By Vidushi Gupta Last Updated:
कहा जाता है कि एक सिंगल मदर बाहर से सख्त और दिल से नर्म होती है। जहां आज भी समाज में एक सिंगल मदर को जज किया जाता है, वहीं दूसरी तरफ अकेले बच्चा पालने वाली महिलाएं लोगों की इस सोच से परे खुद को लगातार प्रूव करती आई हैं। यही नहीं, उनके पास वर्क, लाइफ और बच्चे एक साथ मैनेज करने की सुपरपॉवर होती है। ऐसी महिला का परफेक्ट उदाहरण टीवी एक्ट्रेस दलजीत कौर (Dalljiet Kaur) हैं, जिन्होंने अपना नाम बदल कर अब दीपा रख लिया है। हाल ही में, एक्ट्रेस ने ‘ई टाइम्स टीवी’ से अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर बातचीत की है।
पहले ये जान लीजिए कि, दलजीत की टीवी एक्टर शालीन भनोट संग शादीशुदा लाइफ अच्छी नहीं चल रही थी। इस कपल की साल 2009 में शादी हुई थी और उसके 6 सालों बाद दलजीत ने अपने हसबैंड व सास-ससुर के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज कर दिया था। इस एक्स-कपल का बेटा भी है, जिसका नाम जेडन है। फ़िलहाल, दलजीत अपने बेटे के साथ अकेले अपनी जिंदगी हंसी-ख़ुशी बिता रही हैं। यहां हम सवाल-जवाब के माध्यम से दलजीत के साथ हुई बातचीत को बताने जा रहे हैं। (ये भी पढ़ें: नेहा धूपिया ने लॉकडाउन में घटाया 21 किलो वजन, प्रेग्नेंसी के बाद बढ़े वजन की वजह से हुई थीं ट्रोल)
मैं उसके साथ होने की खुशी को अकेले नहीं ले रही हूं, लेकिन यह आसान नहीं है। शायद मैं बहुत नम्र मां हूं, लेकिन मेरे जेडन की सिक्योरिटी मेरी हमेशा की चिंता है। यहां तक मुझे अपनी सिक्योरिटी की भी टेंशन है। निश्चित रूप से, आज के समय में जब बच्चे की शिक्षा की बात आती है तो इसका फाइनेंशियल पहलू एक निरंतर चुनौती है। तो इसलिए ये किसी भी तरीके से सरल नहीं है।
मुझे जेडन के बाद तुरंत ही दूसरा बच्चा चाहिए था। मैं श्योर थी कि मैं कुछ समय के लिए एक्टिंग में वापस नहीं जाऊंगी। आप यकीन नहीं मानेंगे कि मुझे जुडवा बच्चे चाहिए थे और मैं ये पूछने हॉस्पिटल भी गई थी कि मैं ऐसा क्या खाऊं जो मेरे एक समय पर दो बच्चे होने के चांसेज बढ़ा दे। मैंने ये भी सोचा था कि मैं दूसरी बार जरूर प्रेग्नेंट होउंगी, तो मतलब कुल मिलाकर मेरे तब तीन बच्चे होते। मेरा विचार हमेशा से फैमिली बढ़ाने और उसका पोषण करने का था। कोई भी शादी अलग होने के लिए नहीं करता है और मैंने भी नहीं की थी। लेकिन दुर्भाग्यवश मेरे साथ बहुत सारी चीजें हुईं और मुझे महसूस हुआ कि अब ये आगे नहीं बढ़ सकता है। ये सब एक तूफ़ान की तरह आया था और हर दिन मल्टीप्लाई होता चला गया। मैं बहुत श्योर थी कि मुझे इसे ख़त्म करना है, और मैंने इसे ख़त्म कर दिया इस बात का मुझे कोई भी पछतावा नहीं है। (ये भी पढ़ें: अनुष्का की बेटी को मिले इतने महंगे गिफ्ट्स, किंग खान से लेकर अक्षय कुमार तक जानें किसने क्या दिया?)
