By Rinki Tiwari Last Updated:
‘बेगम इश्क का मजा ही चुपके-चुपके करने में है’ और ‘बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना’ जैसे सुपरहिट डायलॉग्स आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं और जिस स्टार ने इन डायलॉग्स को जिया है, उन्हें तो आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं फिल्मी इंडस्ट्री के ‘हीमैन’ के नाम से मशहूर धर्मेंद्र (Dharmendra) की, जिन्होंने तीन दशक तक हिंदी सिनेमा पर राज किया है। धर्मेंद्र किसी भी फिल्म में काम करते थे, तो उसमें अपनी जान डाल देते थे। धर्मेंद्र ऐसे पहले अभिनेता हैं, जिनकी लगातार 100 फिल्में सुपरहिट साबित हुई हैं और वो भी बतौर लीड एक्टर। धर्मेंद्र ने अपने अभिनय से फिल्म इंडस्ट्री में एक ऐसी छाप छोड़ी है, जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकता है। आज हम आपको धर्मेंद्र की प्रोफेशनल से पर्सनल लाइफ तक के यादगार सफर के कुछ अंश के बारे में बताएंगे।
8 दिसंबर 1935 को जालंधर के नसरालि में जन्मे धर्मेंद्र का असली नाम धरम सिंह देओल है। धर्मेंद्र एक पंजाबी जाट परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता का नाम केवल किशन सिंह देओल और मां का नाम सतवंत कौर था। धर्मेंद्र ने अपनी शुरुआती पढ़ाई जालंधर के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की है। धर्मेंद्र ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, लेकिन बचपन से ही उन्हें फिल्मों का बहुत शौक था। वो स्कूल जाने के बहाने थिएटर में फिल्में देखने जाया करते थे। वो फिल्मों के इस कदर दीवाने थे कि, साल 1949 में आई फिल्म ‘दिल्लगी’ उन्होंने 40 बार देखी थी।
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धर्मेंद्र सिर्फ मैट्रिक (हाईस्कूल) तक पढ़े हैं। अपने परिवार की जिम्मेदारी निभाने के चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और रेलवे में नौकरी करनी शुरू कर दी। इस दौरान उन्हें सिर्फ सवा सौ रुपए सैलरी मिलती थी। हालांकि, इस दौरान भी उनमें फिल्मों की लालसा बिल्कुल भी कम नहीं हुई थी और इसी वजह से उनकी किस्मत भी चमक गई। एक बार जब धर्मेंद्र ने ‘फिल्मफेयर’ के इवेंट में भाग लिया था, तब उन पर अपने समय के मशहूर फिल्म डायरेक्टर अर्जुन हिंगोरानी की नजर पड़ गई। उन्होंने बिना देर किए धर्मेंद्र को अपनी फिल्म में कास्ट कर लिया और उन्हें एडवांस में 50 रुपए भी दिए थे। ये पल धर्मेंद्र के लिए एक सपने जैसा था, जो अब पूरा होना वाला था।
हिंदी सिनेमा के ‘ग्रीक ऑफ गॉड’ कहे जाने वाले धर्मेंद्र की बतौर लीड एक्टर 100 फिल्में सक्सेसफुल साबित हुईं। अपने फिल्मी करियर के दौरान धर्मेंद्र दुनिया के टॉप 10 हैंडसम लड़कों की लिस्ट में शुमार थे। धर्मेंद्र को बॉलीवुड में पहला चांस साल 1960 में डायरेक्टर अर्जुन हिंगोरानी ने अपनी फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से दिया था। हालांकि, ये फिल्म कुछ ज्यादा कमाल नहीं कर सकी, लेकिन धर्मेंद्र की एक्टिंग को काफी सराहा गया था।
इसके बाद धर्मेंद्र को फिल्म ‘बॉय फ्रेंड’ में कास्ट किया गया, लेकिन ये फिल्म भी नहीं चल पाई। कुल मिलाकर धर्मेंद्र ने करीब 7 सालों तक इंडस्ट्री में खूब पसीना बहाया। इसके बाद धर्मेंद्र को मशहूर फिल्म निर्माता ओ.पी. रल्हन ने अपनी फिल्म ‘फूल और पत्थर’ में कास्ट किया और ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई, जिसने धर्मेंद्र को रातोंरात स्टार बना दिया। इस फिल्म के लिए धर्मेंद्र को ‘बेस्ट एक्टर’ का अवॉर्ड भी मिला था। एक्टर ने अब तक ‘सूरत और सीरत’, ‘अनपढ़’, ‘आंखें’, ‘मेरे हमदम मेरे दोस्त’, ‘धरम-वीर’, ‘शोले’ और ‘यमला पागल दीवाना’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों से बॉलीवुड को नवाजा है।
धर्मेंद्र की पहली पत्नी का नाम प्रकाश कौर है। उन्होंने साल 1954 में महज 19 साल की उम्र में प्रकाश कौर संग शादी रचाई थी। प्रकाश कौर संग धर्मेंद्र को चार बच्चे हुए, जिनके नाम सनी देओल, बॉबी देओल, अजीता देओल और विजेता देओल है। सनी देओल बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता रह चुके हैं, वहीं बॉबी देओल भी एक एक्टर हैं, जिन्होंने हाल ही में वेब सीरीज ‘आश्रम’ से OTT प्लेटफॉर्म पर कमबैक किया है। जानकारी के लिए बता दें कि, फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता अभय देओल धर्मेंद्र के भतीजे हैं।
