म्यूजिकल शो, 'नाम रह जाएगा' के आगामी एपिसोड में हृदयनाथ मंगेशकर ने अपनी दिवंगत बहन व सिंगर लता मंगेशकर के बारे में खुलासा किया कि, वह भारत रत्न जीतने के बाद खुश क्यों नहीं थीं।
दिवंगत महान गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) अब तक की सबसे महान सिंगर्स में से एक हैं और उन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। 36 विभिन्न भाषाओं में गाने रिकॉर्ड करने से लेकर 1989 में प्रतिष्ठित 'दादासाहेब फाल्के पुरस्कार' सहित कई पुरस्कार जीतने तक, लता मंगेशकर रॉयल अल्बर्ट हॉल लंदन में प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय थीं। हालांकि, दुर्भाग्य से 6 फरवरी 2022 को उनका निधन हो गया था।
6 फरवरी 2022 को लता मंगेशकर के निधन के बाद मुंबई के शिवाजी पार्क में पूरे राजकीय सम्मान के साथ महान गायिका का अंतिम संस्कार किया गया। प्रसिद्ध हस्तियों, राजनेताओं और बिजनेसमैन से लेकर देश के जाने-माने लोगों तक, हर कोई उनको अंतिम विदाई देने के लिए मौजूद था, जिन्होंने अपने गायन से भारतीय संगीत इंडस्ट्री में सब कुछ बदल दिया था।
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'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के अनुसार, म्यूजिकल रियलिटी शो 'नाम रह जाएगा' के फिनाले एपिसोड में हृदयनाथ मंगेशकर और उनकी बहन उषा मंगेशकर ने शो की शोभा बढ़ाई। भाई-बहन की जोड़ी ने अपनी दिवंगत बहन लता मंगेशकर के बारे में कई बातें साझा कीं। जब हृदयनाथ मंगेशकर को अपनी दिवंगत बहन और प्रतिष्ठित गायिका के साथ अपने बंधन के बारे में बताने के लिए कहा गया, तो भाई हृदयनाथ ने साझा किया कि, वह उनके बेहद करीब थीं। हृदयनाथ ने यह भी साझा किया कि, जब उनकी बहन ने 'भारत रत्न' जीता था, तो वह इससे खुश नहीं थीं। इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा, "वह हमेशा चाहती थीं कि, मैं एक पुरस्कार जीतूं, वह उनका सपना था। जब उन्होंने 'भारत रत्न' जीता, तो उन्होंने इसे सेलिब्रेट नहीं किया, लेकिन जब मुझे 'पद्म श्री' मिला, तो उन्होंने इसे एक उत्सव की तरह मनाया।"
उषा मंगेशकर ने भी अपनी दिवंगत बहन और गायिका लता मंगेशकर के बारे में बातें कीं। उषा ने कहा कि, लता हर किसी की राय का सम्मान करती थीं, लेकिन बहन मीना मंगेशकर की प्रतिक्रिया ही उनके लिए सबसे ज्यादा मायने रखती थी। लता अपनी बहन के साथ जो सुंदर बंधन साझा करती थीं, उस पर विचार करते हुए उषा ने कहा, "मीना-ताई रिकॉर्डिंग के दौरान हमेशा लता-दीदी के साथ रहती थीं। स्टूडियो में रिकॉर्डिंग के बाद, लता-दी मीना-ताई से गाने पर उनके विचार पूछती थीं। वह मीना के सहमति बाद ही गाने के लिए आगे बढ़ती थीं। उन्होंने उन पर बहुत भरोसा किया।"
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म्यूजिकल शो के पहले के एपिसोड में प्रतिष्ठित गायिका आशा भोंसले भी शामिल हुई थीं। शो में अपनी उपस्थिति के दौरान आशा ने अपनी बहन की मृत्यु से अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बात की थी। उसी पर विचार करते हुए आशा ने स्वीकार किया था कि, उन्हें इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा था कि, उनकी बहन अब उनके साथ नहीं हैं। उनकी प्रशंसा करते हुए आशा ने उस समय को याद किया था, जब लता मंगेशकर उनके पूरे परिवार की देखभाल करती थीं।
पुराने दिनों को याद करते हुए आशा भोंसले ने कहा था, "दीदी 80 रुपये कमाती थीं और हम उस पैसे से अपना घर चलाते थे। हम 5 लोग थे और हमारे कई रिश्तेदार होते थे, जो हमसे मिलने आते थे। दीदी ने कभी किसी को ना नहीं कहा, वह बांटने में विश्वास करती थीं। कई बार हम 2 आने के कुरमुरा (फूला हुआ चावल) खरीदते थे और चाय के साथ खाते थे। हमें कोई शिकायत नहीं थी, वो बहुत अच्छे पल थे। विश्वास नहीं कर सकती कि, वह चली गई हैं। मुझे अभी भी लगता है कि, वह मुझे मिल जाएंगी, किसी भी समय कॉल करेंगी।"
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फिलहाल, जिस तरह से मंगेशकर भाई-बहन एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, हमें उससे प्यार है। तो आपका इस बारे में क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।