By Shivakant Shukla Last Updated:
'बिग बॉस 16' फेम अब्दु रोज़िक (Abdu Rojik) मूल रूप से ताजिकिस्तान से हैं। उन्होंने रियलिटी शो के जरिए काफी लोकप्रियता हासिल की है। सोशल मीडिया पर उनके स्ट्रीट सिंगिंग वीडियो के हिट होने के बाद वह एक वायरल सनसनी बन गए थे। हालांकि, उनके लिए जीवन इतना आसान नहीं था। हाल ही में, मनीष पॉल के पॉडकास्ट में अब्दु रोज़िक ने उन दिनों याद किया कि कैसे उन्होंने ग्राउंड जीरो से सफलता हासिल की है।
इस बारे में बात करते हुए अब्दु रोज़िक ने कहा, ''मैं भारतीय फिल्में देखता था, कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत आऊंगा। मेरे देश में लोग भारतीय फिल्मों, गानों को पसंद करते हैं। मुझे यह लोकप्रियता देने के लिए मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं बाज़ारों में गाता था, मैंने ज़िंदगी में बहुत मुश्किलें देखी हैं। मैं ताजिकिस्तान से हूं, लेकिन अब दुबई में रहता हूं और फिर 'बिग बॉस' के लिए भारत आया।''
अब्दु रोज़िक ने अपने स्कूली दिनों को याद करते हुए कहा, ''मैं अपने दोस्तों को बड़े होते, स्कूल जाते, नौकरी करते देखा हूं। मैं स्कूल जाऊंगा, शिक्षक मुझे किताबें नहीं देते थे। किताबें भारी थीं। मैं स्कूल नहीं जा पाता था, क्योंकि बर्फ़ मेरे गर्दन तक गहरी थी। स्कूल बहुत दूर था और मुझे पैदल ही जाना था। यह सुबह 8 बजे शुरू होता और मैं 10 बजे पहुंच पाता। स्कूल का आधा समय पूरा होने पर मैं पहुंचता था। तब शिक्षक ने मुझे अनुमति नहीं देते थे और मुझे क्लास के बाहर खड़ा कर देते थे। एक और घंटे के इंतजार के बाद जब दूसरे शिक्षक आते थे, तब मैं क्लास में एंट्री कर पाता था।''
अपनी लाइफ के संघर्ष भरे दिनों को याद करते हुए अब्दु रोज़िक ने कहा, ''जीवन आसान नहीं था। एक बार जब आप शून्य से 100 पर पहुंचते हैं, तो आप समझ जाते हैं कि जीवन कितना अच्छा है। जब आप अमीर होते हैं, तो आप मेरे जैसे लोगों को गाते हुए देखते हैं, वे मुझ पर पैसे फेंकते हैं। मैं कद में छोटा था और बाजार में गाता था, कुछ लोग मुझे दूर भगा देते थे। लोग पैसा नहीं देते थे, वे पैसे फेंक देते थे।''
अब्दु रोज़िक ने कहा, ''मैंने 'बिग बॉस 16' के घर में जितना ड्रामा देखा, उससे कहीं ज्यादा मैंने असल जिंदगी में देखा है। जब मैं देखता था कि मेरे चारों ओर सब लंबे हो रहे हैं, तो यह मुझे परेशान करता। जब मैं उन्हें लंबाई में कुछ काम करते देखता, तो सोचता था कि क्या मैं भी ऐसा ही कर सकता हूं, लेकिन अब मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं। हर किसी के पास मेरे जैसा जीवन या अच्छा दिल नहीं होता। अगर आपका दिल अच्छा नहीं है, तो ऊंचाई कोई मायने नहीं रखती।''
अब्दु रोज़िक ने कहा, ''मैं 3-10 डॉलर से कमाता था। शहर से मेरे घर तक मुझे कार से ढाई घंटे लगते थे। ऐसे में आप मुश्किल से 2-3 दिन का सफर कर सकते हैं। मेरे पास फैमिली कार नहीं थी और मैं रोड टैक्सी लेता था। मुझे एक टैक्सी के पैसे भी देने होते थे और परिवार के लिए भी खर्च देना होता था। मैंने हर समय बुली का सामना किया है। स्कूल देर से आने के लिए वे मेरा मज़ाक उड़ाते, वे मेरे घर को 'बाथरूम' कहते थे। मेरा घर खराब स्थिति में था, जिसमें पानी रिसता था, अंदर बर्फ गिरती थी। मेरा तीन कमरों का घर था, लेकिन बाथरूम बाहर था।''
अब्दु रोज़िक ने आगे की बातचीत में कहा, ''मेरे पिता मकान निर्माण का काम करते थे और 2-3 महीने में 200-300 डॉलर घर ले आते थे। मैं गाने के लिए 1-2 बार शहर जाता था, लेकिन फिर हमारा घर गिर गया, हमें चोट लग गई और उसे फिर से बनाना पड़ा। तब मुझे और पैसा कमाने के लिए नियमित रूप से जाना और गाना पड़ता था। मेरे पास एक छोटा फोन था और मैं उस पर गाने सुन सकता था और सीख सकता था। तभी मीडिया के कुछ लोग आए और मेरा वीडियो रिकॉर्ड किया और यह और लोगों तक पहुंचा। फिर लोग मेरी मदद करने लगे। मैंने इंस्टाग्राम आईडी बनाया और एक दिन में मेरे 25K फॉलोअर्स हो गए।''
अब्दु रोज़िक ने कहा, पहला हिंदी गाना मैंने 'वो चली' सीखा, मैं तब 9 साल का था। मेरे पिता को हिंदी फिल्में और गाने बहुत पसंद थे। वे सभी फिल्में देखते थे। वे जानते थे, मैं शाहरुख खान, सलमान खान को जानता था। मैंने हिंदी गाना सीखा और फिर अपनी भाषा में गाना सीखना शुरू किया।" अब्दु रोजिक के लग्जरी हाउस की तस्वीरें देखने के लिए यहां क्लिक करें।
अब्दु ने 'बिग बॉस 16' में अपनी पीठ पर 'आई लव टट्टी' लिखने पर भी बात की। उन्होंने कहा, "मैं पढ़ना और लिखना नहीं जानता। जब उन्होंने मेरी पीठ पर लिखा, 'आई लव टट्टी', तो मैं आईने में देखता रहा और पूछता रहा, 'क्या लिखा है?' यह बहुत बुरा है। इतने लोगों ने इसे देखा। भारतीय लोगों, मेरे लोगों, मेरे माता-पिता ने इसे देखा। वे परेशान थे। मेरे परिवार के सभी सदस्य भी अब आराम कर रहे हैं, क्योंकि मैं अब अच्छी कमाई कर रहा हूं।"
फिलहाल, अब्दु रोज़िक की लाइफ जर्नी पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।