धर्मेंद्र की दूसरी शादी हेमा मालिनी से साल 1980 में हुई। हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की तरह उनकी शादी भी 80 के दशक में सबसे कॉन्ट्रोवर्सी से भरी हुई थी। क्योंकि, धर्मेंद्र तब शादीशुदा होने के साथ ही चार बच्चों के पिता भी थे। वहीं, दूसरी ओर उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर, धर्मेंद्र को तलाक देने के लिए राजी नहीं थीं, लेकिन धर्मेंद्र हेमा के प्यार में इस कदर दीवाने हो गए थे कि, उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाकर हेमा मालिनी संग शादी कर ली और आज धर्मेंद्र अपनी दोनों फैमिली के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। वैसे, हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की लव स्टोरी 70 और 80 के दशक में काफी फेमस थी, तो अगर आप दोनों की दिलचस्प प्रेम कहानी के बारे में डीटेल में जानना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
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फिल्म इंडस्ट्री के सितारों का अपनी को-स्टार्स के साथ अफेयर की खबरें आना आम बात है। कई सितारे अपनी को-स्टार को चुपके-चुपके डेट करते हैं और कुछ ही समय में ब्रेकअप हो जाता है। धर्मेंद्र के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। धर्मेंद्र का पहली पत्नी प्रकाश कौर संग शादी के बाद भी कई अभिनेत्रियों के संग अफेयर रहा, लेकिन मीना कुमारी और अनीता राज संग उनका रिश्ता मीडिया से छुप नहीं सका।
हिंदी सिनेमा की ‘ट्रेजेडी क्वीन’ मीना कुमारी और धर्मेंद्र की लव स्टोरी के किस्से 60 के दशक में काफी मशहूर हुए थे। मीना जहां फिल्म डायरेक्टर कमल अमरोही संग ब्याही थीं, तो वहीं धर्मेंद्र भी प्रकाश कौर संग शादीशुदा थे। हालांकि, साल 1964 में कमल अमरोही से परेशान होकर मीना कुमारी ने उनसे तलाक ले लिया था, जिसके बाद वो काफी तन्हा हो गई थीं। तभी उनकी मुलाकात धर्मेंद्र से हुई। धर्मेंद्र उस वक्त फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना रहे थे, वहीं मीना कुमारी बॉलीवुड की एक्ट्रेस थीं। साल 1964 में आई फिल्म ‘मैं भी लड़की हूं’ के सेट से शुरू हुई दोनों की दोस्ती प्यार में बदलने लगी। मीना कुमारी धर्मेंद्र के प्यार में इस कदर पागल हो गई थीं कि, वो डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स से उनके साथ फिल्म में धर्मेंद्र को लेने के लिए कहती थीं।
कहा जाता है कि, फिल्म इंडस्ट्री में धर्मेंद्र के चमकते सिक्के के पीछे मीना कुमारी का हाथ था। उन्होंने धर्मेंद्र को ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए खूब सिफारिश की थी। मीना कुमारी ने ही साल 1966 में आई फिल्म ‘फूल और पत्थर’ के लिए डायरेक्टर्स को धर्मेंद्र का नाम सुझाया था और उन्हें कास्ट करने की गुजारिश की थी। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी। हालांकि, इस फिल्म के हिट होने के बाद जहां धर्मेंद्र लाइमलाइट में बिजी हो गए थे, वहीं मीना का दिन ब दिन धर्मेंद्र के लिए प्यार बढ़ता जा रहा था। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि, धर्मेंद्र ने मीना कुमारी से झूठा प्यार किया था। उन्होंने सिर्फ मीना कुमारी को अपने करियर की सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल किया।
कहा जाता है कि, फिल्म ‘फूल और पत्थर’ से सुपरस्टार बनने के बाद धर्मेंद्र का रवैया मीना कुमारी के लिए बिल्कुल बदल गया था। वो मीना कुमारी के प्यार से परेशान हो गए थे। वो उन्हें इग्नोर करने लगे थे और एक दिन तो ऐसा आया कि, धर्मेंद्र ने मीना कुमारी को थप्पड़ जड़ दिया था। ये वो वक्त था, जब मीना कुमारी को गहरा झटका लगा था। पति कमल अमरोही से अलग होने के बाद जहां उन्होंने धर्मेंद्र का साथ पाया था, वहीं एक थप्पड़ से वो टूट गई थीं। धर्मेंद्र के धोखे के बाद मीना कुमारी शराब में इस कदर डूब गई थीं कि, महज 38 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। हालांकि, मीना कुमारी को थप्पड़ मारने वाले मामले को धर्मेंद्र ने खारिज करते हुए इसे महज मामूली झगड़ा बताया था। खैर, असलियत में इसके पीछे क्या सच्चाई है, ये तो वही दोनों बता सकते हैं।
