By Tripti Sharma Last Updated:
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और सर्वकालीन महान क्रिकेटर कपिल देव (Kapil Dev) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। 6 जनवरी साल 1959 को जन्में कपिल देव का नाम उन हरफनमौला कप्तान और खिलाड़ी की सूचि में तैनात है जब तक भारतीय क्रिकेट का इतिहास रहेगा उनको याद किया जाएगा। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई ऊंचाइयों को छुआ था। कपिल ने मात्र 17 साल की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में अपने कदम रखें और वो देखते ही देखते ये कभी न रुकने वाली पारी बन गई। कपिल देव ने टेस्ट करियर की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में साल 1978 में की थी। उन्होंने पहले तीन टेस्ट मैचों में सात विकेट हासिल किए थे। भारतीय क्रिकेट टीम में ऑल राउंडर के नाम पर कई खिलाड़ी आए और गए। लेकिन कपिल देव जैसा हुनर न पहले कोई था न आज है। स्विंग गेंदबाजी, बेहद चुस्त फील्डिंग और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने उन्हें दुनिया का सबसे बेहतरीन ऑल राउंडर और आक्रमक खिलाड़ी बना दिया। विकटों पर विकेट निकालने में उन्हें महारत हासिल थी। जिसकी वजह से वो एक समय पर टेस्ट मुकाबलों में सबसे ज्यादा विकेट झटकने वाले दुनिया के नंबर एक गेंदबाज बन गए थे।
शायद इस शानदार ऑलराउंडर का ही जुनून था जिसने साल 1983 में भारतीय टीम को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बना दिया। 1983 विश्व कप सेमीफाइनल में जिम्बाब्वे के खिलाफ उनकी 175 रनों की नाबाद पारी को आज भी याद किया जाता है। उनकी उस पारी के कारण ही भारत तब पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने की राह में आगे बढ़ पाया था। कपिल देव की कप्तानी में भारत ने लॉर्ड्स के मैदान पर 1983 का वर्ल्ड कप जीता था। फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने उस समय की नंबर एक टीम वेस्टइंडीज को एक बेहद ही रोमांचक मुकाबले में करारी शिकस्त दी थी। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट की तस्वीर ही बदल कर रख दी थी और कपिल देव देश के सबसे कामयाब कप्तान बनकर सामने आये थे। कपिल देव का जितना करियर रोमांचक है, उनकी लव स्टोरी भी काफी रोचक है। दरअसल हुआ कुछ यूं कि ट्रेन में सफर कर रही एक लड़की कपिल देव को मन ही मन भा गई। लड़की को देखते ही कपिल देव ये ठान चुके थे कि उन्हें ही अपना हमसफर बनाएंगे। ऐसे में बस तलाश थी, तो एक सटीक मौके की। लेकिन उसके बाद भी ऐसा क्या हुआ था जब क्रिकेटर को अपने प्यार को पाने के लिए काफी हिम्मत दिखानी पड़ी थी। (ये भी पढ़ें: जब पैपराजी पर गुस्सा हुईं शाहिद कपूर की पत्नी मीरा राजपूत कहा- मत लिया करो ना बच्चों के साथ फोटो)
