By Pooja Shripal Last Updated:
ईशा देओल (Esha Deol) बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेस हैं, जो दिग्गज स्टार कपल हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की बेटी हैं। उन्होंने साल 2002 में अपनी फिल्म 'कोई मेरे दिल से पूछे' से डेब्यू किया था। अब ईशा एक्ट्रेस से निर्माता बन चुकी हैं और बतौर प्रोड्यूसर ईशा की पहली फिल्म 'एक दुआ' को हाल ही में '69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों' में स्पेशल मेंशन किया गया, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
'ईटाइम्स' के साथ अपने एक हालिया इंटरव्यू में ईशा देओल ने अपने पिता धर्मेंद्र की लेटेस्ट फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में उनकी परफॉर्मेंस के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि पूरी फिल्म देखना उनके लिए काफी भावनात्मक था। अपने पिता के प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए ईशा ने खुलासा किया कि फिल्म में अपने पिता के सीन्स के कुछ हिस्सों को देखना उनके लिए मुश्किल था।
उनके शब्दों में, “हां, मैंने इसे देखा और यह एक बहुत ही भावनात्मक फिल्म थी। एक बेटी के रूप में मेरे लिए उन कुछ सीन्स को देखना बहुत मुश्किल था, जो मेरे पिता निभा रहे थे, लेकिन मेरा मतलब है कि मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं और एक दर्शक के रूप में भी, मैं उनकी तारीफ करती हूं। इसलिए, इसे देखते समय मुझे बस बैठकर खुद से कहना पड़ा कि मैं इसे एक बेटी बनकर नहीं बल्कि एक दर्शक के रूप में देखूं।”
'इंडियन एक्सप्रेस' के साथ अपने पिछले साक्षात्कार में ईशा ने खुलासा किया था कि उनके पिता धर्मेंद्र नहीं चाहते थे कि वह फिल्मों में आएं, क्योंकि वह उनके बारे में काफी रूढ़िवादी और पजेसिव थे। उन्होंने अपने पिता के रुख के बारे में बताते हुए कहा था कि धर्मेंद्र को विश्वास था कि उनकी बेटियां हमेशा सुरक्षित रहेंगी। ईशा के शब्दों में, “जहां तक मेरे पिता का सवाल है, वह पजेसिव और रूढ़िवादी हैं। उनके लिए लड़कियों को प्रोटेक्टिव तरीके से इस दुनिया से दूर रखा जाना चाहिए। हमारी इंडस्ट्री किस तरह से काम करती है, इसे देखते हुए उन्हें यही महसूस हुआ होगा।” पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
'फादर्स डे' के अवसर पर 'ईटाइम्स' के साथ अपने एक पुराने साक्षात्कार में ईशा देओल ने बचपन से अपने पिता धर्मेंद्र की एक याद ताजा की थी। उन्होंने याद किया था कि कैसे कभी-कभी, जब उनकी मां हेमा मालिनी काम या शूटिंग के लिए बाहर जाती थीं, तो उनके पिता ही उनकी देखभाल करते थे और उन्हें खुश व प्रसन्न रखने के लिए सब कुछ करते थे, जिससे उन्हें अपनी मां की याद नहीं आती थी।
फिलहाल, ईशा के इस खुलासे पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।