By Pooja Shripal Last Updated:
आशा भोसले (Asha Bhosle) 8 सितंबर 2023 को अपना 90वां बर्थडे मना रही हैं। वह इस दिन को दुबई में एक लाइव कॉन्सर्ट के साथ मनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। आशा ने 1943 में मराठी फिल्म 'माझा बल' के लिए अपना पहला फिल्मी गाना 'चला चला नव बाला' गाया था। लगभग 12,000 गानों को अपनी आवाज देने वाली आशा भोसले ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की है। 'पिया तू अब तो आजा', 'ओ हसीना जुल्फों वाली', 'दिल चीज क्या है' और 'तोरा मन दर्पण कहलाए' जैसे उनके कुछ हिट चार्टबस्टर सॉन्ग हैं।।
हाल ही में, उनके बेटे आनंद भोसले ने 'पीएमई एंटरटेनमेंट' के साथ अपनी मां के 90वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक लाइव कॉन्सर्ट 'आशा@90: लाइव इन कॉन्सर्ट' की मेजबानी की। शो से पहले 'पीटीआई' को दिए एक इंटरव्यू में आशा ने अपने 90 साल के सफर को याद करते हुए कहा कि उनके लिए संगीत सांस लेने जैसा है।
यह याद करते हुए कि यह उनके लिए हमेशा आसान नहीं था, भोसले ने कहा, “90 साल की उम्र में मुझे स्टेज पर तीन घंटे खड़े होकर गाने गाने पड़ते हैं, मुझे खुशी है कि मैं इस उम्र में यह कर सकती हूं। सांसें नहीं होतीं, तो आदमी मर जाता है। मेरे लिए संगीत मेरी सांसें हैं। इसी सोच के साथ मैंने अपना जीवन बिताया है। मैंने संगीत को बहुत कुछ दिया है। मुझे अच्छा लग रहा है कि मैं कठिन समय से बाहर आ गई हूं। कई बार मुझे लगा कि मैं बच नहीं पाऊंगी, लेकिन मैं बच गई।”
अपने काम के बारे में बात करते हुए आशा भोसले ने कहा कि वह चाहती थीं कि उन्होंने विभिन्न भाषाओं में और अधिक गाने गाए होते और अधिक शास्त्रीय गायन किया होता। उन्होंने यह भी बताया कि म्यूजिक इंडस्ट्री के अत्यधिक प्रतिस्पर्धी माहौल में उतार-चढ़ाव को मैनेज करना उनके लिए आसान नहीं रहा है, लेकिन उन्होंने किसी तरह कठिन समय पर काबू पा लिया।
उन्होंने कहा, “संगीत कभी ख़तम नहीं होता। ये दरिया है। मैंने मुख्य कलाकार और डांसर्स के लिए भी गाने गाए हैं। मेरा मानना है कि मैं किसी के साथ भी अच्छी तरह घुल-मिल सकती हूं, लेकिन मेरी इच्छा है कि मैंने विभिन्न भाषाओं में और गाने गाए होते। काश मैं और अधिक शास्त्रीय गायन कर पाती। हर क्षेत्र में राजनीति है। फिल्मों में भी राजनीति होती है, इसलिए यह आसान नहीं है। मैं भाग्य में बहुत विश्वास करती हूं और मेरा मानना है कि जो कुछ भी मेरे लिए है, वह मुझे मिलेगा और जो मेरे लिए नहीं है, वह मुझे कभी नहीं मिलेगा। मैंने कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन आज जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं, तो सब कुछ अजीब लगता है, क्योंकि मैं इससे बाहर आ गई हूं।''
आशा भोसले का पहला अंतर्राष्ट्रीय शो 1976 में यूके के 'रॉयल अल्बर्ट हॉल' में हुआ था और इसमें शशि कपूर व अमिताभ बच्चन जैसी कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया था। अब, उस शो के लगभग पांच दशक बाद गायिका अपने 90वें जन्मदिन पर दुबई में एक स्पेशल म्यूजिक कॉन्सर्ट होने के बारे में बात की। आशा भोसले तलाक के बाद बनी थीं सिंगल मदर, रोजी-रोटी के लिए घंटों खड़े होकर गाती थीं गाना, पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
उन्होंने कहा, “यह एक ब्रॉडवे शो की तरह है। इसमें कई डांसर, संगीतकार और तकनीशियन हैं। मंच बड़ा होने वाला है। मैंने कभी इतने बड़े स्तर पर कोई शो नहीं किया है। यह एक विशेष शो है। मैंने इस तरह से जन्मदिन मनाने की योजना नहीं बनाई थी। मेरा बेटा और परिवार के सदस्य चाहते थे कि इसे इसी तरह मनाया जाए। गाने मेरी जर्नी के अनुसार चलेंगे, जैसे शास्त्रीय गीत, फिल्मी गाने जो मैंने किए और मैंने अपनी शैली कैसे बदली, वे गाने जो मैंने अन्य दिग्गज गायकों और संगीतकारों के साथ गाए। एक तरह से हम उन सभी दिग्गजों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जो हमें छोड़कर चले गए।”
बता दें कि आशा भोसले ने हिंदी के अलावा 20 से अधिक भारतीय और विदेशी भाषाओं में लगभग 12,000 गाने गाए हैं। फिलहाल, हम भी आशा भोसले को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं।