By Pooja Shripal Last Updated:
फिल्म '12वीं फेल' 2023 की सबसे सफल और इंस्पायरिंग फिल्मों में से एक है। विधु विनोद चोपड़ा द्वारा लिखित, निर्देशित और निर्मित बायोपिक आईपीएस अधिकारी मनोज शर्मा (Manoj Sharma) और आईआरएस अधिकारी श्रद्धा जोशी (Shraddha Joshi) के जीवन पर आधारित है। फिल्म में विक्रांत मैसी ने मनोज का किरदार निभाया है, जबकि मेधा शंकर ने श्रद्धा का रोल प्ले किया है। इसके अलावा, कहानी कपल की पहली मुलाकात व उनकी शादी के इर्द-गिर्द घूमती है और दिखाती है कि कैसे श्रद्धा ने मनोज को आईपीएस अधिकारी बनने के उनके सपने को हासिल करने में मदद की।
यहां हम आपको रियल लाइफ मनोज और श्रद्धा की लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो वाकई काफी इंस्पायरिंग है।
मनोज शर्मा आईपीएस अधिकारी बनने के सपने को लेकर 'यूपीएससी' की पढ़ाई करने के लिए अपना घर छोड़कर दिल्ली चले गए थे। वहां उनकी मुलाकात श्रद्धा जोशी से होती है, जो उत्तराखंड की रहने वाली थीं और पीसीएस की तैयारी भी कर रही थीं। 'लल्लनटॉप' के साथ एक एक साक्षात्कार में मनोज शर्मा और श्रद्धा जोशी ने अपनी लव स्टोरी के बारे में बात की थी। अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए मनोज ने बताया था कि कैसे वह श्रद्धा के नाम और इस फैक्ट से तुरंत आकर्षित हो गए थे कि वह अल्मोडा की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा था, “एक तो नाम श्रद्धा, ऊपर से शहर अल्मोडा। उस दिन ही मुझे लगा कि उनमें कुछ खास है।”
हालांकि, उनका एकेडमिक करियर बेहद चुनौतीपूर्ण था, फिर भी मनोज ने श्रद्धा का दिल जीतने की कोशिश में खुद को पूरी तरह समर्पित कर दिया था। यह हिंदी साहित्य में उनकी रुचि ही थी जो उन्हें एक साथ लाई। इस अवधि के दौरान मनोज के मन में श्रद्धा के लिए भावनाएं विकसित हुईं और उन्होंने उन्हें कबूल कर लिया। हालांकि, वह हैरान रह गईं और बोलीं, "क्या तुम पागल हो?"
मनोज शर्मा प्यार की ताकत में विश्वास करते थे। इसलिए, वह अपनी कोशिश में लगे रहे और श्रद्धा को समझाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने पहले उन्हें फ्रेंडशिप के लिए प्रपोज किया और कहा था, "क्या हम दोस्त बन सकते हैं?" इस पर श्रद्धा तुरंत सहमत हो गई थीं और इस तरह, दोनों ने अपनी नई जर्नी की शुरुआत की थी, जिसने बाद में प्यार का रूप ले लिया।
श्रद्धा का दिल जीतने के लिए मनोज ने काफी मेहनत की और चाय बनाना भी सीखा था। उन्होंने मजाकिया अंदाज में बताया था कि एक व्यक्ति, जो पहाड़ों से आता है, जब भी सोता है और उठता है तो चाय चाहता है। इसलिए, यह जानने के बाद कि वह एक पहाड़ी हैं, मनोज ने श्रद्धा को चाय पिलाकर लुभाने की कोशिश की और छोटी-छोटी हरकतों से उनका दिल जीत लिया। उसी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा था, "श्रद्धा की जिंदगी चाय पर निर्भर है, पहाड़ी आदमी को सोते समय भी चाय चाहिए और उठते समय भी।"
तमाम अड़चनों और उतार-चढ़ाव को पार करने के बाद कपल ने शादी कर ली। उन्होंने साल 2005 हमेशा के लिए एक-दूजे के साथ रहने की कसमें खाईं। कपल के दो बच्चे चिया (बेटी) और मानस (बेटा) हैं।
जिस तरह से मनोज शर्मा ने अपने दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता से श्रद्धा जोशी का दिल जीता, फैंस उसके दीवाने हैं। तो आपको उनकी लव स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।