By Kanika Singh Last Updated:
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री ने हमें प्यार और रोमांस की एक नई परिभाषा बताई है। हिंदी फिल्में केवल हमारा मनोरंजन नहीं करतीं, बल्कि हमें प्यार में डूबना भी सिखाती हैं। इस इंडस्ट्री में ऐसी कई प्रेम कहानियां बनीं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। ऐसा ही एक कपल है, जो आज भी सबके दिलों में खास जगह रखता है। हम बात कर रहे हैं सदाबहार जोड़ी दिलीप कुमार (Dilip kumar) और सायरा बानो (Saira Bano) की। दिलीप कुमार और सायरा बानो अपने जीवन के हर अच्छे-बुरे दिनों में हमेशा साथ रहे हैं।
उनकी उम्र में 22 साल का फासला था, लेकिन इनकी प्रेम कहानी को लोग आज भी याद करते हैं। हालांकि, दुख की बात ये है कि, 7 जुलाई 2021 को सायरा बानो ने अपने पति दिलीप कुमार को हमेशा के लिए खो दिया था। सायरा ने सारी उम्र दिलीप कुमार का साथ कभी नहीं छोड़ा और हर बुरे वक्त में उनके साथ खड़ी रहीं। अब अपने पति की याद में सायरा ने एक लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने दिलीप साहब की उपलब्धियों के बारे में कई बातें बताई हैं।
(ये भी पढ़ें: सायरा बानो ने 22 साल बड़े दिलीप कुमार से लगाया था दिल, बहुत रोचक है इनकी प्रेम कहानी)
गोवा में 'भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI)' में दिवंगत और महान अभिनेता दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि दी गई। इसके लिए उनकी पत्नी सायरा बानो ने उनके बारे में एक लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने बताया है कि, दिलीप कुमार ने बेरोजगार लोगों के लिए एक ट्रस्ट बनाया था, जिसके द्वारा अब तक लगभग 50 परिवारों की मदद की जा चुकी है। उन्होंने कहा, "बहुत से लोग ये नहीं जानते हैं कि, वो दिलीप साहब ही थे, जिन्होंने मुझे प्रेरित किया कि, मैं मेरे दिल की सुनूं और वहीं करूं, जो मेरा दिल कहता है। उसके बाद मैंने जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सहायता और दैनिक आवश्यकताएं देने के लिए एक फंड तैयार किया था, जिसके जरिए अब तक 50 से अधिक परिवारों की मदद की जा चुकी है।"
(ये भी पढ़ें: दिलीप कुमार का पहला प्यार थीं कामिनी कौशल, एक्ट्रेस के भाई ने अभिनेता को मारने की दी थी धमकी)
लेख में सायरा बानो ने दिलीप कुमार की प्रेरणा के बारे में बताया और कहा कि, वह खुद ही अपने शिक्षक थे। दिवंगत अभिनेताओं राज कपूर और देव आनंद के बारे में बात करते हुए सायरा ने कहा कि, "जब वे हॉलीवुड अभिनेताओं से प्रेरित हो रहे थे, तो मेरे पति अपने आप पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे। तब उन्हें ये नहीं पता था कि, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए आइकॉन बन जाएंगे।" सायरा बानो ने कहा कि, "भारतीय सिनेमा में मेरे पति का सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को एक 'हीरो' का सही मतलब बताया है। दिलीप साहब का सबसे बड़ा योगदान वह बदलाव है, जो वो उस समय लेकर आए, जब अभिनेताओं को उनके जोरदार नाटकीय अभिनय के लिए सराहा जाता था। अपने बेहतरीन अभिनय, भाषा, चेहरे का भाव और उनकी खूबसूरती से उन्होंने बड़े पर्दे पर निभाए गए हर किरदार को लोगों के दिलों तक पहुंचाया है।"
फिलहाल, भले ही दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन वह हमेशा अपने चाहने वालों के दिलों में जीवित रहेंगे। तो एक्ट्रेस के इस लेख के बारे में आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में अवश्य बताएं।