नसीरुद्दीन शाह ने 15 साल बड़ी महिला से की पहली शादी तो दूसरी बार 7 साल छोटी रत्ना पर ऐसे आया दिल

नसीरुद्दीन शाह को अपने जीवन में दो बार प्यार हुआ था। पहली बार वह खुद से 15 साल बड़ी महिला और दूसरी बार खुद से 7 साल छोटी लड़की के दीवाने हो गए थे। तो चलिए उनकी लव लाइफ के बारे में हम आपको बताएं।

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By Ritu Singh Last Updated:

नसीरुद्दीन शाह ने 15 साल बड़ी महिला से की पहली शादी तो दूसरी बार 7 साल छोटी रत्ना पर ऐसे आया दिल

नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin shah) का जन्म 20 जुलाई 1950 को यूपी के बाराबंकी में हुआ था। एक्टिंग में माहिर नसीरुद्दीन ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया और उन्हें 'पद्म भूषण' और 'पद्म श्री' से भी सम्मानित किया जा चुका है। आर्ट फिल्मों के साथ उन्होंने कॉमर्शियल फिल्मों में भी खूब काम किया है। उनकी दमदार आवाज और एक्टिंग ने उन्हें सबका चहेता बना दिया है। नसीरुद्दीन ने लोगों के दिलों को छूने वाले जितने किरदार निभाए हैं, उतनी ही उनकी निजी जिंदगी भी दिलचस्प रही है। नसीरुद्दीन शाह की लव स्टोरी किसी फिल्मी कहानी की तरह है। नसीरुद्दीन ने अपनी लाइफ में दो बार प्यार किया और दोनों ही बार जबरदस्त हुआ। पहला प्यार उन्हें खुद से करीब 15 साल बड़ी महिला से प्यार हुआ था और दूसरी बार उन्होंने खुद से 7 साल छोटी लड़की से किया। नसीर की लव लाइफ में कब-कहां और कौन-कौन आया, आइए इसके बारे में आपको बताएं।

नसीर ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत एक पाकिस्तानी फिल्म से किया था। नसीर को 19 साल की उम्र में पहली बार प्यार हुआ था। वे अपनी पढ़ाई के दौरान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की मेडिकल स्टूडेंट परवीन मनारा सीकरी से मिले और उन्हें पहली ही नजर में मनारा से प्यार हो गया था। उस वक्त मनारा शादीशुदा थीं और उनका एक बच्चा भी था, लेकिन नसीर उनके प्यार में इस कदर दीवाने थे कि वह उनसे शादी की जिद कर बैठे थे। मनारा सीकरी फेमस एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी की बहन थीं। (इसे भी पढ़ें: बॉलीवुड के वो सितारे जो अपने प्राइवेट प्लेन से भरते हैं उड़ान, जानें इनके बारे में)

मनारा से शादी की बात जब नसीर के घरवालों को पता चली तो वे आगबबूला हो गए थे, क्योंकि मनारा उम्र में उनसे बहुत बड़ी थीं और शादीशुदा होने के साथ ही एक बच्चे की मां भी थीं। घर वालों ने नसीर की बात नहीं मानी। इसके बाद नसीर ने अपने घर वालों से बगावत कर दी और 1 नवंबर 1969 को मनारा से शादी कर ली। शादी के 10 महीने के भीतर ही वह बेटी हीबा के पिता भी बन गए, लेकिन ये रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चल सका और कपल ने मतभेदों के चलते अलग होने का फैसला कर लिया।

हीबा के एक साल के होते ही नसीर और मनारा ने 1982 में तलाक ले लिया। मनारा अपनी बेटी हीबा को लेकर ईरान चली गईं। वहीं, तलाक के बाद नसीर ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन ले लिया और यहां 1975 में उनकी मुलाकात अपने से 7 साल छोटी स्टूडेंट रत्ना पाठक (Ratna Pathak) से हुई। उस वक्त रत्ना एक कॉलेज स्टूडेंट थीं और नसीर ग्रेजुएशन कर रहे थे। सत्यदेव दुबे के डायरेक्शन में 'संभोग से संन्यास तक' नामक प्ले में उन्होंने पहली बार साथ काम किया था। रिहर्सल के दौरान दोनों पहली बार मिले थे। 18 मार्च 1957 को मुंबई में जन्मीं रत्ना पाठक मशहूर एक्ट्रेस दीना पाठक की बेटी और एक्ट्रेस सुप्रिया पाठक की बहन भी हैं। रत्ना से मिलने के बाद नसीर एक बार फिर से प्यार में पड़ गए। रत्ना को भी नसीर का साथ पसंद था। दोनों बेहद खुले विचारों के थे इसलिए उनकी आपस में बनने लगी। दोस्ती गहरी हुई तो ये डेट पर जाने लगे। कुछ दिनों में ही दोनों ने महसूस किया कि वे एक-दूसरे के लिए ही बने हैं। क्योंकि नसीर, मनारा से अलग तो हो गए थे, लेकिन उनका तलाक नहीं हुआ था। ऐसे में वो रत्ना से शादी नहीं कर सकते थे, इसलिए दोनों ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहने का फैसला किया था।