... तो हुआ कुछ ऐसा था जनाब कि कपिल देव जिस ट्रेन में सफर कर रहे थे तो उसके सामने वाली सीट रोमी नाम की लड़की बैठी हुईं थी। एक समय ऐसा भी आया जब ट्रेन बेहद खूबसूरत जगह से गुजरने लगी। आस-पास का वातावरण ऐसा कि मन आनंदित हो जाए। बस फिर क्या था। कपिल को लगा कि इससे अच्छा मौका शायद ही कभी मिले। कपिल ने मौके पर चौका मारते हुए उस लड़की से कहा- क्या तुम इस जगह की तस्वीर लेना चाहोगी जो हम अपने बच्चों को दिखा सकें। लड़की पहले तो शरमाई लेकिन फिर हां कर दिया। यही नहीं कपिल ने एक रेडियो कार्यक्रम के दौरान बताया कि रोमी (अब पत्नी) से मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी। जान-पहचान के बाद धीरे-धीरे एक दूसरे को पसंद करने लगे। उस समय लड़कियां बोल्ड नहीं थी, इसलिए स्वाभाविक रूप से इसके लिए मुझे ही पहल करनी पड़ी। इसके लिए मुझे काफी हिम्मत जुटानी पड़ी। तब जाकर मैं उनसे आई लव यू बोल पाया।
कपिल ने कहा कि उस वक्त हमारे लिए लड़कियों से प्यार का इजहार करना आसान नहीं था। कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट ने आज के लड़के-लड़कियों को प्रेम के इजहार को आसान बना दिया है। लड़के-लड़कियां बड़ी सहजता से अपनी भावनाओं का इजहार कर देते हैं, लेकिन हमारे समय में यह सब इतना सबकुछ नहीं था। इसलिए हमें अपने प्यार का इज़हार करने में वक्त लगा। वहीं उनकी पत्नी रोमी ने उन दिनों को याद करते हुए बताया साल 1978 की बात है। हम दोनों कालेज के छात्र थे। सात-आठ दोस्तों के साथ हम इकट्ठा घूमा करते थे। इसी तरह की एक ट्रिप के दौरान कपिल ने मुझे प्रपोज किया। उन दिनों कपिल बहुत शर्मीले थे। उनका आत्मविश्वास जैसा आज है, वैसा उस समय बिल्कुल नहीं था। (ये भी पढ़ें: कपिल शर्मा ने बातों ही बातों में बताया हाल-ए-दिल, कैसे हुआ था गिन्नी चतरथ से प्यार)
बातों ही बातों में कपिल ने ये भी बताया कि परिवार वाले हमारी शादी को तैयार नहीं थे। उस समय रोमी ने घर से भागकर शादी की बात कही थी। उस वक्त किसी लड़की का यह ही सोचना बहुत बड़ी बात थी। तब कपिल ने रोमी को ऐसा करने से मना कर दिया था और कहा हम अपने-अपने परिवालों को दुखी कर कभी खुश नहीं रह सकते। इसलिए घर वालों को तो मनाना ही पड़ेगा। इस दौरान कपिल ने ये भी बताया कि उन दिनों हम दोनों बहुत बातें किया करते थे। इसकी वजह से फोन का बिल भी ज्यादा आने लगा। इसकी वजह से रोमी के पापा ने अपने घर के फोन से एसटीडी सेवा कटवा दी, वहीं मेरे बड़े भाई साहब ने भी एसटीडी सेवा कटवा दी। उसके बाद हमने तरकीब निकाली मैं जहां कहीं भी खेलने जाता तो एक घंटे पहले हवाई अड्डे पहुंचता। वहां के पीसीओ से ही रोमी को कॉल किया करता था। आखिरकार हमारे प्यार के आगे घरवाले राजी हुए और तीन साल के अंदर यानि 1980 में हमारी शादी हो गई। (ये भी पढ़ें: हाथों में मेहंदी लगाए कुछ यूं नजर आईं शलभ दांग की दुल्हनिया काम्या पंजाबी, यहां देखिए तस्वीरें)
आपको बता दें दीपिका पादुकोण ने हाल ही में इंस्टा पर 83 से अपना लुक शेयर किया है। फोटो में रणवीर सिंह कपिल देव और दीपिका उनकी पत्नी रोमी भाटिया के रोल में दिख रही हैं। दीपिका पादुकोण का लुक उनकी अब तक की गई फिल्मों से एकदम जुदा है। तस्वीर में शॉर्ट हेयर, हाईनेक टॉप में दीपिका रणवीर सिंह का हाथ थामे हुए दिखाई दे रही हैं। फोटो में दोनों की केमिस्ट्री देखते ही बनती हैं। वैसे आप कपिल देव की लव स्टोरी फ़िल्मी पर्दे पर देखने के लिए कितने बेताब हैं हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह है तो जरूर दें।