By Ritu Singh Last Updated:
एक्ट्रेस, मॉडल और फैशन डिजाइनर अंजू महेंद्रू (Anju Mahendru) बॉलीवुड में भले ही अपना कमाल न दिखा पाई हों, लेकिन छोटे पर्दे पर उनकी धमक लंबे समय तक रही है। अंजू 13 साल की उम्र में ही मॉडलिंग करने लगी थीं। साल 1966 में फिल्म उन्होंने फिल्म 'उसकी कहानी' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। अंजू ने 'ज्वेल थीफ, बंधन और दस्तक' जैसी कई और फिल्मों में भी काम किया, लेकिन वो हमेशा साइड एक्ट्रेस के तौर पर ही बॉलीवुड में जगह बना पाईं। बाद में उन्होंने टीवी शोज़ करने शुरू किए और यहां उनको अच्छी-खासी पहचान भी मिली। अंजू अपनी एक्टिंग के साथ ही अपने अफेयर के लिए भी बहुत चर्चा में रही थीं। अंजू का सबसे गहरा अफेयर राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) से था। हालांकि राजेश खन्ना के अलावा भी उनके दो अफेयर और रहे, लेकिन राजेश खन्ना ही उनका पहला और आखिरी प्यार रहे। अंजू अपनी लाइफ को बहुत ही बिंदास तरीके से जीती थीं और शायद यही वजह है कि उनकी लव लाइफ को एक आयाम नहीं मिल सका। तो चलिए आज आपको अंजू महेंद्रू के लव लाइफ के बारे में बताएं।
अंजू और राजेश बचपन के दोस्त और कॉलेज फ्रेंड भी थे। दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे और लिव-इन में भी रहने लगे थे। ये बात 1960 की है। उस समय राजेश खन्ना फिल्मों में काम पाने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे और अंजू भी मॉडलिंग के बाद फिल्मों में करियर बनाने के लिए बेताब थीं। दोनों ने स्ट्रगल के दौर में एक-दूसरे को काफ़ी सपोर्ट किया था। धीरे-धीरे राजेश खन्ना बॉलीवुड में अपने पैर जमाने लगे, लेकिन अंजू को करियर का वो मुकाम नहीं मिल रहा था जो उन्हें चाहिए था। राजेश का सुपर स्टारडम बढ़ने लगा तो कपल के बीच प्यार तो कम नहीं हुआ, लेकिन शिकायतों का सिलसिला बढ़ने लगा। अंजू सेल्फ़ डेपेंडेंट लड़की थी और खुले विचारों की थी, लेकिन राजेश चाहते थे कि अंजू अपना करियर छोड़ कर उनके साथ घर बसा लें। अंजू को अपने काम और राजेश दोनों से ही प्यार था। वह करियर को छोड़ कर शादी करने के मूड में नहीं थीं। इसके चलते कपल के बीच अक्सर लड़ाई होती थी। (इसे भी पढ़ें: एक्स गर्लफ्रेंड नीलम कोठारी के साथ गोविंदा ने किया था 'डर्टी प्ले', छुपाई थी अपनी शादी की बात)
‘स्टारडस्ट’ को दिए इंटरव्यू में अंजू ने बताया था कि, ‘राजेश को उनकी ड्रेसिंग से भी दिक्कत थी। जब वो स्कर्ट पहनती थीं तो भी राजेश कंफर्टेबल नहीं होते थे और जब स्कर्ट पहनती थी तो कहते थे कि तुम साड़ी क्यों नहीं पहनती और जब मैं साड़ी पहनती थी, तब कहते थे कि साड़ी क्यों पहनी? खुद को भारतीय नारी की तरह प्रेजेंट करने की कोशिश क्यों करती हो? यही नहीं, उनकी एक फिल्म फ्लॉप क्या हुई, वो झल्ला उठते थे। वो मूडी थे। उन्हें छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आता था। वो बहुत ज्यादा चिंता करते थे। वहीं, कई बार राजेश को ऐसा लगता था कि मैं उन्हें समय नहीं दे रही थी।'
एक इंटरव्यू में राजेश ने भी अपना दर्द बयां करते हुए कहा था कि, 'पूरा दिन स्टूडियो में बिताने के बाद जब मैं घर आता हूं तो मुझे एक नोट मिलता है, जिसमें लिखा होता है कि मैं पार्टी में जा रही हूं। मैं उसके साथ अकेले में समय बिताना चाहता था, लेकिन वो अपने दोस्तों के साथ एंजॉय कर रही होती थीं।'