मनारा से 1982 में तलाक के बाद नसीर ने सादे समारोह में रत्ना से शादी की। रत्ना की मां दीना पाठक के घर में इस शादी को रजिस्टर भी कराया था। रत्ना ने नसीर से शादी करने के बाद मुस्लिम धर्म भी अपना लिया था। एक इंटरव्यू में अपनी और नसीर की मुलाकात का जिक्र करते हुए रत्ना ने बताया था कि, ''यह पहली नजर वाला प्यार नहीं था। सत्यदेव दुबे ने जब हमें मिलवाया तब, मैं उनका सही नाम तक नहीं जान पाई थी। पहले दिन हम दोस्त भी नहीं थे, दूसरे दिन हमने साथ घूमना शुरू कर दिया था।''

वहीं, नसीर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, "मैं पहली बार जब रत्ना से मिला तो उनके बोलने के तरीके से बहुत प्रभावित था। वे बहुत ही स्पष्ट तरीके से हिंदी बोल रही थीं, जो कि बॉम्बे में रहने वाले के लिए अनोखी बात थी।" (इसे भी पढ़ें: गौशाला से शुरू हुई थी सपना चौधरी की लव स्टोरी, वीर साहू पर ऐसे आया था डांसर का दिल)

अपनी शादी के बारे में बात करते हुए रत्ना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, “केवल हमारे परिवार और खास दोस्त ही शादी में मौजूद थे। हमने इसके में बारे बहुत शोर-गुल नहीं किया था, क्योंकि हम दोनों ने महसूस किया कि कुछ चीजें हैं जो बेहद व्यक्तिगत हैं, और शादी उनमें से एक है। हमें अपनी शादी में बहुत मजा आया था। मुझे लगता है कि हमारी शादी उन शादियों की तरह थी, जहां दूल्हा-दुल्हन भी मेहमानों की तरह शादी का आनंद उठाते हैं।” (इसे भी पढ़ें: अभिनेता राज कपूर का नरगिस से लेकर वैजयन्ती माला तक था रिलेशन, मगर पत्नी का नहीं छोड़ा साथ)

कपल की शादी के कुछ ही दिन हुए थे कि नसीर की पहली पत्नी का निधन हो गया और तब उनकी बेटी हीबा उनके पास ही आ गई। रत्ना ने हीबा की परवरिश एक मां की तरह ही की और इसी बीच नसीर और रत्ना के भी दो बेटे इमाद और विवान हो गए। रत्ना ने हीबा को कभी उनकी मां की कमी महसूस नहीं होने दी।

हीबा के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताते हुए एक इंटरव्यू में रत्ना ने कहा था कि, “हमारे बीच बहुत ही सौम्य सा रिश्ता था। भले ही हीबा उस वक्त बहुत छोटी थीं, लेकिन वह बहुत खुले दिल के साथ आई थीं और उस खुलेपन में बहुत अपनापन था। उसने हम सब को बहुत ही उत्साह और अपनेपन के साथ अपनाया था।”

नसीर ने एक बार अपनी बेटी हीबा की वापसी के बारे में बताते हुए कहा था कि, "मेरे लिए यह बहुत आश्चर्यजनक और अद्भुत था कि हीबा ने आते ही उनके बेटों के साथ तालमेल बैठा लिया था। वह अपने दोनों भाइयों के साथ बहुत जल्दी घुल-मिल गई थी और यही कारण है कि पूरा परिवार एक-दूसरे के करीब आ गया था।

रत्ना और नसीर गर्व से कहते हैं कि, वे उदारवादी हैं। उन्होंने अपने अपरंपरागत और खुशहाल परिवार के रास्ते में कभी किसी सामाजिक रीति-रिवाज को आड़े नहीं आने दिया। नसीर और रत्ना की जोड़ी सभी रूढ़ियों को तोड़ते हुए आगे बढ़ी और कभी सामाजिक दबाव के आगे नहीं झुकी, बल्कि अपने प्यार के दम पर दोनों एक नजीर बन गए हैं। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें जरूर बताएं और कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।

(Photo Credit: naseeruddin49)
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