इस आर्टिकल में हम आपको बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राज कपूर की लव लाइफ से जुड़े कुछ अनसुने किस्सों से रूबरू कराएंगे।
हिन्दी सिनेमा का वह चेहरा जिससे शायद ही कोई अंजान होगा या नहीं पहचानता होगा। अपने समय के इस बेहतरीन एक्टर ने अपनी एक्टिंग का लोहा पूरे इंडस्ट्री में मनवा रखा था। इस एक्टर ने हर सदी के लोगों का दिल जीता है, इनको लगभग हर कलाकार अपना आदर्श और पसंदीदा अभिनेता बताते हैं। यह एक्टर जिसके बारे में हम बात कर रहे हैं, कोई और नहीं बल्कि राज कपूर साहब (Raj Kapoor) हैं। इस बात को कहने में हमें कोई भी गुरेज़ नहीं है कि इस दुनिया के कोने-कोने में राज कपूर जी के फैन्स की कमी नहीं है। मात्र 24 साल की उम्र में राज कपूर ने अपने पांव हिन्दी सिनेमा में पसारने लगे थे और राज कपूर का नाम उस समय सभी के लिये पहली पसंद बन चुका था। राज कपूर ने कई फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों को अपने काम से प्रभावित किया है।
राज कपूर की फिल्म निर्माता के रूप में बहुत बातें की जाती हैं, लेकिन इनके लव अफेयर्स को लेकर कोई ज्यादा चर्चा नहीं होती। राज कपूर शादीशुदा थे, इन्होंने कृष्णा मल्होत्रा से शादी की थी, जो रिश्ते में इनकी कजिन लगती थीं। दरअसल, कृष्णा के पिता राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर के मामा थे। राज कपूर का एक लड़की से सम्बन्ध होने के बावजूद भी उनका उस समय की कई नामचीन अभिनेत्रियों के साथ संबंध था। तो आईए आज राज कपूर की लव लाइफ से जुड़े कुछ अनसुने तथ्यों से पर्दा उठाते हैं।
बॉलीवुड इंडस्ट्री को एक नई दिशा देने के लिए जाने व पहचाने जाने वाले एक्टर राज कपूर का जन्म 14 दिसम्बर 1924 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। इनके जन्म के वक़्त पिता पृथ्वीराज कपूर भी थियेटर व नाटक से जुड़े हुए थे, जो आगे चलकर बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में अपना नाम शुमार कर गए। पिता के नाटक से जुड़े होने के कारण घर में हमेशा अभिनय का माहौल रहता था। इसी वजह से राज कपूर का भी रुझान एक्टिंग की तरफ बढ़ गया था और उन्होंने मात्र 11 वर्ष की उम्र में फिल्म ‘इंकलाब’ में अभिनय कर ये साबित किया था कि वो एक बेहतर एक्टर बन सकते हैं। इसके बाद वो उस समय के प्रसिद्ध निर्देशक केदार शर्मा के लिए क्लैपर ब्वाॅय का काम करने लगे थे। मगर इनके पिता पृथ्वीराज कपूर को विश्वास नहीं था कि राज कपूर कुछ अच्छा कर पांएगे, लेकिन राज कपूर के अंदर छुपे एक्टर को निर्देशक केदार शर्मा ने परख लिया था और इसी वजह से उन्होंने राज कपूर को सन् 1947 में अपनी फिल्म 'नीलकमल' में बतौर लीड एक्टर कास्ट कर लिया था।
मात्र एक फिल्म करने के बाद ही 24 वर्षीय एक्टर राजकपूर को डायरेक्टर बनने का शौक लग गया और उन्होंने फिल्म ‘आग’ का निर्माण कर दिया था। फिल्म ‘आग’ के बाद उन्होंने 1949 में ‘बरसात’ फिल्म बनाई थी, इस फिल्म में वो अभिनेता के साथ ही निर्माता-निर्देशक के रूप में खुद को पेश किया था। इस फिल्म में लगभग पूरी टीम ही नई थी। इसमें संगीतकार शंकर-जयकिशन और गीतकार हसरत जयपुरी और शैलेन्द्र दोनों नये थे। राज कपूर के बारे में एक बात थी, जो सबको उनका मुरीद कर देती थी, 'वो अपनी हर फिल्म में एक ही टीम रखते थे', जो पहले की फिल्मों में काम कर चुकी होती थी। राज कपूर ने सिर्फ अपने बेटे ऋषि कपूर के लिए बनाई गयी फिल्म ‘बाबी’ में शंकर-जयकिशन को न लेकर संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को लिया था। 'मेरा नाम जोकर' स्टार अपनी हर फिल्म में गायक के तौर पर 'मुकेश' को ही चुनते थे। राज कपूर ने 1948 से 1988 के बीच अपने होम प्रोडक्शन आर.के. फिल्म्स के बैनर तले कई फिल्में बनाई थीं, जिसमें नरगिस के साथ उनकी जोड़ी पर्दे की सफलतम जोड़ियों में से एक थी। इन सालों में राज कपूर ने अभिनेता-निर्माता-निर्देशक के रूप में दर्शकों के मनोरंजन का काम करते रहे थे।
अभिनेता राज कपूर की शादी कृष्णा मल्होत्रा से हुई थी। ये शादी उस 1946 में हुई थी और उस वक़्त राज मात्र 22 वर्षीय थे। इसके बावजूद फिल्म इंडस्ट्री में लोग उन्हें अच्छी तरह से जानते थे। राज कपूर से शादी के बाद मल्होत्रा से कपूर बनीं कृष्णा कपूर के पांच बच्चे हुए, जिनमें से तीन बेटे (रणधीर कपूर, ऋषि कपूर और राजीव कपूर) थे व दो बेटियां (रितु नंदा कपूर और रीमा कपूर) थीं। राज कपूर का कृष्णा के लिये जो प्यार था, उसको ऋषि कपूर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में कुछ इस तरह लिखा है। (इसे भी पढ़ें: सबा अली खान ने शेयर की भांजी इनाया नौमी खेमू की क्यूट फोटो, लिखा ‘मेरी तरह हैं आर्टिस्ट’)
