By Varsha Kharkhodia Last Updated:
अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने हालिया इंटरव्यू में पिता हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) के निधन पर बात की है। यह समय उनके लिए काफी कठिन रहा था। उसी के बारे में बात करते हुए एक्टर ने बताया है कि कैसे उन्होंने इसका सामना किया था।
अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन हिंदी भाषा के मशहूर कवि व लेखक थे। उनकी लिखी कविताएं आज भी काफी पसंद की जाती हैं। वह 20वीं सदी के शुरुआती हिंदी साहित्य के नई कविता साहित्यिक आंदोलन के लेखक भी थे। साल 1976 में उन्हें हिंदी साहित्य में उनके सराहनीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित सम्मान 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया था। हालांकि, साल 2003 में लंबी बीमारी के कारण उनका निधन हो गया था।
(ये भी पढ़ें- 'पोन्नियिन सेलवन' के ट्रेलर लॉन्च पर ऐश्वर्या राय ने छुए रजनीकांत के पैर, गुरु मणिरत्नम को लगाया गले)
अमिताभ बच्चन का कहना है कि पिता की मौत ने उन्हें बहुत प्रभावित किया था। अपनी आगामी फिल्म 'गुडबाय' के ट्रेलर लॉन्च पर बिग बी ने साझा किया कि वह अपने पिता का अंतिम संस्कार करने बाद घर लौटे थे और अपने कमरे में बैठे हुए थे। वह बहुत परेशान थे। उस समय उनके एक दोस्त ने उनसे कहा उन्हें खुश होना चाहिए कि उन्होंने अपने पिता के साथ 60 साल बिता लिए, क्योंकि बिमारी के कारण वह 25 साल भी बिताने लायक नहीं थे। इस बात से बिग बी को बड़ों के महत्व का एहसास हुआ।
अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को हरिवंश राय बच्चन और सामाजिक कार्यकर्ता तेजी बच्चन के घर हुआ था। अमिताभ बच्चन ने साल 1969 में फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' के साथ अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं और आज वह बॉलीवुड के 'शहंशाह' कहलाते हैं।
अमिताभ बच्चन के वर्क फ्रंट की बात करें, तो वह अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' के रिलीज होने का इंतजार कर रहे हैं। अयान मुखर्जी की इस फिल्म में आलिया भट्ट, रणबीर कपूर और मौनी रॉय प्रमुख भूमिकाओं में हैं। ये फिल्म 9 सितंबर 2022 को बड़े पर्दे पर दस्तक देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
(ये भी पढ़ें- टीना अंबानी ने बेटे जय अंशुल के 27वें बर्थडे पर शेयर कीं अनदेखी तस्वीरें, लिखा प्यारा नोट)
फिलहाल, अमिताभ बच्चन के इस खुलासे पर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।