By Pooja Shripal Last Updated:
'यश बिड़ला ग्रुप' मुंबई बेस्ड सबसे सफल भारतीय बिजनेस समूहों में से एक है। यशोवर्धन बिड़ला (Yashovardhan Birla) की अध्यक्षता वाली कंपनी स्टील पाइप, मशीन टूल्स, कटिंग टूल्स, टूल होल्डर्स, आयरन कास्टिंग, पावर सॉल्यूशंस, उत्पाद, मल्टीपर्पज इंजन पंप, इलेक्ट्रिक टूल्स, कपड़ा, कालीन, फर्निशिंग, लाइफस्टाइल, इन्फोटेक, पब्लिकेशन और यात्रा जैसे क्षेत्रों में काम करती है। बिड़ला परिवार के विभिन्न सदस्यों द्वारा शुरू किए गए इस ग्रुप की 10 से अधिक सहायक कंपनियां हैं।
यशोवर्धन 'बिड़ला समूह' के युवा वंशज हैं, जिन्होंने 1990 में एक दुखद विमान दुर्घटना में अपने माता-पिता को खो दिया था। उसके बाद महज 23 साल की उम्र में उन्होंने अपनी फैमिली बिजनेस को संभाला था और अपनी कंपनी को नई उंचाइयों पर ले गए। यशोवर्धन बिड़ला के स्वामित्व वाली सभी शानदार चीजों में से एक मुंबई के मालाबार हिल्स में स्थित उनकी भव्य हवेली है। हाल ही में, 'मैशेबल इंडिया' के गेट क्रैश के लेटेस्ट एपिसोड में उन्होंने अपने घर की झलक दिखाई, जो वाकई बेहद खूबसूरत है।
1930 के दशक में यशोवर्धन के परदादा रामेश्वर दास द्वारा निर्मित 'बिड़ला हाउस' मालाबार हिल्स में फैला हुआ है, जो पूरे मुंबई के सबसे महंगे इलाकों में से एक है। यह हवेली लगभग 5,412 वर्ग मीटर में फैली हुई है, जिसके एंट्रेस गेट पर दोनों ओर बड़ी मूर्तियों और पिलर्स के साथ-साथ देवी-देवताओं की पौराणिक पेंटिंग्स भी हैं।
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जैसे ही यश ने अपने घर में एंट्री की, वैसे ही दर्शकों को कई भारतीय नेताओं की तस्वीरों और यादों से भरे एक विशेष कमरे की झलक मिली। कमरे के बारे में बात करते हुए यश बताते हैं कि उनका घर 100 साल से अधिक पुराना है और इसे उनके परदादा ने बनवाया था, जो भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत सक्रिय रूप से शामिल थे। उस समय कई प्रमुख राजनेता इस घर में आते थे और इस स्पेशल रूम में रुकते थे। यश ने यह भी खुलासा किया कि परिवार इस विशेष कमरे में सत्संग और पूजा करता है, जहां उनके अनुसार, आध्यात्मिक माहौल है।
कमरे में कालीन वाला फर्श है, जिसमें 90 साल पुराने सोफे हैं। कमरे की एक दीवार पर उनकी दिवंगत दादी गोपीकुमारी बिड़ला, पिता अशोक बिड़ला, मां सुनंदा बिड़ला और बहन सुजाता बिड़ला की तस्वीरें लगी हुई हैं। पूरे कमरे को कुछ वॉलपेपर के साथ विंटेज व्हाइट दीवारों से सजाया गया है, जिसके ऊपर उनके दिवंगत परिवार के सदस्यों की फ़्रेमवाली तस्वीरें रखी गई हैं।
स्पेशल रूम से जाने वाला रास्ता दूसरे कमरे की ओर जाता है, जो लिविंग रूम है। बड़े कांच के दरवाजों से आने वाली प्राकृतिक धूप से पूरा कमरा अच्छी तरह से रोशन होता है। बड़े झूमरों, पारंपरिक लकड़ी के फर्नीचर, बेंत की सीटों और बैकरेस्ट के साथ कमरे ने पास्ट के आकर्षण को बरकरार रखा है।
इसके बाद, यश लिविंग रूम के बारे में एक दिलचस्प कहानी साझा करते हैं। उन्होंने खुलासा किया कि परिवार अब उस स्थान का उपयोग लिविंग रूम के रूप में करता है, जिसका उपयोग पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा किया जाता था। इतना ही नहीं, यह वह विशेष स्थान है, जहां भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने अंतिम सांस ली थी।
लिविंग रूम को क्रीम कलर की दीवारों पर यश के पूर्वजों और कुछ राजनीतिक नेताओं की ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरों के साथ खूबसूरती से सजाया गया है। कमरे में एक समकालीन स्केच भी है, जो यश के अनुसार, उनके द्वारा खरीदी हुई मॉडर्न आर्ट है।
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लिविंग रूम बहुत सारे पेड़-पौधों से भरे एक लॉन की ओर जाता है। लॉन के सेंटर में एक मंदिर है, जो ब्लैक ग्रेनाइट फर्श के साथ सफेद संगमरमर से बना है। मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ति है। यश ने बताया कि मंदिर के ठीक बगल में नर्मदेश्वर शिवलिंग है। दरअसल, यश बिड़ला आध्यात्मिकता की शक्ति में विश्वास करते हैं और मंदिर उसी का प्रतीक है।
मंदिर के बगल में एक बड़ा डाइनिंग एरिया है, जहां यश बिड़ला के परदादा और उनका पूरा परिवार सुबह की पूजा के ठीक बाद नाश्ता करने के लिए एकत्रित होता था। परिवार में सुबह का भोजन एक साथ करने की परंपरा थी।
आध्यात्मिक व्यक्ति होने के अलावा, यश एक फिटनेस फ्रीक पर्सन भी हैं। जैसे ही यश अपने दर्शकों को अपने जिम में ले गए, हम घर में लिफ्ट के अनोखे एंट्रेस गेट को देखने से खुद को रोक नहीं सके, जिसके ऊपर भगवान की मूर्तियां बनी हुई हैं। विशाल जिम बिड़ला हाउस की छत पर स्थित है, जिसमें सभी उपकरण मौजूद हैं। यश बिड़ला ने यह भी खुलासा किया कि जिम में सभी उपकरण नए नहीं हैं और कुछ तो 20 साल पुराने हैं।
यश का पूरा घर ऐतिहासिक चित्रों, आधुनिक कला और दीवारों पर यूरोपीय कैनवस के साथ-साथ चीनी मिट्टी के फूलदान और आकृतियों के साथ पुरानी दुनिया के आकर्षण का एहसास देता है। रेनोवेशन के बाद भी, यश बिड़ला ने घर के पुराने सार को खूबसूरती से बरकरार रखा है। घर में पौराणिक और आध्यात्मिक स्पर्श सुकून देता है।
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फिलहाल, यशोवर्धन बिड़ला की भव्य हवेली आपको कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।