By Vidushi Gupta Last Updated:
फिल्म ‘कटी पतंग’, ‘तीसरी मंजिल’, ‘लव इन टोक्यो’ जैसी कई फिल्मों में अपनी शानदार परफॉरमेंस से लोगों का दिल जीतने वाली दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख (Asha Parekh) को भला कौन भूल सकता है? हम एक्ट्रेस के एक्टिंग टैलेंट और स्टनिंग लुक्स की तारीफें अपने पेरेंट्स से सुनते हुए बड़े हुए हैं। आशा को बॉलीवुड की बेस्ट एक्ट्रेसेस में से एक कहा जाता था और उन्होंने लोगों को याद करने के लिए कई मेमोरेबल परफॉरमेंस दी हैं। सिर्फ प्रोफेशनल ही नहीं, बल्कि उनकी पर्सनल लाइफ भी काफी लाइमलाइट में रही है। उस दौर में जब अविवाहित महिलाओं को फैमिली में बोझ माना जाता था, तब आशा ने अपने दिल की सुनी और अपना सिंगलहुड एन्जॉय किया। वो कई लोगों के लिए इंस्पिरेशन थीं और आज भी हैं। तो आइए आज आपको आशा पारेख की लव लाइफ के बारे में बताते हैं।
आशा पारेख एक गुजराती फैमिली से ताल्लुक रखती हैं और उनका जन्म 2 अक्टूबर 1942 को हुआ था। उनकी मां सलमा पारेख एक बोहरा मुस्लिम थीं और उनके पिता बचुभाई पारेख एक हिंदू गुजराती थे। आशा की मां सलमा अपनी बेटी को एक अच्छा डांसर बनाना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने आशा का डांस इंस्टीट्यूट में दाखिला करा दिया। उन्होंने डांस की तालीम एक फेमस डांस टीचर पंडित बंसीलाल भारती से भी ली है। इस वजह से आशा डांस में परफेक्ट हो गईं और विदेश में भी डांस शोज करने जाने लगीं।
आशा पारेख ने फिल्म ‘मां’ से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट साल 1952 में अपने फ़िल्मी करियर की शुरआत की। फिल्म डायरेक्टर बिमल रॉय ने उन्हें एक स्टेज फंक्शन में डांस करते हुए देखा था और उनसे प्रभावित होकर उन्होंने आशा को अपनी फिल्म में कास्ट कर लिया। इसके बाद बिमल की अगली फिल्म ‘बाप बेटी’ में आशा को फिर से कास्ट किया गया। हालांकि, ये फिल्म नहीं चल पाई और कुछ चाइल्ड रोल्ड करने के बाद आशा ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया।
16 साल की उम्र में आशा ने फिल्मों में वापिस आने की सोची और विजय भट्ट की फिल्म ‘गूंज उठी शहनाई’ के लिए 1959 में फिर से ऑडिशन दिया, लेकिन फिल्ममेकर ने उन्हें ये कह कर रिजेक्ट कर दिया कि वो स्टार मटेरियल नहीं हैं। इसके 8 सालों बाद फिल्म प्रोड्यूसर सुबोध मुखर्जी और डायरेक्टर नासिर हुसैन ने एक्ट्रेस को ‘दिल दे के देखो’ में शम्मी कपूर के अपोजिट कास्ट किया और इस फिल्म ने आशा को एक स्टार बना दिया। इसके बाद एक्ट्रेस ने कई बेहतरीन फिल्में बॉलीवुड को दीं। एक्टिंग के अलावा आशा एक टेलीविज़न डायरेक्टर और सेंसर बोर्ड की पहली फीमेल चेयरपर्सन भी रह चुकी हैं।
आशा ने अपनी पूरी जिंदगी एक अविवाहित महिला के रूप में गुजारी है। हालांकि, इस दौरान उनका नाम कई लोगों के साथ जोड़ा गया। अपने कुछ लव अफेयर्स के बारे में तो आशा ने खुलकर अपने इंटरव्यूज में बात भी की है। आशा ने ‘वार्व मैग्जीन’ को दिए अपने इंटरव्यू में बताया था, “मैं एक बार US के एक प्रोफ़ेसर के साथ शादी के बंधन में बंधने के काफी करीब थी। मैं उनसे मिलने जाया करती थी और एक बार हम रात के 2 बजे एक कैफे में थे, जब उन्होंने मुझसे कहा ‘मेरी एक गर्लफ्रेंड है और तुम हमारे बीच में आ गई हो।’ ये सुनकर उस दौरान मेरे होश उड़ गए थे। मेरी दोस्त ने भी उस समय US मेरे साथ ट्रेवल किया था और जब मैंने उससे अचानक से कहा कि हम वापस भारत जा रहे हैं, तो उसने मुझसे पूछा कि मैं इतनी बहादुरी से अचानक एक पुरुष से रिश्ता कैसे तोड़ सकती हूं, जिनसे मेरी शादी होने वाली है।”
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आशा ने आगे बताया था, “जब मैंने उसे अपना बिना एडिट किया हुआ वर्जन सुनाया, तो वो भी नाराज हो गई थी और मैंने उसे इस बात को भुलाने के लिए कहा। कुछ महीनों बाद US वाले प्रोफ़ेसर का जन्मदिन आया और मैंने उन्हें अपने रिलेशनशिप को दूसरा शॉट देने के लिए गिफ्ट्स भेजे। जब मैंने उन्हें कॉल किया, तो वो गुजराती में खुद बड़बड़ाने लगे। मुझे ये बात काफी अजीब लगी, क्योंकि हम नॉर्मली इंग्लिश में बात किया करते थे। तब मुझे पता चला कि वो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ उस समय बेड पर थे। इसने मुझे अपसेट कर दिया और मैंने इस चीज को कुछ समय तक काफी बुरी तरीके से लिया, लेकिन कुछ समय बाद मैं इस चीज से आगे बढ़ गई। मैं इस कथन में विश्वास रखती हूं कि ‘ये दौर भी गुजर जाएगा’, और वो गुजर गया।”
