में कभी प्रोफेशनल मुकाबला नहीं था। उन्होंने मुझसे गायन की एक पूरी तरह से अलग शैली विकसित की। जो वो कर सकती हैं, वो मैं नहीं कर सकती। पंचम (आरडी बर्मन) के साथ भी मैंने उनके लिए जो गीत गाए, वे आशा द्वारा पंचम के लिए गाए गए गीतों से बहुत अलग थे। मैंने ‘कटी पतंग’ में पंचम के लिए ‘ना कोई उमंग है’ गाना गया था। मैं इसी फिल्म में ‘मेरा नाम है शबनम’ गाना कभी नहीं गा सकती थी। उसे आशा ही गा सकती थीं। गायन के हमारे अलग-अलग क्षेत्रों को स्पष्ट रूप से चिह्नित किया गया था।”
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जब लता से एक साथ गाना गाने के दौरान एक-दूसरे की तरफ पीठ करने की चर्चाओं के बारे में पूछा गया, तो सिंगर ने जवाब दिया, “मुझे नहीं पता इसकी शुरुआत कहां से हुई। हम दोनों की विपरीत दिशाओं में देखते हुए एक गाना रिकॉर्ड करते हुए एक तस्वीर थी। इसका मतलब यह हुआ कि, हम आंख से आंख मिलाकर नहीं देख सकते। सच्चाई से आगे कुछ भी नहीं हो सकता है। आशा और मैंने एक साथ वास्तव में सिंगिंग को एन्जॉय किया, जब भी हमें मौका मिला। हम दोनों के बीच में कोई प्रतिद्वंदता नहीं थी। मैंने हमेशा उनके लिए अच्छे की कामना की है। और उन्होंने मुझे हमेशा अपनी बड़ी बहन के रूप में देखा है।”
फिलहाल, ये बात तो साफ है कि, आशा और लता अब अतीत में हुए मतभेदों को भुलाकर आगे बढ़ चुकी हैं। तो आपकी इस इंटरव्यू पर क्या राय है? हमें कमेंट में बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।