अंजू महेंद्रू का 1966 से 1972 तक अभिनेता राजेश खन्ना के साथ एक लंबा रिश्ता था। साल 1969 तक वह बेहद फेमस हो गए थे और उन्होंने 1971 अंजू को शादी के लिए प्रपोज़ भी किया था, लेकिन अंजू शादी को टालना चाहती थीं, क्योंकि वह अपने करियर पर फोकस कर रही थीं। अंजू की मां राजेश खन्ना की फैन थीं और वह भी चाहती थीं कि अंजू राजेश से शादी कर लें, लेकिन अंजू शादी को राजी नहीं हुईं।
उधर, साल 1971 में उनकी डेटिंग की खबरें क्रिकेटर गैरी सोबर्स के साथ आने लगीं। अभी ये चर्चाएं थमी भी नहीं थीं कि साल 1972 अंजू का नाम इम्तियाज अली से भी जुड़ने लगा। राजेश खन्ना इन खबरों से बेहद नाराज हो गए और 1972 में उनका और अंजू का रिलेशन टूट गया। (इसे भी पढ़ें: सुहासिनी मुले की लव स्टोरी: 60 की उम्र में मिला सच्चा प्यार तो कर ली शादी, फेसबुक से हुई थी दोस्ती)
हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो अंजू को राजेश के साथ रहने वाले उन लोगों से भी दिक्कत थी जो सुपरस्टार की जी हुजूरी किया करते थे। साथ ही वह राजेश खन्ना और उनकी मां की देखभाल करने से भी बचती थीं। अंजू और राजेश 7 साल तक साथ रहे और फिर दोनों का ब्रेकअप हो गया।
एक इंटरव्यू में अंजू ने यहां तक कहा था कि, वह बस एक सुपरस्टार को खुश करने का जरिया बन गई थीं। अंजू ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, 'मैंने उस वक्त राजेश के लिए अपना करियर दांव पर लगा दिया था, जब मुझे मॉडलिंग के लिए सबसे ज्यादा फीस मिला करती थी। उसने मुझे संजीव कुमार के साथ फिल्म भी नहीं करने दी। जबकि मैं करना चाहती थी। राजेश को एक हाउस वाइफ चाहिए थी।' वहीं, राजेश को लगता था कि अंजू को फिल्मों में छोटे-मोटे रोल मिलते थे और ऐसे रोल को छोड़कर कोई अंजू ने त्याग नहीं किया था।
साल 1972 में जब अंजू, राजेश को छोड़कर चली गईं तो मीडिया में बहुत सी खबरे आने लगीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंजू के जाने के बाद राजेश खन्ना ने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर से अंजू की ऐड फिल्में और मूवी दोुगनी कीमत पर खरीद लीं थी, ताकि ये फिल्में रिलीज ही न हो सकें। इतना ही नहीं, मार्च 1973 में राजेश खन्ना ने डिंपल से शादी का फैसला भी ले लिया, और जब उनकी बारात निकल रही थी तो वह जानबूझ कर अपनी बारात अंजू के घर के सामने से लेकर गए थे।
1972 में अंजू और राजेश अलग हुए और उसके बाद दोनों ने साल 1987 तक एक-दूसरे से बात नहीं की। उधर, अंजू ने 1972 से 1979 तक इम्तियाज अली को डेट किया, लेकिन अंजू ने 1979 में इम्तियाज से नाता तोड़ लिया। हालांकि, साल 1988 से राजेश और अंजू वापस से दोस्त बन गए और ये दोस्ती राजेश खन्ना की मौत तक कायम रही। राजेश खन्ना अपने अंतिम दिनों में अंजू और डिपंल कपाड़िया के ही करीब रहे। एक इंटरव्यू में अंजू ने ये बात स्वीकार की थी कि अपनी अपरिपक्वता के कारण ही उन्होंने राजेश से 1971 में शादी करने से मना कर दिया था। अगर वह प्रस्ताव उन्होंने नहीं ठुकराया होता तो राजेश की पत्नी वही होतीं। (इसे भी पढ़ें: देखें शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान की वेडिंग की ये अनसीन फोटो, रॉयल लुक बना देगा आपको दीवाना)
अंजू महेंद्रू का पहला और अंतिम प्यार राजेश खन्ना थे, लेकिन इस बात को वह बहुत देर से समझ सकी थीं। उनके जीवन में आए दो अन्य लोगों से उनका वो लगाव नहीं रह पाया जो राजेश खन्ना के साथ था। शायद समय रहते वह अपने प्यार को पहचान लेतीं तो आज अकेली न होतीं। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें जरूर बताएं और कोई सुझाव हो तो वह भी अवश्य दें।