आशा पारेख का फिल्म निर्देशक नासिर हुसैन के साथ नाम जुड़ा रहा। एक्ट्रेस ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘द हिट गर्ल’ में नासिर के साथ अपने रिलेशनशिप की डीटेल्स बताई हैं। उन्होंने लिखा, “हां नासिर साहब एकमात्र ऐसे पुरुष थे, जिनसे मैंने प्यार किया। अपनी ऑटोबायोग्राफी लिखना बेकार होगा, अगर मैं अपनी जिंदगी में मायने रखने वाले लोगों के बारे में न लिखूं।” पारेख ने ‘IANS’ को ये भी बताया था कि, उनका कभी नासिर हुसैन के घर को उजाड़ने का मकसद नहीं था। एक्ट्रेस ने कहा था, “मैं कभी घर तोड़ने वाली महिला नहीं थी। मेरे और नासिर साहब की फैमिली के बीच कुछ बुरा नहीं था। यहां तक मुझे नुसरत (हुसैन की बेटी) और इमरान को अपने बुक लॉन्च में देखकर काफी ख़ुशी हुई।”
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पूरी जिंदगी सिंगल रहने के बारे में आशा ने कहा था, “मैं एक कंपैनियन मिस नहीं करती हूं। मैं एक इंट्रोवर्ट भी नहीं हूं। मेरे दोस्त हैं और मैं उनसे बात करती हूं। अगर शादी आपके नसीब में नहीं है, तो आपका पार्टनर आपको छोड़ देगा या मर जाएगा। और आप हमेशा खुद के ही होकर रह जाएंगे। आप अकेले आए हैं और अकेले जाएंगे। अगर हसबैंड होना आपके नसीब में नहीं लिखा होगा, तो आपको नहीं मिलेगा।”
आशा पारेख का जिंदगी में एक ही अफ़सोस है और वो है बच्चे को अडॉप्ट न कर पाना। एक इंटरव्यू में उनसे पूछा गया था कि, ‘क्या उनको ये लगता है कि किसी की परवरिश करने से उनके जीवन में बदलाव आता’, तब एक्ट्रेस ने कहा था, “मुझे बच्चों से प्यार है। मैं एक ऐसे बच्चे से भी मिली थी, जिसने मेरी मातृत्व की फीलिंग को जगा दिया था, लेकिन वो कुछ जन्म दोष से पीड़ित था और डॉक्टर ने मुझे उसे अडॉप्ट करने से इनकार कर दिया। उन्होंने मुझे दूसरा बच्चा सेलेक्ट करने को कहा, लेकिन मेरा उस बच्चे के लिए प्यार अलग था और मुझे उसे ही अडॉप्ट करना था। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके कुछ समय बाद मेरी मां को स्ट्रोक आया और मैं उनकी केयर करने में बिजी हो गई। मैं अपनी मां से काफी अटैच थी और उनके अलावा किसी और की देखभाल करने की धारणा ही मुझे अकल्पनीय लग रही थी।”
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यंग एज में अपने पेरेंट्स को खोने का दर्द आशा पारेख सह नहीं पाई थीं और वो डिप्रेशन में आ गयी थीं। उस फेज के बारे में बात करते हुए आशा ने कहा था, “वो मेरे लिए काफी बुरा दौर था, मैंने अपने पेरेंट्स को खो दिया था। मैं काफी अजीब फील कर रही थी और मेरे मन में आत्मघाती विचार आने लगे थे। फिर मैं इससे बाहर निकली। ये एक स्ट्रगल है, मुझे इससे बाहर निकलने में डॉक्टर्स की मदद लेनी पड़ी थी।” उन्होंने आगे कहा था, “ये काफी अकेलापन है। आप हमेशा अकेले रहते हो। मैं काफी लकी थी कि मेरे इतने लवली पेरेंट्स मेरे साथ थे। मेरी मां मेरे करियर का बैकबोन थीं। तो उनको खोने के बाद, मैं डिप्रेशन में आ गई थी। ये काफी बड़ा रिलीफ है कि वो फेज ख़त्म हो चुका है।
आशा पारेख काफी सक्रिय हैं। वह एक डांस एकेडमी भी चलाती हैं, जिसका नाम है ‘कारा भवन’। आशा पारेख बहुत सारे सामाजिक कार्यों से भी जुड़ी हुई हैं। इस वजह से उनके नाम पर मुम्बई में एक अस्पताल का नाम दिया गया है, ‘द आशा पारेख हॉस्पिटल’। अगर एक्ट्रेस की नेट वर्थ के बारे में बात करें, तो एक रिपोर्ट के मुताबिक आशा पारेख की नेट वर्थ 50 मिलियन डॉलर यानी 36 करोड़ रूपए के करीब है।
फिलहाल, आशा पारेख कई महिलाओं के लिए एक इंस्पिरेशन हैं। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट में जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।