कौन हैं Shiv Nadar? गैरेज में की थी HCL स्थापना, हर दिन दान करते हैं 5.6 करोड़ रुपए, जानें नेटवर्थ

टेक इंडस्ट्री के दिग्गज शिव नादर भारत के सबसे अमीर और परोपकारी व्यक्तियों में से एक हैं। आइए आपको उनकी संघर्ष भरी कहानी के बारे में बताते हैं।

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By Shivakant Shukla Last Updated:

कौन हैं Shiv Nadar? गैरेज में की थी HCL स्थापना, हर दिन दान करते हैं 5.6 करोड़ रुपए, जानें नेटवर्थ

शिव नादर (Shiv Nadar) आईटी क्षेत्र के दिग्गजों में से एक हैं और 'एचसीएल टेक्नोलॉजी' के संस्थापक हैं, जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में आईटी इंडस्ट्री की सूरत बदल दी है। उन्होंने 1976 में एचसीएल की स्थापना की और चेयरमैन के पद से हटने से पहले चार दशकों से अधिक समय तक कंपनी का नेतृत्व किया। आईटी क्षेत्र में अपना नाम बनाने के बाद शिव नादर शिक्षा विभाग में चले गए और शिव नादर फाउंडेशन की स्थापना की।

अरबपति बिजनेसमैन की शादी किरण शिव नादर से हुई है, जो एक इंडियन आर्ट कलेक्टर और परोपकारी हैं। कपल को एक बेटी है, जिसका नाम उन्होंने रोशनी नादर रखा है। वह शिव नादर और किरण शिव नादर की इकलौती संतान हैं। एक टेक्नोलॉजी दिग्गज होने के अलावा शिव नादर को उनके परोपकारी कार्यों के लिए भी जाना जाता है। आइए यहां हम आपको शिव नादर की पर्सनल लाइफ के बारे में विस्तार से बताते हैं।

कौन हैं शिव नादर?

Who Is Shiv Nadar

तमिलनाडु के मूलाईपोझी में 1945 में जन्मे शिव नादर का पालन-पोषण एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने एलंगो कॉरपोरेशन हायर सेकेंडरी स्कूल और कुंभकोणम के टाउन हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई की। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की डिग्री के लिए कोयंबटूर में PSG कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में दाखिला लेने से पहले शिव ने मदुरै में अमेरिकन कॉलेज में पढ़ाई की।

शिव नादर नहीं बोल पाते थे अंग्रेजी

Who Is Shiv Nadar

शिव नादर ने अपनी शिक्षा तमिलनाडु में पूरी की और अपनी अधिकांश पढ़ाई तमिल में की, जिसके चलते वे 21 साल की उम्र तक अंग्रेजी में बात नहीं कर पाते थे। ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद शिव ने 1967 में वालचंद समूह की कूपर इंजीनियरिंग लिमिटेड के लिए काम करना शुरू किया।

शिव नादर ने एक गैरेज में की थी HCL की स्थापना

shiv nadar

1,87,000 रुपए के इन्वेस्टमेंट के साथ शिव नादर ने अपने दोस्तों के साथ दिल्ली में अपने गैरेज में 'हिंदुस्तान कंप्यूटर्स लिमिटेड' (जिसे अब HCL टेक्नोलॉजीज के नाम से जाना जाता है) की स्थापना की। शुरुआत में उन्होंने कैलकुलेटर और माइक्रोप्रोसेसर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया, लेकिन समय के साथ उन्होंने आईटी हार्डवेयर बिजनेस को एक आईटी फर्म में बदल दिया। 1980 के दशक में HCL ने 1 मिलियन रुपए का रेवेन्यू अर्जित किया और अपनी पहली सफलता का अनुभव किया।

जुलाई 2020 में शिव नादर ने HCL के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया और अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा ​​​​को अपना पद सौंप दिया। 2021 में उन्होंने HCL के मैनेजिंग डायरेक्टर पद से भी इस्तीफा दे दिया और वर्तमान में कंपनी के स्ट्रेटेजिक एडवाइजर हैं।

शिव नादर हैं भारत के तीसरे सबसे अमीर आदमी 

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शिव नादर एक टॉप बिजनेसमैन हैं और उन्हें दुनिया के सबसे पावरफुल लोगों में स्थान दिया गया है। हाल ही में जारी 'हुरुन लिस्ट' के अनुसार, वे भारत के तीसरे सबसे अमीर आदमी हैं। उनकी कुल संपत्ति 3.14 लाख करोड़ रुपए है। अपने सफल बिजनेस और चौंका देने वाली नेटवर्थ के अलावा शिव नादर देश के टॉप परोपकारी लोगों में से एक हैं। 2022-23 में धर्मार्थ कार्यों के लिए 2,042 करोड़ रुपए के वार्षिक दान के साथ शिव नादर ने पांच वर्षों में तीसरी बार भारत के सबसे उदार व्यक्ति के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा।

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'EdelGive Hurun India Philanthropy' लिस्ट के अनुसार, शिव प्रतिदिन 5.6 करोड़ रुपए दान करते हैं। इसके अलावा, शिव नादर ने चेन्नई में 'SSN कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग' की स्थापना की और कई शैक्षणिक संस्थानों का सपोर्ट किया है। उन्होंने 1994 में 'शिव नादर फाउंडेशन' की भी स्थापना की, जो शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में काम करता है।

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फिलहाल, एक साधारण शुरुआत से लेकर व्यापार जगत की सबसे बड़ी फर्मों में से एक बनाने तक, शिव नादर का जीवन गरीबी से अमीरी तक का आदर्श उदाहरण है। तो क्या आईटी दिग्गज आपको भी प्रेरित करते हैं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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