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धर्मेंद्र का नाम कई अभिनेत्रियों के साथ जुड़ चुका है, जिनमें से एक 80 और 90 दशक की खूबसूरत अदाकारा अनीता राज (Anita Raj) भी शामिल थीं। अनीता राज अपने जमाने में एक हॉट एंड बोल्ड एक्ट्रेसेस की लिस्ट में शुमार थीं। उन्होंने ‘नौकर बीवी का’, ‘जीने नहीं दूंगा’ और ‘करिश्मा कुदरत का’ जैसी कई फिल्मों में धर्मेंद्र के साथ काम किया है, जिसकी वजह से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी थीं। हैरानगी की बात ये थी कि, उस वक्त धर्मेंद्र पहले से दो पत्नियों संग शादीशुदा थे। वो अनीता के प्यार में इस कदर पागल हो गए थे कि, वो अपने डायरेक्टर्स से अनीता राज को ही उनकी फिल्मों में कास्ट करने के लिए कहते थे। जब दोनों की नजदीकियों की खबरें आग की तरह बॉलीवुड गलियारों में फैलने लगी, तब हेमा मालिनी ने अपने पति धर्मेंद्र संग बगावत कर दी थी। तब जाकर धर्मेंद्र ने अनीता राज संग अपनी दूरी बनाना ही सही समझा।
धर्मेंद्र अभिनेता के रूप में ही नहीं, बल्कि प्रोड्यूसर के तौर पर भी सफल हुए हैं। यहां तक कि, धर्मेंद्र ने अपना प्रोडक्शन हाउस ‘विजयता फिल्म्स’ भी खोला, जिसमें कई ब्लॉकबस्टर फिल्में बनी हैं। उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस में अपने बड़े बेटे सनी देओल को फिल्म ‘बेताब’ से लॉन्च किया था। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी। इसके बाद उन्होंने बेटे सनी देओल के साथ फिल्म ‘घायल’ प्रोड्यूस की, अकेले इस फिल्म ने सात ‘फिल्मफेयर अवॉर्ड’ जीते। सनी देओल के अलावा धर्मेंद्र ने अपने छोटे बेटे बॉबी देओल को भी लॉन्च किया है। बॉबी देओल ने अपने पिता धर्मेंद्र के प्रोडक्शन हाउस में बनी फिल्म ‘बरसात’ से डेब्यू किया था, जो हिट साबित हुई थी।
धर्मेंद्र को हीमैन या फिर ‘वर्ल्ड आयरन मैन’ कहने के पीछे भी एक वजह है। दरअसल, अभिनेता अपनी फिल्मों के लिए इतने ईमानदार थे कि, वो अपनी फिल्मों में खुद ही स्टंट किया करते थे। उन्होंने कठिन से कठिन स्टंट बिना किसी डबल रोल के फिल्माया है। इसकी वजह से उन्हें ‘वर्ल्ड आयरन मैन’ का खिताब भी मिल चुका है।
बी-टाउन के ‘हीमैन’ अपने फिल्मी करियर में जितना कामयाब हुए, उतने ही वो अपने राजनीतिक करियर में भी सफल हैं। धर्मेंद्र ने भाजपा की ओर से साल 2004 में राजस्थान के बिकानेर से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्होंने भारी वोटों से जीत हासिल की थी। एक्टर ने पांच सालों तक भाजपा की ओर से बिकानेर में काम किया। हालांकि, इन पांच सालों में वो संसद का मुंह देखने शायद ही कभी गए थे, जिसके चलते उन्हें काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा था।
इसमें कोई दोराय नहीं है कि, धर्मेंद्र ने अपने फिल्मी करियर में काफी मुकाम हासिल किया है और एक्टिंग के लिए उनका पैशन उनकी फिल्मों में बखूबी देखने को मिलता है। 85 साल के एक्टर अब तक करीब 143 फिल्मों में काम कर चुके हैं। इनमें से कई फिल्मों के लिए धर्मेंद्र बेहतरीन एक्टर का खिताब अपने नाम कर चुके हैं। यहां तक कि, धर्मेंद्र को कई बार ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ मिल चुका है। वहीं, धर्मेंद्र ने अपनी शानदार फिल्मों के लिए 'नेशनल अवॉर्ड' भी जीता है।
धर्मेंद्र ने कई सुपरहिट फिल्मों के साथ कई टीवी शोज के जज के तौर पर भी काम किया है। फिल्मों के अलावा वो कई ब्रांड्स के एंबेसडर भी रह चुके हैं। ‘सेलिब्रिटी नेट वर्थ’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 तक उनकी कुल संपत्ति 60 मिलियन डॉलर है, जो इंडियन करेंसी में करीब 460 करोड़ रुपए है।
फिलहाल, धर्मेंद्र इन दिनों अपने फार्महाउस में समय बिता रहे हैं और वो लगातार सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। वैसे, आपको धर्मेंद्र की बायोग्राफी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कई सुझाव हो तो अवश्य दें।