By Shivakant Shukla Last Updated:
इंडियन ब्लैकबेरी यानी 'जामुन' काले बेर के रूप में भी जाना जाता है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। ये सिर्फ खाने में ही स्वादिष्ट नहीं होता, बल्कि इसके कई सौंदर्य और स्वास्थ्य लाभ भी हैं। साथ ही, इस फल में असंख्य औषधीय गुण होते हैं, जो कई बीमारियों का इलाज कर सकते हैं। मुंहासों और काले धब्बों को ठीक करने से लेकर कब्ज तक, यह कई बीमारियों के लिए कारगर है। तो आइए बिना देरी किए जामुन के कुछ सौंदर्य और स्वास्थ्य लाभों पर एक नजर डालते हैं।
जामुन के बीज मुंहासों के इलाज के लिए सबसे अच्छा उपाय हैं। इसके लिए जामुन के कुछ सूखे बीजों को पीसकर उसमें थोड़ा सा गाय का दूध मिलाएं। इसे अच्छी तरह से मिलाकर इसका पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट को रात को सोने से पहले अपने पिंपल्स पर लगाएं। अगली सुबह इसे धो लें। याद रखें, आपके पिंपल्स का इलाज रातों-रात नहीं किया जा सकता है। परिणाम कुछ समय बाद ही दिखाई देंगे। ऐसे में, बेहतर रिजल्ट के लिए इसे नियमित रूप से करना होगा। इसके अलावा, जामुन के बीज का पाउडर, संतरे का पाउडर, बादाम के तेल की कुछ बूंदें, लाल मसूर की दाल व गुलाब जल का एक और मिश्रण तैयार कर सकते हैं। इस पेस्ट को अपने पूरे चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें। इसका भी लाभ कुछ ही दिनों में दिखाई देगा।
जामुन अपने स्वाद के कारण तैलीय त्वचा वाले लोगों के लिए भी अद्भुत काम करता है। जामुन का गुदा, जौ का आटा, आंवला का रस और गुलाब जल का उपयोग करके एक फेस मास्क तैयार करें। इस पैक को अपने चेहरे पर समान रूप से लगाएं और सूखने के बाद इसे धो लें। इसका नियमित प्रयोग आपकी तैलीय त्वचा को कंट्रोल में रखेगा।
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क्या आपने काले धब्बे और पिगमेंटेड स्किन के कारण अपने घर से बाहर निकलना कम कर दिया है? तो अब और नहीं! इस जामुन पैक पर एक नजर डालें, जो आपके बदसूरत निशानों का इलाज करेगा। इसके लिए जामुन के बीज का पाउडर, नींबू का पाउडर और बेसन मिलाएं। इस सूखे मिश्रण में बादाम के तेल और गुलाब जल की कुछ बूंदें मिलाकर इसका पेस्ट बना लें। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और इसे तब तक लगा रहने दें, जब तक यह पूरी तरह से सूख न जाए। फिर इसे ठंडे पानी से धो लें। कम से कम एक महीने तक लागातर इस फेस मास्क को चेहरे पर लगाएं, यकीनन आपको बेहतर रिजल्ट मिलेगा।
जामुन के पत्तों में जीवाणुरोधी गुण होते हैं और दांतों व मसूढ़ों की मजबूती के लिए दवा बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। वास्तव में, इसके पत्तों की राख टूथ पाउडर (मंजन) में आवश्यक तत्वों में से एक है और ये कमजोर मसूढ़ों के इलाज में प्रभावी है। जामुन के पत्तों की राख (सूखने और जलाने के बाद प्राप्त पाउडर) को बादाम के छिलके की राख के बराबर मात्रा में मिलाकर एक अच्छा मंजन बनता है। इसके नियमित प्रयोग से मसूढ़े और दांत मजबूत होते हैं। इस मंजन में थोड़ा सा पुदीना मिलाने से सांसों की दुर्गंध भी ठीक हो जाती है।
जामुन मधुमेह (डायबिटीज) रोगियों के लिए सबसे अच्छे फलों में से एक है। जामुन के बीज (सूखा या पाउडर) में जंबोलिन नामक ग्लूकोज होता है। यह यूरिन में शुगर की मात्रा को कम करने में भी मदद करता है। मधुमेह के रोगी को इस चूर्ण का 1 चम्मच दिन में दो बार (सुबह और शाम) लेना चाहिए। यह बहुत लाभकारी है।
आयुर्वेद और यूनानी दवाओं के पारंपरिक ग्रंथों में इस बैंगनी फल का विशेष जिक्र है। इसका उपयोग दस्त, पेचिश और अपच सहित पाचन विकारों के इलाज के लिए किया जाता है। अगर आपको पाचन संबंधी समस्या है, तो आप जामुन का जूस पिएं या फिर जामुन के गूदे को दही में मिलाकर पिएं, निश्चित ही लाभ होगा।
