By Shivakant Shukla Last Updated:
किसी भी माता-पिता के लिए वो पल सबसे खास होता है जब वो अपनी प्यारी और मासूम सी जान को पहली बार अपनी गोद में उठाते हैं और उसे प्यार करते हैं। उस वक्त जो एहसास उन्हें होता है उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। इस खुशी को पाने के लिए महिलाओं को अपनी जान दांव पर लगाना पड़ता है। लेकिन कभी-कभी जन्म लेने से पहले ही गर्भ में पल रहा बच्चा दुनिया से चला जाता है। इसी को मिसकैरेज यानी गर्भपात कहा जाता है। एक महिला के लिए इस दर्द से बड़ा कोई दर्द नहीं होता, क्योंकि इस दर्द में उसके सपने चूर-चूर हो जाते हैं। ऐसा किसी भी महिला के साथ हो सकता है। यहां हम आपको टीवी एक्ट्रेस अंकिता भार्गव (Ankita Bhargava)के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपना अजन्मा बच्चा खो दिया था।
दरअसल, 'ये है मोहब्बतें' फेम करण पटेल की पत्नी' और टीवी एक्ट्रेस अंकिता भार्गव का साल 2018 में मिसकैरेज हो गया था। उस समय उनकी प्रेग्नेंसी मात्र चार महीने की थी। हाल ही में एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम पर इस बारे में एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर करके पूरी जानकारी दी है।
तकनीकी रूप से मैंने इसे कुछ दिन पहले ही लिखा था, लेकिन इस पोस्ट को बनाने के लिए मुझे साहस जुटाने में समय लगा! मैंने अब तक जो भी लिखा है उसमें यह अब तक का सबसे व्यक्तिगत पोस्ट है। इस उम्मीद के साथ कि मैं कम से कम किसी के जीवन में थोड़ा अंतर ला सकती हूं। पहले तो मैं इसके बारे में किसी से भी बात नहीं करना चाहती थी, लेकिन इंस्टाग्राम पर दो से ज्यादा महिलाओं की काउंसलिंग के बाद मुझे एहसास हुआ कि यह समय है जब मैं खुले तौर पर अपने मिसकैरेज के बारे में बात कर सकती हूं। इस एक्सपीरियंस से जो मैंने सबसे इम्पॉर्टेंट बात सीखी वो ये है के, बार बार पास्ट को मत जीते रहो, फ्यूचर का इंतज़ार मत करो और बस प्रेजेंट में जियो। आशा है कि ये आपकी मदद करेगा।'' (ये भी पढ़ें: ऐसे सेलेब्स जिन्होंने झेला मिसकैरेज का दर्द, शिल्पा शेट्टी से काजोल तक कई स्टार्स के हैं नाम)
''आज के दिन 2 साल पहले मेरा मिसकैरेज हो गया था। हमने 20 हफ्ते का अनोमली स्कैन करवाया, अपनी गायनैक से फिट टू फलाय का सर्टिफिकेट लिया, क्योंकि मुझे एक ऐड शूट करने के लिए अपनी मम्मी के साथ थाईलैंड जाना था। मैं हैप्पी थी, और हैल्थी भी। और मेरा मिसकैरेज हो गया। बिना किसी एक्सप्लनेशन और मेडिकल रीज़न्स के। इसे अनफोर्च्युनेट इंसिडेंट करार दिया गया। मैंने कुछ गलत नहीं किया, मेरे बॉडी के साथ कुछ गलत नहीं था, और सबसे बड़ी बात, मेरे अनबॉर्न चाइल्ड के साथ कुछ गलत नहीं था। बस ये के मेरा पहला बच्चा मुझसे मिलने के लिए इस दुनिया में थोड़ी जल्दी आ गया। मैंने अपने बच्चे का चेहरा भी नहीं देखा, हमने उसके लिए प्रार्थना किया, बहुत प्रार्थना किया।''
मिसकैरेज के पहले करण और मुझे नहीं पता था कि इस दर्द का सामना कैसे करना है क्योंकि इसका कोई तरीका नहीं है। हमारा दृष्टिकोण एक दूसरे के खिलाफ गया मैं चाहती थी कि वह मेरे साथ रहे और साथ में दर्द का सामना करें। और उन्हें विश्वास था कि मेरा दर्द उनके दर्द को देखकर और तेज होगा। उसने हम दोनों को व्यक्तिगत रूप से बहुत दुखी कर दिया था। (ये भी पढ़ें: मां बनने के बाद इतनी बदल गई है अंकिता भार्गव की जिंदगी, बताया बेटी का नाम मेहर रखने की असल वजह)
अंकिता ने लिखा, ''गर्भपात के एक दिन पहले तक मैं चाहती थी कि हम एक-दूसरे को पकड़ें और एक साथ पेट देखें और हमने किया। लेकिन उसके बाद हम हर रात सोने से पहले रोते थे। दुनिया के लिए हम जल्दी से अपने सामान्य दिनों में वापस आ रहे हैं, लेकिन केवल उसे और मुझे पता है कि हमारे दिल के बड़े टुकड़े को क्रूरता से अलग कर दिया गया। एक दिन मैंने कहा कि हम दोनों को एक दूसरे को पकड़े रहना है और हमने ऐसा ही किया. इसके बाद दोनों समय के साथ आगे बढ़ने लगे। हम रोज रात को सोने से पहले छोटी से छोटी चीज, जैसे बेबी शॉवर का इंविटेशन, टीवी पर रोता हुआ बच्चा या फिर बेबी की एड देख कर रोने लगते थे''.
