आइए आज हम आपको शबाना आजमी के एक थ्रोबैक इंटरव्यू के बारे में बताते हैं, जिसमें उन्होंने अपने पिता कैफ़ी आजमी के बारे में बात की थी।
हिंदी सिनेमा में उर्दू साहित्य लाने का क्रेडिट लेजेंड्री उर्दू कवि कैफ़ी आजमी (Kaifi Azmi) को दिया जाता है। उन्होंने ही सिनेमा में गानों, डायलॉग्स और कहानियों के जरिए उर्दू साहित्य को पॉपुलैरिटी दिलाई थी। कैफी आजमी की शादी फेमस फिल्म और थिएटर आर्टिस्ट शौकत आजमी से हुई थी। कपल की बेटी शबाना आजमी (Shabana Azmi) की गिनती 70 और 80 के दशक की पॉपुलर एक्ट्रेस में की जाती है।
शबाना आजमी अक्सर अपने लेजेंड्री पेरेंट्स कैफ़ी आजमी और शौकत आजमी को याद करती नजर आती हैं और कई इंटरव्यूज व टॉक शोज में उनके बारे में बातें कर चुकी हैं। हाल ही में, हमें एक्ट्रेस का एक थ्रोबैक इंटरव्यू मिला है, जिसमें शबाना ने अपने पिता के संग अपनी रिलेशनशिप के बारे में बात की थी। (ये भी पढ़ें: दीपिका कक्कड़ से प्रिंस नरूला तक इन 8 सितारों ने अपने पार्टनर्स के लिए बनवाया है टैटू, देखें फोटोज)
दरअसल, ‘फिल्मफेयर’ को दिए गए एक इंटरव्यू में शबाना ने अपने पिता व महान उर्दू कवि कैफ़ी आजमी के बारे में बात की थी और बताया था कि कैसे बचपन में उन्हें लगता था कि उनके पिता कुछ काम नहीं करते हैं। शबाना आजमी के शब्दों में बताएं, तो एक्ट्रेस ने कहा था, “जब मैं बच्ची थी, तो मुझे ऐसा लगता था कि मेरे पिता के पास कोई काम नहीं है। वो कभी ऑफिस नहीं जाते थे, हमेशा कुर्ता-पायजामा में रहते थे, वो बाकी लड़कियों के डैडीज की तरह कोई भी चीजें नहीं करते थे। तो जब तक मैं 9 साल की थी, तब तक मैं अपने दोस्तों से झूठ बोला करती थी और कहती थी कि मेरे पिता किसी तरह का एक बिजनेस करते हैं और वो वास्तव में क्या करते हैं ये बताने में बहुत अजीब महसूस करती थी।”
एक्ट्रेस ने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा था, “मैं उन्हें कैसे बता सकती थी कि वो कवि हैं, जब उस समय पर मेरे लिए ‘कवि’ का मतलब होता था कि वो व्यक्ति जो कोई काम नहीं करता है।” शबाना ने ये भी बताया था कि, “उसके बाद मेरे पिता फिल्मों के लिए लिरिक्स लिखने लगे और उनकी फोटोज पेपर में आने लगीं। मेरे सारे दोस्त एक्साइटेड होकर मेरे पास आए और बोले, ‘हाय तुम्हारे पिता एक फिल्म गीतकार हैं। उनकी फोटो न्यूजपेपर में आई है।” और फिर मैंने उनकी बात का जवाब देते हुए कहा, ‘हां, क्या तुम्हें नहीं पता था कि वो कवि और गीतकार हैं?’ और इस बात को मैंने अपने फायदे में तब्दील कर दिया, जो मुझे उससे पहले नुकसान लगता था।” (ये भी पढ़ें: वकालत छोड़कर एक्टर बने थे फारुख शेख, जानें इनकी निजी जिंदगी के बारे में)
शबाना ने आगे कहा था, “पहली बार जब मैंने उनके लेखन को वास्तव में तब जाना, जब उन्होंने ‘कागज़ के फूल’ के लिए ‘वक़्त ने किया’ गाना लिखा था। अबरार अल्वी स्क्रिप्ट सुना रहे थे और मेरे भाई, बाबा और मेरे साथ पूरी फैमिली वहां बैठी हुई थी। उस मीटिंग से ही ये गाना सामने आया था। मेरे पास गुरु दत्त की मेरे पापा को कुछ समझाते हुए कोई मेमोरी नहीं है। उनका काम, उनकी फिल्म लिरिक्स फैमिली के साथ शेयर नहीं की गई थीं।”
अब आइए एक छोटी नजर शबाना आजमी के इंस्टाग्राम हैंडल पर अपने पिता कैफ़ी आजमी के साथ शेयर की गईं कुछ आइकॉनिक फोटोज पर डाल लेते हैं। हमें पिता-बेटी की जोड़ी की एक क्यूट तस्वीर मिली है, जहां पर शबाना अपने अब्बा के गले लगते हुए नजर आ रही हैं। इस ब्यूटीफुल तस्वीर के साथ एक्ट्रेस ने कैप्शन में लिखा था, "#BaapBetiJodi जब मैंने अपने पिता से पूछा था कि क्या वो मेरे एक्टर बनने के फैसले को सपोर्ट करेंगे, तब उन्होंने कहा था “तुम जो भी काम करोगी मैं तुम्हें उन सब में सपोर्ट करूंगा। अगर तुम्हें मोची बनना है, तो भी मैं तुम्हें सपोर्ट करूंगा, लेकिन तुम्हें खुद से ये कहना होगा कि तुम इस बिजनेस की बेस्ट मोची बनकर दिखाओगी। ये उनके सिखाए गए जिन्दगी के पाठ में से एक था।” (ये भी पढ़ें: सपना चौधरी का घर है बेहद खूबसूरत और आलीशान, देखें अंदर की तस्वीरें)
हमें शबाना आजमी के बचपन की भी एक तस्वीर मिली है, जिसमें बेबी शबाना अपने पिता की गोद में बैठी हुई हैं। इस तस्वीर के कैप्शन में एक्ट्रेस ने लिखा था, “उनकी गोद में मैं हमेशा सुरक्षित थी...अब्बा।”
फ़िलहाल, ये तो साफ है कि शबाना अपने पिता से बहुत प्यार करती हैं। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट में जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।