जामुन में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है। यह आपके रक्त को शुद्ध करता है, जिससे आपकी त्वचा साफ और सुंदर रहती है। साथ ही इसमें मौजूद आयरन हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है। यह फल महिलाओं के मासिक धर्म की समस्याओं को भी ठीक करने के लिए जाना जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि आयरन की मात्रा खून की कमी को पूरा करती है, जिससे महिलाएं स्वस्थ रहती हैं।
हम सभी जानते हैं कि, लाल रक्त कोशिकाएं हमारे शरीर के लिए कितनी महत्वपूर्ण हैं। जामुन में मौजूद आयरन एनीमिया से लड़ने में मदद करता है। यह शरीर की कमजोरी और थकान से भी राहत दिलाता है।
यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि, उसकी इम्यूनिटी दिन-ब-दिन कम होती जा रही है। क्या आपको बार-बार सर्दी-खांसी होती है? क्या आपको अक्सर हल्का या तेज बुखार रहता है? क्या आपको अक्सर टॉन्सिलिटिस के लिए डॉक्टर को दिखाना पड़ता है? फिर बस थोड़ा जामुन का गूदा लें, उसमें शहद व आंवला मिलाएं और इस पेस्ट को खाएं या पानी के साथ पिएं। इन सभी रोगों में जामुन बहुत लाभकारी है।
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जी हां! अगर आप अपने लिए स्वस्थ दिल चाहते हैं, तो जामुन सबसे अच्छा फल है। जामुन पोटैशियम से भरपूर होने के कारण हाई ब्लडप्रेशर, स्ट्रोक, हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय संबंधी बीमारियों के इलाज में बहुत फायदेमंद है।
जामुन आपकी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मुंहासों के इलाज से लेकर ब्लैकहेड्स हटाने तक, जामुन आपको स्वस्थ और चमकदार त्वचा की गारंटी देता है। इस तरह से बनाएं जामुन का फेस पैक...
250 ग्राम जामुन
1 बड़ा चम्मच शहद
आंवला
जामुन के बीज लें और उन्हें एक दिन के लिए धूप में सूखने के लिए छोड़ दें।
जामुन के बीजों को पीसकर उसका पाउडर बना लें।
पाउडर में 1 चम्मच शहद और थोडा़ सा मसला हुआ आंवला मिलाएं। इसे अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट बना लें।
पेस्ट को अपनी त्वचा पर लगाएं। अच्छी तरह सूखने के बाद इसे पानी से धो लें।
हर मधुमेह रोगी के लिए जामुन को यूज करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि, मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है। इसे शरीर से पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सकता है। जामुन के बीज का चूर्ण दिन में तीन बार एक-एक ग्राम लेने से हाई शुगर के लेवल को कम किया जा सकता है। जामुन के नियमित सेवन से खूनी बवासीर भी ठीक हो जाता है।
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जी हां, प्रेग्नेंसी के दौरान जामुन खाना बिल्कुल सुरक्षित है। एंटीऑक्सीडेंट, पोटैशियम, विटामिन सी और अन्य खनिजों की प्रचुरता भ्रूण के विकास में सहायता करती है। जैसा कि, ऊपर बताया गया है, क्योंकि जामुन मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है। गर्भावस्था के दौरान यह जादुई फल मधुमेह से लड़ने में भी मदद करता है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, जामुन 'विटामिन ए' से भरपूर होता है, जो आपके बच्चे की आंखों की रोशनी के लिए बेहद जरूरी है।
तो, यहां हमने आपको जामुन के स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ के बारे में विस्तार से बताया है। डायबिटीज से लेकर दिल को स्वस्थ बनाने तक, इम्यूनिटी में सुधार से लेकर चेहरे पर मुंहासों के इलाज तक, जामुन एक चमत्कारिक फल है। तो, चाहे आप इसे खाएं या इसे लगाएं, इस सुपरफ्रूट के बहुत सारे लाभ हैं। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।