अंकिता ने आगे लिखा, ''हमारे परिवार और मित्र हमारे अंधेरे समय में हमारी मदद करने में सहयोग करते थे, लेकिन मेरे लिए मेरे पति मेरी सबसे बड़ी ताकत थे, खासकर उस समय उन्होंने मुझे साथ रखा। उस पल मुझे लगा कि मैं अकेली ही थी जब गर्भपात हुआ था। मुझे इस जीवन का अर्थ समझ में नहीं आ रहा था, और तब मुझे महसूस हुआ कि मेरे परिवार में मेरे आसपास पांच महिलाएं थीं, इस तथ्य ने मुझे यह महसूस करने में मदद की कि मैं अकेली नहीं हूं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मुझे विश्वास है कि हर किसी की तरह मैं भी हारने और अजन्मे बच्चे के इस सबसे दर्दनाक चेहरे से बच जाऊंगी।''
अंकिता ने आगे लिखा, ''कुछ गलतफहमी के कारण मेरे गर्भपात के बाद चीजों को और अधिक कठिन बनाने के लिए मुझे अपने गर्भपात पर करीब 6 सात हैंडल द्वारा ट्रोल किया जा रहा था। उन सभी के लिए सबसे अच्छा यह था कि मैं 'बांझ' हूं, जो बच्चों को पैदा करने में असमर्थ होती है। इससे मुझे बुरा लगा। और जब भी आप यह कहना चाहते थे कि मेरे पास बहुत बुरे दिन हैं। तब मैंने इसे अंदर ही अंदर रखा और मैंने इन सवालों के जवाब खोजने की कोशिश की।
मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ?
इसका ज़िम्मेदार कौन है?
उसके साथ क्या होगा जो अचानक लौट गया?
क्या मैं कभी उस आत्मा से मिलूंगी?
मुझसे कहां गलती हो गई?
मुझे इसका कोई जवाब नहीं मिला, लेकिन अब जो हमारे पास है वह हमारी दूसरी बेटी है और हमने उसका नाम मेहर रखा है। जब मैं उसे बाहों में लेती हूं तो मैं कहती हूं कि इस बार दया के लिए भगवान का शुक्र है।'' अंकिता ने आगे लिखा, ''जिन चीजों से मैंने सीखा कि गर्भपात एक सामान्य घटना है, लेकिन यह एक महिला को बिल्कुल भी परिभाषित नहीं करता है। जीवन और मृत्यु किसी के हाथ में नहीं है। मेरे पहले बच्चे के साथ मेरी यात्रा वहीं तक लिखी गई थी और मुझे इसे स्वीकार करना पड़ा। आपको जीवन में कंपार्टमेंटिस सीखना होगा और कठिन समय का इंतजार करना होगा। जो आपके किस्मत में हैं वह आपको मिलेगा।
भगवान कभी-कभी दयालू नहीं बल्कि निर्दयी होते हैं। इन सबके बीच सबसे महत्वपूर्ण है, रोएं... तेज आवाज में रोएं या फिर चुपचाप रोएं. अपने पार्टन के साथ रोएं या फिर कभी अकेले बाथरूम में रोएं... गाड़ी चलाते हुए रोएं या फिर खाना बनाते हुए... बस रोएं क्योंकि इससे आपको बेहतर महसूस होता है। मुझे आशा है कि यह सभी साहसी महिलाओं को वहाँ से बाहर निकालने में मदद करेगा जो हमेशा अपने बच्चे को याद करती हैं। हमारे दिल में उस बच्चे का एक नाम है जिसे पढना होगा 'आकिया'।
बता दें कि पोस्ट के अंत में अंकिता ने अपने अजन्मे बच्चे का नाम 'आकिया' बताया है। आपको ये भी बताते चलें कि अंकिता और करण पटेल की शादी 3 साल पहले 3 मई, 2015 को मुंबई में हुई थी। अंकिता भार्गव ने 14 दिसंबर 2019 को बेटी को जन्म दिया था। अब अंकिता अपने छोटे से परिवार के साथ खुशी से जीवन यापन कर रही हैं। और उस मुश्किल भरे हालात से बाहर आ गई हैं।