जब मेरी शादी ख़राब होने लगी तो मैंने उनसे ये बात तुरंत शेयर नहीं की। मुझे लगा मैं इसे खुद सुलझा लूंगी। हालांकि, जब मैंने उन्हें बाद में बताया, तो शुरुआत में वो चाहते थे कि मैं चीजों को वर्क आउट कर लूं लेकिन जल्द ही उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि मैं आखिरी कोशिश तक पहुंच चुकी हूं। इसके बाद जल्द ही उन्होंने मेरी और जेडन की केयर करनी शुरू कर दी, उन्होंने मेरे बेटे को बड़ा किया और मेरी हमेशा मदद की। मेरी बड़ी बहन ने मेरी शादी के टूटने के बाद अपनी जॉब छोड़ दी और वो मेरी और मेरे बेटे की केयर करने के लिए अपने 13 साल के बेटे के साथ मेरे पास मुंबई रहने आ गई। वो वापस तभी गई, जब मुझे शो ‘काला टीका’ मिल गया।
वो मेरे संपर्क में नहीं हैं। उन्होंने कभी जेडन से मिलने को लेकर मुझसे बातचीत नहीं की। जब से मैने उस घर के बाहर कदम रखा है, न ही उन्होने मुझे मैसेज किया और न ही कॉल किया है। लेकिन ये ठीक है, मेरे मन में उनके लिए कोई कड़वाहट नहीं है।
तो मैं ज्यादा खुश होती, जेडन को एक कंपनी मिल जाती।
सच बता रही हूं, हां हैं। (ये भी पढ़ें: राहुल वैद्य के लिए दिशा परमार ने 'बिग बॉस' में आने से किया इनकार, जानें अब कौन देगा सिंगर का साथ)
मैंने कल एक काफी बड़ी चीज अपने हाथ से जाने दी। मैं ये नहीं कह रही कि जेडन मुझे जज करेगा, लेकिन मैं हर मोड़ पर सही कदम उठाने के लिए खुद को जिम्मेदार मानती हूं। मुझे नहीं पता है कि मैंने ये सही किया या गलत और हो सकता है मुझे इसके बारे में आगे चलकर दूसरे विचार आयें, लेकिन मैं उस प्रोजेक्ट में कुछ सीन नहीं कर सकती थी।
(मुस्कुराते हुए) मेरी पहली प्रायोरिटी जेडन है। ऐसा हो सकता है कि अगर मैं सिंगल होती तो मैं इस बारे में कुछ अलग तरीके से सोचती और खुद से कहती ‘सब तो कर रहे हैं, चलो हम भी कर लेते हैं।’ मैं कुछ सालों बाद शायद पीछे देखकर ये कह सकती हूं कि मैं ऐसा क्या सोच रही थी और मुझे ये कर लेना चाहिए था। लेकिन अभी भी मैं जेडन को कुछ चीजें दिखाने के लिए रेडी नहीं हूं। मुझे पता है कि वो 7 साल का है और वो अभी वेब पर जाकर कुछ नहीं देखेगा, लेकिन मेरी अपनी कुछ झिझक और रिजर्वेशन है। मुझे पता है कि कुछ अमेजिंग सीन और स्टोरीज लिखी जा रही हैं और मैं फंस कर हर चीज मिस आउट नहीं करना चाहती। मैं आपको सच्चाई बताने के लिए अभी काफी असमंजस की स्थिति में हूं।
मैं एक बहुत ही पोजेसिव मां हूं। ये सिर्फ न्यूडिटी की ही बात नहीं है, ये खून बहने के बारे में भी है। एक दिन जेडन मेरे पास आया और उसने पूछा कि ‘सिर कलम करने का मतलब क्या होता है?’ सोचिए, मैं इसका क्या जवाब दे सकती थी।
मेरी लाइफ में शादी होने से पहले कोई था। वो कॉलेज में था। फिर जीवन संभाला। हमारी अपनी जिंदगियों में काफी कुछ हो रहा था। इसलिए वो ख़त्म हो गया।
मैंने कुछ समय के लिए किसी को डेट किया था, लेकिन मुझे वो चाहिए था जो मेरे साथ मेरे सफ़र में रह सके। इससे मेरा ये मतलब है कि वो मुझे बतौर एक सिंगल मदर अपनाए। मैं शाम को क्लबिंग नहीं कर सकती, मुझे अपने बेटे के पास भी उसकी पढ़ाई को देखने और टाइम पर उसे सुलाने के लिए रहना होता है। मैं उम्मीद करती हूं कि मेरी जिंदगी में वो व्यक्ति आए जिसका खुद का एक बच्चा हो।
हां, उन्हें बिना किसी अटैचमेंट वाली महिला चाहिए। आप सही कह रहे हैं, वो एक्सेपटेंस नहीं है और उनकी फैमिलीज को भी नहीं है। उनके पास शायद खुद की 10 खामियां होंगी लेकिन वो उसे कार्पेट में बड़ी ही आसानी से छुपा लेते हैं।
हां, मैं इसका सहारा ले सकती हूं, लेकिन मुझे उससे पहले अभी थोड़ा और आर्थिक रूप से इंडिपेंडेंट होना पड़ेगा।
फ़िलहाल, दलजीत अपने बेटे जेडन के साथ काफी खुश हैं। तो आपकी इस बारे में क्या राय है? हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।