By Shivakant Shukla Last Updated:
शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा (Vikram Batra) ने 7 जुलाई 1999 को प्वाइंट 4875 पर अपने एक साथी सैनिक को बचाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक युद्ध में एक मुस्कान के साथ अपने जीवन का बलिदान दे दिया था। कारगिल युद्ध में उनकी अविश्वसनीय भूमिका के लिए विक्रम बत्रा को मरणोपरांत सर्वोच्च युद्ध वीरता पुरस्कार 'परम वीर चक्र' से सम्मानित किया गया।
हाल ही में, उनकी बायोपिक 'शेरशाह' रिलीज हुई, जिसके जरिए उनके वीर बलिदान को दुनिया भर के लोगों ने देखा और अब फिल्म के लेखक ने विक्रम बत्रा के निजी जीवन से एक दुर्लभ विवरण साझा किया है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में।
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दरअसल, 'News18' के साथ एक साक्षात्कार में शेरशाह के लेखक संदीप श्रीवास्तव ने डिंपल चीमा और कप्तान विक्रम बत्रा के संबंधों के बारे में कुछ दुर्लभ विवरण साझा किए। लेखक ने कहा कि, डिंपल और विक्रम सिर्फ 40 दिनों तक साथ रहे। हालांकि, दोनों एक-दूसरे को करीब 4 साल से जानते थे। उन्होंने कहा कि, "जब मैं रिसर्च कर रहा था, और मैंने डिंपल से बातचीत की, तो उन्होंने कहा था कि, कैप्टन बत्रा और वह एक-दूसरे को चार साल से जानते हैं, लेकिन उन्होंने साथ में जो समय बिताया वह सिर्फ 40 दिनों का था।" संदीप ने यह भी कहा कि, उन्होंने और उनकी टीम ने विक्रम के लिए डिंपल के अटूट प्रेम की भावनाओं के साथ न्याय करने की पूरी कोशिश की है।
लेखक ने कियारा आडवाणी की भी प्रशंसा की, जिन्होंने 'शेरशाह' में डिंपल चीमा के चरित्र को शानदार ढंग से प्रस्तुत किया है। उन्होंने यह भी बताया कि, लोगों को फिल्म में डिंपल के कैरेक्टर से प्यार क्यों है। उन्होंने कहा कि, "मुझे लगता है कि, हमने उन 40 दिनों के सार को पकड़ लिया है, जो उस अद्भुत महिला के लिए बहुत मायने रखता है, जिसका मैं बहुत सम्मान करता हूं। यह उनकी भावनाओं का सार है, जो कियारा ने पूरी लगन के साथ निभाया है। यह कैरेक्टर वास्तव में लोगों से जुड़ा हुआ है।"
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अपने साक्षात्कार के अंत में संदीप श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि, कैप्टन विक्रम बत्रा की कहानी को उनके जीवन के प्यार, डिंपल चीमा का उल्लेख किए बिना बताना असंभव है, क्योंकि वह उनके जीवन का एक अभिन्न अंग थीं। उन्होंने कहा कि, "तो मुझे नहीं लगता कि, इसमें कुछ जोड़ने की आवश्यकता थी। यह रियल स्टोरी है। वह कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन का एक बहुत ही अभिन्न अंग हैं, आप उनकी कहानी डिंपल के साथ उनके रिश्ते के बिना नहीं बता सकते हैं। मुझे लगता है कि, हमने जो किया है, वह सही संतुलन पर है। ऐसे कई विचार भी हैं, जो इसके ठीक विपरीत हैं, और वह कह रहे हैं कि, यह उनके निजी जीवन और फौजी जीवन का एक आदर्श मिश्रण है।"
जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि, कारगिल युद्ध में कैप्टन विक्रम बत्रा उर्फ 'शेरशाह' को अपने सैनिकों के साथ प्वाइंट 4875 चोटी पर तिरंगा फहराना था और उन्होंने अपने इस मिशन को पूरा भी किया, लेकिन अपनी शहादत के साथ। कारगिल में उनके इस बलिदान के बाद से ही प्वाइंट 4875 चोटी को 'बत्रा टॉप' के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि, कारगिल युद्ध के बाद विक्रम अपनी कॉलेज टाइम गर्लफ्रेंड डिंपल चीमा से शादी करने वाले थे, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था, शादी से पहले ही वो शहीद हो गए थे। लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि, डिंपल ने विक्रम के शहीद होने के बाद किसी और से शादी नहीं की और वो आज तक विक्रम की विधवा के रूप में गर्व से जी रही हैं।
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