By Pooja Shripal Last Updated:
ब्रिटेन में 70 सालों तक राज करने वालीं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Elizabeth II) का 8 सितंबर 2022 को 96 वर्ष की उम्र में स्कॉटलैंड के बालमोरल महल में निधन हो गया। उनके निधन से न सिर्फ ब्रिटेन, बल्कि पूरी दुनिया में शोक है। दिवंगत क्वीन अपने दयालु स्वभाव के लिए जानी जाती थीं। उनकी मनमोहक स्माइल के साथ-साथ उनका क्लासी ड्रेसिंग सेंस भी काफी इंप्रेसिव था। उनके ज्वेलरी कलेक्शन की भी पूरी दुनिया में खूब बात की जाती थी। दरअसल, उनके पास एक से बढ़कर एक ज्वेलरी थी और इनमें से ज्यादातर उन्हें गिफ्ट में मिली थीं।
क्वीन एलिजाबेथ के मुकुट में जड़े कोहिनूर से लेकर हैदराबादी क्राउन तक, उनका ज्वेलरी कलेक्शन काफी शानदार और बेशकीमती है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं उनके गहनों के खजाने की कुछ बेशकीमती चीजों के बारे में, आइए जानते हैं।
कोहिनूर दुनिया के सबसे बड़े कटे हुए हीरों में से एक है और वर्तमान में 'इंपीरियल स्टेट क्राउन' में स्थापित है, जिसे मूल रूप से किंग जॉर्ज VI के राज्याभिषेक के लिए 1937 में बनाया गया था। महारानी को इसे आखिरी बार 2016 के राज्य उद्घाटन के लिए पहने हुए देखा गया था। इम्पीरियल स्टेट क्राउन में शानदार ढंग से कटे हुए 2,868 हीरे, 17 नीलम, 11 पन्ना और 269 मोती हैं।
रानी की सबसे बेशकीमती चीजों में से एक 'दिल्ली दरबार हार' था, जिसमें मूल रूप से क्वीन मैरी की दादी के स्वामित्व वाले नौ पन्ने हैं। इसमें कलिनन हीरे से कटा हुआ 8.8 कैरेट का हीरा भी है, जिसे अब तक का सबसे बड़ा हीरा कहा जाता है। वर्ष 1911 में भारत में एक बड़े उत्सव 'दिल्ली दरबार' के लिए इस हार को बनाया गया था। 'द कोर्ट ज्वेलर के अनुसार, 12 दिसंबर 1991 को दिल्ली के 'कोरोनेशन पार्क' में हुए उत्सव के मुख्य कार्यक्रम में पूरे भारत के राजघरानों ने भाग लिया था। इसी कार्यक्रम में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को यह विरासत में मिला था।
नीलम और हीरे से बना 'अल्बर्ट ब्रोच' अपनी अंतिम सांस तक महारानी एलिजाबेथ का पसंदीदा बना रहा। इसे साल 1849 में प्रिंस अलबेरी ने अपनी पत्नी विक्टोरिया को उपहार के रूप में दिया था।
कार्टियर ने मोटे तौर पर 54.5 कैरेट के गुलाबी हीरे के साथ एक फ्लोवर ब्रोच बनाया था, जो एलिजाबेथ को कनाडा के जेमोलॉजिस्ट जॉन थोरबर्न विलियमसन से उनकी शादी पर तोहफे के रूप में मिला था। कार्टियर ने इसे 203 सफेद हीरे के साथ सेट किया, जिससे एक सुंदर ब्रोच बना।
विंडसर कैसल में वी-ई दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर रानी को लोकप्रिय डबल क्लिप ब्रोच पहने देखा गया था। कहा जाता है कि ब्रोच को 'ड्यूक ऑफ केंट' ने खरीदा था, जो 1937 में रानी के चाचा भी थे।
सऊदी अरब के किंग फैसल और किंग खालिद ने रानी को अमेरिकी ज्वेलरी हाउस 'हैरी विंस्टन' से हीरे का हार भेंट किया था। सऊदी अरब के राजा फैसल ने साल 1967 में फैसल की ब्रिटेन राजकीय यात्रा के दौरान रानी को हार भेंट किया था, इसमें 300 हीरे हैं, जिनका वजन 80 कैरेट है।
(ये भी पढ़ें- एलिजाबेथ II और प्रिंस फिलिप की लव स्टोरी: पहली मुलाकात से शादी तक, खास है इनकी प्रेम कहानी)
उनके शानदार ज्वेलरी कलेक्शन में से सबसे बेशकीमती उनका वह हार है, जो उन्हें 1947 में उनकी शादी पर भारत के हैदराबाद के निजाम आसफ जाह VII ने दिया था। उन्होंने कार्टियर को राजकुमारी को अपने मौजूदा स्टॉक से कुछ भी लेने देने के लिए कहा था। तब उन्होंने इस हार को चुना था, जो डायमंड और प्लेटिनम का बना है। इस हार की कीमत 6 अरब 59 करोड़ रुपए बताई जाती है। यह रानी को कितना पसंद था, इसका अदांजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने पूरे शासनकाल के दौरान इस हार को पहना था।
(ये भी पढ़ें- एलिजाबेथ II की टोटल नेट वर्थः छोड़ गई हैं 6,631 अरब रुपए की संपत्ति, जानें कैसे होती थी कमाई)
हैदराबाद के निज़ाम ने रानी को प्रसिद्ध हैदराबादी टियारा भी उपहार में दिया था, जिसमें 3 वियोज्य (अलग करने वाले) फूलों के ब्रोच के साथ अंग्रेजी गुलाब पर आधारित एक डिज़ाइन था, जो सभी हीरे से बने थे और प्लेटिनम में सेट थे।
महारानी विक्टोरिया के चाचा किंग जॉर्ज IV ने राज्याभिषेक के लिए 1820 में महारानी के लिए हीरे का ताज बनाया गया था। यह परंपरागत रूप से रानियों और रानी पत्नियों द्वारा संसद के राज्य उद्घाटन के लिए पहना जाता था।
(ये भी पढ़ें- एलिजाबेथ II का कीमती डायमंड कटेड प्लेटिनम हार, जिसे हैदराबाद के निजाम ने शादी पर किया था गिफ्ट)
फिलहाल, आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।