"इस बात का कोई मतलब नहीं है कि पापा के बारे में क्या लिखा गया या क्या बोला गया, क्योंकि मतलब की बात तो यह थी कि पापा मम्मी से बहुत प्यार करते थे और सच्चाई भी यही है कि पापा ने पूरी जिन्दगी सिर्फ मम्मी से ही प्यार किया। पापा ने मम्मी के लिये कभी अपने प्यार का दिखावा नहीं किया, लेकिन उनके अंदर मम्मी के लिये बहुत प्यार था। वह भले ही पापा की जिन्दगी का बड़ा हिस्सा नहीं थीं, लेकिन पापा ने जो कुछ भी किया, आखिर में वो लौट कर घर ही आये। उनके अंदर मम्मी के लिये असीम प्यार था। पापा अक्सर मजाक करते हुए कहते रहते थे कि 'राज कपूर का क्या हाल बना दिया है। मेरी बीवी मुझे पैर दबाने के लिये लगा रही है। घर की मुर्गी दाल बराबर।' पापा को न्यू ईयर मनाने का बहुत शौक रहता था, क्योंकि उसी दिन मम्मी का बर्थडे भी होता था।"
फिल्म 'आवारा' और 'श्री 420' हिन्दी सिनेमा की आज तक की सबसे अदभुत फिल्में मानी जाती हैंं। दोनों ही फिल्में राज कपूर और हिन्दी सिनेमा के इतिहास की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस नरगिस ने की थी। दोनों ने अपने करियर की कुल 16 फिल्में साथ में की थी। दोनों के लव अफेयर के चर्चे अखबारों की सुर्खियां बने हुए थे, लेकिन दोनों ने कभी भी अपने रिश्ते को ऑफिशियल नहीं किया था। हालांकि, राज कपूर शादीशुदा थे और इसलिए वह अपनी बीवी को किसी दूसरी औरत के लिये छोड़ना नहीं चाहते थे। (ये भी पढ़ें: सलमान खान के जीजा आयुष शर्मा कर रहे हैं अपने बच्चों को याद, शेयर की आहिल व आयत की क्यूट फोटो)
ऋषि कपूर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा है कि "बदकिस्मती से वह आदमी भी मेरी मां के अलावा किसी और के साथ प्यार में था। वह लड़की उस समय की काफी चर्चित और सफल एक्ट्रेस थीं। जो 'बरसात'(1948), 'आग'(1949) और 'आवारा'(1951) जैसी फिल्में कर चुकी थीं। बाद में राज कपूर और नरगिस के रास्ते अलग-अलग हो गये थे और नरगिस ने सुनील दत्त से शादी कर ली थी।
1960 के दशक में राज कपूर का अपने समय की मशहूर अदाकारा वैजयन्ती माला के साथ रिलेशन काफी विवादित मुद्दा था। कृष्णा के साथ शादी के लगभग 20 साल पूरे होने के बाद भी राज कपूर का संबंध वैजयन्ती माला के साथ हुआ था। इस मुद्दे पर ऋषि कपूर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा है- "मुझे याद है जब मैं मरीन ड्राइव के पास स्थित नटराज होटल में मम्मी के साथ गया था और उस समय पापा वैजयन्ती माला के साथ रिलेशनशिप में थे। होटल से हमें दो महीने के लिये चित्रकूट के एक अपार्टमेंट में शिफ्ट कर दिया गया था। मेरे पापा ने वह अपार्टमेंट मेरे और मम्मी के लिये खरीदा था। उन्होंने वह सब कुछ किया जिससे कि वह अपनी गलतियों को भर सकें, लेकिन मम्मी ने उन्हें तब तक माफ नहीं किया, जब तक उन्होंने अपनी जिन्दगी के उस चैप्टर को पूरी तरह बन्द नहीं कर दिया।"
कई रिपोर्ट्स के अनुसार राज कपूर एक्ट्रेस ज़ीनत अमान का उनके काम के प्रति समर्पण देख कर उनसे काफी इम्प्रेस्स हो गये थे। जब राज कपूर अपनी बहुचर्चित फिल्म 'सत्यम शिवम सुन्दरम' की शूटिंग कर रहे थे, तभी उनके और ज़ीनत के प्यार की अफवाहें चारों तरफ फैलने लग गई थीं। मगर बाद में यह खबरें अपने आप बन्द हो गई थीं, जब ज़ीनत अमान ने निर्देशक और फिल्म निर्माता मज़हर खां से शादी कर ली थीं। (ये भी पढ़ें: राज कपूर बर्थडे: कपूर सिस्टर्स ने इस अंदाज में दादाजी को किया याद, नीतू को खली ससुर व पति की कमी)
तो ये वो अभिनेत्रियां थीं, जिनका राज कपूर की जिन्दगी से सम्बन्ध था। इस फिल्म इंडस्ट्री में चाहे कोई एक्टर कितना ही महान ना बन जाये, उसका अपनी को-एक्ट्रेस के साथ सम्बन्ध जरुर रहता है। मगर इतनी हसीनाओं से सम्बन्ध होने के बाद भी राज कपूर का अपनी पत्नी कृष्णा के लिये जो प्यार और सम्मान था, वह काफी सराहनीय और प्रेरणादायक है। तो आपको इस अभिनेता की लव लाइफ कैसी लगी? कमेंट करके हमें जरूर बताएं और यदि कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।