By Ritu Singh Last Updated:
रेखा जब भी किसी अवॉर्ड फंक्शन या किसी समारोह में नजर आती हैं, तो कैमरे की लाइट उन पर ही फोकस हो जाती है। तमाम यंग बॉलीवुड डीवाज को रेखा आज भी अपने लुक, स्टाइल और खूबसूरती से टक्कर देती हैं और यही कारण है कि आज की एक्ट्रेसेस उनकी एक्टिंग ही नहीं उनकी खूबसूरती को अपना रोल मॉडल मानती हैं। रेखा पुरानी शराब की तरह, जितनी उम्र दराज हो रही हैं, उतनी ही और खूबसूरत होती जा रही हैं। 64 साल की उम्र में भी रेखा ‘फिट एंड फाइन’ ही नहीं, बेहद ग्लैमरस भी नजर आती हैं, लेकिन रेखा शुरू से ऐसी नहीं थीं। रेखा ने जब अपने करियर की शुरुआत फिल्मों में की थी तब वह बेहद मोटी थी और उनके सांवले रंग के कारण लोग उन्हें पसंद नहीं करते थे। शुरुआती दिनों में रेखा को बहुत अपमान सहना पड़ा था, लेकिन रेखा ने हार नहीं मानी और खुद में इतना बदलाव किया कि लोग उनके आज भी दीवाने हैं। रेखा के इस ड्रामेटिक बदलाव की शुरुआत कब और कैसे हुई आइए आपको बताएं।
क्या आप रेखा का असली नाम जानते हैं? रेखा का असली नाम भानुरेखा गणेशन (Bhanurekha Ganesan) है। उनके पिता जेमिनी गणेशन (Gemini Ganesan) और मां पुष्पावल्ली (Pushpavalli) दोनों ही तमिल और तेलुगू फिल्मों के स्टार थे, लेकिन उनके पिता ने उन्हें कभी स्वीकार नहीं किया। रेखा ने बाल कलाकार के रूप में तेलुगु फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उस समय रेखा काफी मोटी और सांवली थीं। इतना ही नहीं उन्हें हिंदी भी नहीं आती थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेखा का बचपन भी बहुत स्ट्रगल से भरा था। वह हमेशा ही एक ऐसे रिश्ते के लिए तरसती रहीं, जहां उन्हें स्वीकार किया जाए, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। (इसे भी पढ़ें : बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और रेखा के पहली मुलाकात की तस्वीर आई सामने, यहां देखें)
जिस रेखा को आज आप देख रहे हैं, कभी उन्हें अपने गहरे रंग और मोटापे के कारण बहुत सी अलोचनाओं और तानों का सामना करना पड़ा था। बात 80 के दशक की है जब रेखा ने तमाम आलोचनाओं और कटाक्ष से मिलने वाली निगेटिविटी को खुद के अंदर एक पॉजिटिव वाइब्स की तरह लेने का फैसला किया। रेखा ने अपनी डाइट, लाइफस्टाइल और त्वचा के रंग के साथ अपनी फिटनेस पर फोकस करना शुरू कर दिया।
बॉलीवुड एक्ट्रेस सिमी गरेवाल (Simmi Garewal) को दिए एक इंटरव्यू में रेखा ने शेयर किया था, “मुझे जंक फूड और चॉकलेट की आदत छोड़ने और वेट लूज करने में ढाई साल लग गए थे और फिर धीरे-धीरे सब बदलता गया। इसी बीच फिल्म ‘घर’ रिलीज हुई और लोगों को मेरा लुक, वेट और स्टाइल देख कर लगा कि ये सब एक रात में हो गया, लेकिन ये सच नहीं है। ये सब रातों-रात नहीं, बल्कि इसे बदलने में ढाई साल का वक्त लगा था। (इसे भी पढ़ें : कुछ ऐसी थी अमिताभ बच्चन और रेखा की दुखभरी प्रेम कहानी, लव स्टोरी पर रेखा ने बताई थी सच्चाई)
सिमी ने रेखा से पूछा कि, उनके अंदर ये परिर्वतन कैसे आया? तब रेखा ने बताया था कि, “उन दिनों मैंने बहुत ही गलत तरीके से सब किया। मुझे उस वक्त वो ज्ञान और जानकारी नहीं थी, जो आज है। मैं पूरी तरह से डायटिंग करने लगी थी। मैं कभी महीनों तक सिर्फ इलायची वाला दूध पीती थी या कभी कभी केवल पॉपकॉर्न ही खाती थी। असल में मैं बिलकुल भूखी रहती थी।
