By Shivakant Shukla Last Updated:
दिग्गज दिवंगत अभिनेत्री मधुबाला (Madhubala) की अदाकारी, पर्सनैलिटी, खूबसूरती, शालीनता और शान-शौकत की चर्चा आज भी होती है। उन्होंने अपने अभिनय करियर में 60 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उनकी ज्यादातर फिल्में सुपरहिट रहीं। अपने खुशमिजाज चेहरे और जिंदादिल स्वभाव की वजह से वह लाखों लोगों की पसंदीदा अभिनेत्री बनकर उभरीं।
सिल्वर स्क्रीन की ग्लैमरस दुनिया के पीछे उनकी जिंदगी काफी दर्दनाक रही, जिसकी वजह उनकी सेहत थी। अपने कुछ फैसलों की वजह से उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की दुनिया के सबसे बुरे दिनों का सामना करना पड़ा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी कोई फैसला खुद नहीं लिया? यह जानकर आपको हैरानी हो सकती है, लेकिन यह सच है।
अभिनेत्री को फिल्म इंडस्ट्री में उनके पिता अताउल्लाह खान लेकर आए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी फिल्मों और पर्सनल लाइफ से जुड़े सारे फैसले उनके पिता ही लेते थे। मधुबाला ने कथित तौर पर अपने पिता के निर्देश पर एक फिल्म में काम करना बंद कर दिया था। यह कमाल अमरोही द्वारा निर्देशित 1949 की फिल्म 'महल' की रिलीज के ठीक बाद हुआ था। इस फिल्म में मधुबाला के साथ अशोक कुमार मुख्य भूमिका में थे। दर्शकों और आलोचकों ने इस फिल्म की खूब तारीफ की थी। इस फिल्म के हिट होने के तुरंत बाद उन्हें 1950 में रिलीज हुई फिल्म 'निराला' में मुख्य भूमिका की पेशकश की गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेकर्स ने शूटिंग और अन्य चीजों के लिए मधुबाला से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन सारे फैसले उनके पिता अताउल्लाह ने लिए। उन्होंने फिल्म के कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से पहले एक अजीब शर्त रखी। शर्त यह थी कि सेट पर किसी अजनबी को शूटिंग देखने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसका जिक्र वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार शर्मा ने अपनी किताब में किया है।
फिल्म में देव आनंद और मजहर खान ने भी अहम भूमिका निभाई थी। एक दिन मजहर खान ने शूटिंग देखने के लिए कुछ मेहमानों को बुलाया। जब मेहमान सेट पर पहुंचे, तो मधुबाला के पिता भड़क गए। उन्होंने तब निर्देशक देवेंद्र मुखर्जी को शर्त के बारे में बताया। बताया जाता है कि मजहर खान को शर्त के बारे में पता नहीं था। अताउल्लाह खान ने मेहमानों को अंदर जाने से मना कर दिया और शूटिंग रोक दी।
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इसके बाद मजहर ने अनुमति के लिए अभिनेत्री से संपर्क किया। उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह अपने पिता की शर्त के अनुसार जाएंगी। यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। जब पत्रकारों ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करने के लिए कहा, तो अताउल्लाह ने उनका अपमान किया। इसके बाद पत्रकारों ने मधुबाला का बहिष्कार करने का फैसला किया और जब तक मधुबाला व उनके पिता माफी नहीं मांग लेते, तब तक एक्ट्रेस की कोई भी तस्वीर, विज्ञापन या इंटरव्यू पब्लिश न करने का फैसला किया।
इस तरह की कुछ और घटनाओं के बाद मधुबाला को धमकियां मिलनी शुरू हो गईं। विवाद एक साल तक जारी रहा और अभिनेत्री का स्टारडम कम होने लगा। फिर, उन्होंने और उनके पिता ने मीडिया के सामने माफ़ी मांगी। उन्होंने पत्रकारों के लिए अपने बांद्रा बंगले में एक भव्य पार्टी भी आयोजित की थी।
खूबसूरत अदाकारा मधुबाला की पर्सनल लाइफ काफी दर्द भरी रही है। उनके जीवन में प्यार ने कई बार दस्तक दी, लेकिन हर बार किसी न किसी वजह से वो अपने मुकाम तक नहीं पहुंच पाया। डायरेक्टर कमल अमरोही, एक्टर प्रेमनाथ और दिलीप कुमार से लेकर सिंगर किशोर कुमार तक उनका नाम कई लोगों के साथ जुड़ा, लेकिन अंत समय में वह अकेली ही रहीं। दरअसल, मधुबाला के दिल में छेद होने से उन्हें बेहद दर्दनाक मौत का सामना करना पड़ा।
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फिलहाल, मधुबाला की लाइफ के सभी फैसले उनके पिता द्वारा लेने के बारे में आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।