By Rinki Tiwari Last Updated:
हिंदी सिनेमा के शासक ‘द कपूर’, जिन्हें भारतीय सिनेमा का ‘पहला परिवार' भी कहा जाता है। कपूर परिवार फिल्म इंडस्ट्री पर 93 सालों से शासन कर रहा है। इस खानदान की पांच पीढ़ियां बॉलीवुड में अपने अभिनय का कमाल दिखा चुकी हैं और ये परंपरा अभी तक चली आ रही है। 'द पैट्रिआर्क' पृथ्वीराज कपूर (Prithviraj Kapoor) से लेकर खानदान के सबसे कम उम्र के अभिनेता आदर जैन (Aadar Jain) तक, कपूर परिवार का बॉलीवुड में लंबे इतिहास के साथ सबसे बड़ा प्रभाव है और भारतीय सिनेमा में उनका योगदान भी अतुलनीय है।
(ये भी पढ़ें- प्यार और इकरार के बाद भी अधूरी थी राज कपूर-नरगिस की प्रेम कहानी, जानिए क्यों)
पृथ्वीराज कपूर जहां इंडियन थिएटर के पहले खोजकर्ता थे, वहीं राज कपूर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और निर्देशक थे। इस खानदान में जन्मे शम्मी कपूर, शशि कपूर, रणधीर कपूर, ऋषि कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर, रणबीर कपूर ने भी बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। लेकिन कपूर खानदान के कुछ ऐसे सदस्य भी हैं, जिन्हें लोग नहीं जानते हैं, हालांकि वो परिवार का अभिन्न हिस्सा हैं। आइए आपको कपूर खानदान से ताल्लुक रखने वाले ऐसे सदस्यों के बारे में बताते हैं, जो लाइमलाइट से दूर रहते हैं, लेकिन वो परिवार का अभिन्न हिस्सा हैं।
बशेश्वरनाथ कपूर (Basheshwarnath Kapoor) के दूसरे बेटे और पृथ्वीराज कपूर के भाई त्रिलोक कपूर एक कैरेक्टर आर्टिस्ट थे, जिन्होंने 1930 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखा था। उन्होंने ज्यादातर पौराणिक फिल्मों में काम किया। उन्होंने अपने करियर में करीब 18 फिल्मों में काम किया, जिसमें वो ज्यादातर शिव की भूमिका निभाते हुए देखे गए। साल 1950 में आई फिल्म ‘हर हर महादेव’ में त्रिलोक ने शिव जी की भूमिका निभाई थी, जिसने उन्हें एक्टिंग की दुनिया में असली पहचान दिलाई।
उर्मिला सियाल कपूर पृथ्वीराज कपूर की बेटी और तीन भाइयों, राज कपूर, शम्मी कपूर और शशि कपूर की इकलौती बहन थीं। उर्मिला की कम उम्र में शादी हो गई थी और वो राज कपूर की पत्नी कृष्णा राज कपूर थीं, जिन्होंने नागपुर के एक कोयला खदान मालिक चरणजीत सियाल के साथ उनका रिश्ता करवाया था। उर्मिला की तीन बेटियां हैं, अनुराधा सियाल, प्रीति सियाल और नमिता सियाल। उनके बेटे जतिन सियाल फिल्म और टेलीविजन में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं और उन्होंने ‘संजीवनी’, ‘कसम से’, ‘सांस’, ‘परम्परा’ जैसे शोज में काम किया है।
राज कपूर के सबसे छोटे बेटे राजीव कपूर को फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ के लिए जाना जाता है और उन्होंने कुछ अन्य फिल्में भी की हैं। लेकिन उनमें से कोई भी बॉक्स ऑफिस पर नहीं चल सकीं और एक अभिनेता के रूप में उनका करियर बर्बाद हो गया था। उन्होंने प्रोडक्शन और डायरेक्शन में भी अपनी किस्मत आजमाई थी। हालांकि, इस लाइन में भी उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद साल 2001 में राजीव ने आर्किटेक्ट आरती सभरवाल से शादी की, लेकिन दो साल बाद उनका तलाक हो गया था। 9 फरवरी 2021 को राजीव कपूर का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
(ये भी पढ़ें- राजीव कपूर की लव लाइफ: शादी के दो साल बाद ही हो गया था तलाक, इन एक्ट्रेसेस से जुड़ा था नाम)
शम्मी कपूर और गीता बाली के बेटे आदित्य राज कपूर का उपनाम ‘मिकी’ रखा गया था। आदित्य ने अपनी सौतेली मां नीला देवी के साथ एक बहुत ही मधुर संबंध साझा किया था। आदित्य ने अपने पेशेवर करियर की शुरुआत अपने चाचा राज कपूर के साथ एक सहायक निर्देशक के रूप में की थी और ‘बॉबी’, ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘साजन’ आदि फिल्मों में उनकी सहायता की थी। वह आध्यात्मिक गुरु हैदाखान बाबा के समर्पित भक्त रहे हैं, जिन्होंने साल 1982 में प्रीति के साथ उनके आश्रम में आदित्य की शादी करवाई थी।
