By Shivakant Shukla Last Updated:
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) अपने समय के सबसे शानदार अभिनेताओं में से एक हैं। उन्होंने न केवल 'बॉलीवुड के शहंशाह' का खिताब हासिल किया है, बल्कि अपने सोशल मीडिया एक्टिविटी से भी लाखों दिलों में एक खास जगह बनाई है। जब से अभिनेता द्वारा अपनी बेटी श्वेता बच्चन को अपना 50 करोड़ का बंगला 'प्रतीक्षा' तोहफे में देने की खबरें आई हैं, तब से वह सुर्खियों में बने हुए हैं। अब उनके द्वारा लैंगिक समानता और अपनी संपत्ति पर अपने बच्चों के समान अधिकारों के बारे में बात करने के उदाहरण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
खैर, अमिताभ बच्चन एक ऐसे अभिनेता हैं, जो लोगों को अपने कामों से इंस्पायर्ड करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ऐसे में अपने दोनों बच्चों के बीच समान संपत्ति देने का उनका निर्णय भी ध्यान देने योग्य है। एक बार 'IWM Buzz.com' से बातचीत में अमिताभ ने साफ कहा था कि वह भेदभाव में विश्वास नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा था, "मैं बेटे और बेटी के बीच भेदभाव में विश्वास नहीं करता। मेरे लिए अभिषेक और श्वेता दोनों का मेरी संपत्ति पर समान अधिकार है।"
इससे पहले, 2 मार्च 2017 को अमिताभ बच्चन ने एक बार फिर लैंगिक समानता पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर एक प्लेकार्ड पकड़े हुए अपनी एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें उन्होंने कहा था, "जब मैं मरूंगा, तो जो संपत्ति मैं पीछे छोड़ूंगा, वह मेरी बेटी और मेरे बेटे के बीच समान रूप से साझा की जाएगी! #genderequality #WeAreEqual।" इसके अलावा, उन्होंने तस्वीर को कैप्शन दिया था, "टी 2449- ##We AreEqual .. और #genderequality... तस्वीर सब कुछ कहती है!"
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बता दें कि अमिताभ बच्चन के पास मुंबई में कई संपत्तियां हैं, जिनमें 'जलसा', 'प्रतीक्षा' और 'जनक' शामिल हैं। 'इकोनॉमिक टाइम्स' की रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अपने पहले घर 'प्रतीक्षा' को बेटी श्वेता का तोहफे में दे दिया है, जिसकी कीमत 50.63 करोड़ रुपए है।
'IWM Buzz.com' की एक रिपोर्ट के अनुसार, बच्चन परिवार के एक सदस्य ने कहा है कि श्वेता के नाम पर 'प्रतीक्षा' के ट्रांसफर का फैसला बहुत पहले ही ले लिया गया था। हालांकि, 2007 में अमिताभ की मां के निधन के बाद से बंगले पर ताला लगा हुआ था। अब, श्वेता के साथ-साथ उनके बच्चे नव्या और अगस्त्य भी बंगले के सह-मालिक हैं।
सूत्र ने कहा, "यह समझ में आता है। 'प्रतीक्षा' पिछले दो दशकों से खाली है। बच्चन साहब ने 2007 में अपनी मां की मृत्यु के बाद इसे बंद कर रखा है। इससे पहले उन्होंने अपना समय 'जलसा' (बच्चन परिवार का वर्तमान निवास) और 'प्रतीक्षा' के बीच बांटा था, जहां उनके माता-पिता रहते थे। श्वेता और उनके दोनों बच्चों नव्या नवेली और अगस्त्य को 'प्रतीक्षा' का मालिक बनाने का फैसला बहुत पहले ही ले लिया गया था। कागजी कार्रवाई महज औपचारिकता थी।''
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फिलहाल, अमिताभ द्वारा बेटी श्वेता को 50 करोड़ का बंगला तोहफे में देने के कथित फैसले के बारे में आप क्या सोचते हैं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।