रेखा के ड्रेसिंग सेंस की बात आते ही यहां, अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का भी जिक्र आता है। अफवाह थी कि अमिताभ बच्चन ने ही रेखा को ड्रेसिंग और फैशन के टिप्स दिए थे। अमिताभ और रेखा ने तब एक साथ फिल्मों में काम करना शुरू किया था। ये फिल्म थी साल 1976 में आई ‘दो अंजाने। इसमें फिल्म में रेखा में आए बदलाव को दुनिया ने देखा और वह एक रानी की तरह लोगों के दिलों पर छाने लगीं। हालांकि, यह भी संभव है कि रेखा उन दिनों अपने को-स्टार्स और दर्शकों से मिल रहे तानों से इतनी दुखी हो गईं थीं कि उन्होंने खुद को बदलने का निर्णय ले लिया था। एक थ्रोबैक इंटरव्यू में रेखा ने शेयर किया था कि, "एक कंप्लीट ब्यूटीफुल वूमन बनने के लिए जरूरी है कि आप स्लिम हों। निश्चित रूप से आप मोटे नहीं होने चाहिए। मोटापा एक बदसूरती है।
रेखा सांवली तो थी और अच्छी हिंदी भी नहीं बोल पाती थीं। डायरेक्टर्स और को-स्टार्स जब उनका मजाक बनाते थे तो वह समझ नहीं पाती थीं। एक बार शशि कपूर की फिल्म के प्रीमियर पर रेखा गईं थी और तब शशि कपूर ने रेखा को देख कर कहा था कि ऐसी काली, मोटी और अजीब लड़की एक्ट्रेस कैसे बन सकती है? रेखा ने अपने लुक को चेंज करने के लिए अपने वेट और डाइट रूटीन के साथ अपने रंग को निखारने के लिए बहुत बार स्किन लाइटिंग ट्रीटमेंट का सहारा लिया। वेट कम होने और रंग निखरने से रेखा का पूरा लुक ही बदल गया।
रेखा यही नहीं रुकीं, उन्होंने हिंदी सीखने के लिए भी बहुत मेहनत की और इसमें महारात हासिल कर ली। इतना ही नहीं जो एक्ट्रेस हिंदी नहीं बोल पाती थीं, उनके लिए रेखा बाद में डबिंग भी करने लगी थीं। हिंदी ही नहीं, रेखा ने साल 1981 में आई मेगा हिट फिल्म ‘उमराव जान’ में ऐसी धाराप्रवाह उर्दू बोलीं की लोग देखते ही रह गए। रेखा ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि, "मुझे अपने गहरे रंग और दक्षिण भारतीय विशेषताओं के कारण हिंदी फिल्मों की 'बदसूरत बत्तख का बच्चा' कहा जाता था। जब लोग मुझसे ही मेरी तुलना करते थे, तब मुझे बहुत बुरा लगता था। उस समय की लीडिंग एक्ट्रेसेस के बारे में बात करते हुए कहते थे कि, मेरा उनसे कोई मुकाबला नहीं था। (इसे भी पढ़ें : किसी और के साथ अमिताभ को नहीं देखना चाहती थी रेखा, एक बार तो बिग बी को उठाना पड़ा था ये कदम)
रेखा आज जितनी खूबसूरत और ग्लैमरस लगती हैं, उसके लिए उन्होंने उतनी ही मेहनत की है। आलोचनाओं ने निश्चित रूप से उनके पक्ष में काम किया था या ऐसा कहें कि उन्होंने इन आलोचनाओं को सकारात्मक तरीके से लिया और खुद में बेहतरीन बदलाव ला कर दिखाया। एक इंटरव्यू में रेखा से उनके ड्रामेटिक चेंज के बारे में पूछा गया था। तब रेखा ने आज की यंग गर्ल्स को एक बहुत ही महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा था कि, अगर आप कंप्लीट ब्यूटीफुल वूमन बनना चाहती हैं तो आपको अंदर और बाहर दोनों से सुंदर होना होगा। तन और मन से सुंदर होना बहुत जरूरी होता है।
रेखा रोज कम से कम 10-12 गिलास पानी पीती हैं और घर पर ही आयुर्वेदिक स्पा भी लेती हैं। हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज उनका डेली रुटीन है। उन्हें योग और ध्यान करना बहुत पसंद है। इतना ही नहीं, रेखा डांस और गार्डनिंग के साथ घर के कामों में भी खुद को व्यस्त रखती हैं। शाम को 7:30 के बाद वह कुछ भी नहीं खाती हैं, ताकि उनके खाने को पचने के लिए भरपूर समय मिल सके। बहुत कम लोग जानते होंगे कि रेखा मेकअप आर्टिस्ट भी हैं और खुद ही अपना मेकअप करती हैं।
64 साल की उम्र में रेखा को देख कर आज की यंग लड़कियां भी उनके जैसा बनने की चाह रखती हैं। रेखा ने भले ही शुरुआती दिनों में डायटिंग की थी, लेकिन समय के साथ उन्होंने समझ लिया कि डायटिंग सही तरीका नहीं है। इसके बाद वह योग और मेडिटेशन के साथ अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देने लगी और खुद को ऐसा बनाया कि लोग आज भी उनकी खूबसूरती की तारीफ करते नहीं थकते। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें जरूर बताएं और कोई सुझाव हो तो वह भी अवश्य दें।