शम्मी कपूर और गीता बाली की बेटी कंचन कपूर की शादी बिजनेसमैन केतन देसाई से हुई है, जो दिवंगत निर्माता और निर्देशक मनमोहन देसाई के बेटे हैं। कंचन और केतन की दो बेटियां हैं, जिनका नाम पूजा देसाई और राजराजेश्वरी देसाई है।
गीता बाली के निधन के बाद शम्मी कपूर 1969 में नीला देवी के साथ शादी के बंधन में बंध गए थे। नीला भावनगर के शाही परिवार से ताल्लुक रखती थीं और उन्होंने शम्मी को अपनी पहली पत्नी गीता के निधन के दुख से उबारने में मदद की थी। नीला के कभी अपने बच्चे नहीं थे और उन्होंने शम्मी व गीता के बच्चों आदित्य राज कपूर और कंचन कपूर की देखभाल करने में खुद को समर्पित कर दिया।
(ये भी पढ़ें- शम्मी कपूर लव लाइफ: दो बार प्यार में हुए फेल, दो बार रचाई शादी, पहली पत्नी की चेचक से हो गई थी मौत)
शशि कपूर की पत्नी और पृथ्वी थिएटर की सह-संस्थापक जेनिफर केंडल इंग्लैंड की मशहूर अभिनेत्री थीं। 1956 में शशि कपूर, जेनिफर से कलकत्ता में मिले थे, जहां वे पृथ्वी थिएटर के लिए सहायक मंच प्रबंधक और अभिनेता के रूप में काम कर रहे थे। कई मुलाकातों के बाद शशि और जेनिफर को एक-दूसरे से प्यार हो गया था, लेकिन जेनिफर के परिवारवाले इस रिश्ते से खुश नहीं थे। हालांकि, शशि कपूर की भाभी गीता बाली के सहयोग से शशि और जेनिफर ने 1958 में शादी कर ली थी। उनके तीन बच्चे हुए, जिनका नाम कुणाल कपूर, करण कपूर और संजना कपूर है। 1984 में जेनिफर का कैंसर के कारण निधन हो गया था और दिसंबर 2017 में शशि कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
शशि कपूर और जेनिफर केंडल कपूर की बेटी संजना कपूर ने बॉलीवुड में ‘36 चौरंगी लेन’, ‘उत्सव’, ‘सलाम बॉम्बे’ और ‘हीरो हीरालाल’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया। इसके बाद संजना ने अभिनय करियर को छोड़ 1990 के दशक में थिएटर पर ध्यान देना शुरू कर दिया था। संजना ने 1993 से 2012 तक पृथ्वी थिएटर का कार्यभार संभाला था। संजना की पहली शादी अभिनेता और निर्देशक आदित्य भट्टाचार्य से हुई थी और उनसे तलाक के बाद उन्होंने बाघ संरक्षणवादी वाल्मीक थापर के साथ शादी कर ली थी। संजना और वाल्मीक का एक बेटा हमीर थापर है।
शशि कपूर और जेनिफर केंडल के सबसे बड़े बेटे कुणाल कपूर ने ‘जूनून’, ‘अहिस्ता-अहिस्ता’, ‘विजेता’, ‘उत्सव’, ‘त्रिकाल’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया था और वर्तमान में वो प्रोडक्शन हाउस ‘Adfilm-Valas’ चला रहे हैं। उन्होंने फिल्म निर्माता रमेश सिप्पी की बेटी शीना सिप्पी से शादी की थी। उनके दो बच्चे जहान कपूर और शायरा कपूर हैं। हालांकि, साल 2004 में कुणाल और शीना का तलाक हो गया था।
शशि कपूर और जेनिफर केंडल कपूर के छोटे बेटे करण ने अपनी दिवंगत मां से अपना अंग्रेजी लुक प्राप्त किया था। उन्होंने बॉम्बे डाइंग को एंडोर्स करके मॉडलिंग की दुनिया में अपना मुकाम बनाया था। उन्होंने श्याम बेनेगल की फिल्म ‘जुनून’ से अपने अभिनय की शुरुआत की थी और बाद में ‘36 चौरंगी लेन’, ‘सल्तनत’, ‘लोहा’ और ‘अफसर’ जैसी फिल्मों में नजर आए। हालांकि, कुछ समय बाद करण ने अपना अभिनय करियर छोड़ फोटोग्राफी को अपना पेशा बना लिया था। उन्होंने लोर्ना से शादी कर ली थी और लंदन में अपने बच्चों आलिया कपूर और ज़च कपूर के साथ रहते हैं।
(ये भी पढ़ें- कपूर खानदान के बेटे और उनकी बीवियां, जिनके बारे में ये दिलचस्प बातें नहीं जानते होंगे आप)
तो ये थे कपूर फैमिली के वो सदस्य, जिनसे आप शायद ही परिचित हों। वैसे, आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।