एक इंटरव्यू में सुष्मिता सेन ने खुलासा किया है कि कैसे वह महज 24 साल की उम्र में गोद लेने के लिए 'तैयार' हो गई थीं। हालांकि, उनकी मां उनके इस फैसले के खिलाफ थीं, बल्कि पिता ने उन्हें सपोर्ट किया था।
एक्ट्रेस सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) को 1994 में 'मिस यूनिवर्स' का ताज पहनाया गया था, जब वह केवल 19 साल की थीं। इसके बाद, उन्होंने अपना एक्टिंग करियर शुरू किया और अपने समय की मोस्ट टैलेंटेड एक्ट्रेसेस में से एक बन गईं। महज 24 साल की उम्र में उन्होंने अपनी बड़ी बेटी रेनी को गोद लेने का साहसिक फैसला लिया। बाद में उन्होंने साल 2010 में अपनी दूसरी बेटी अलीसा का भी अपने जीवन में स्वागत किया। हालांकि, शुरुआत में उनकी मां पूरी तरह से उनके इस फैसले के खिलाफ थीं। अब अभिनेत्री ने खुलासा किया है कि कैसे वह अपने पिता की मदद से गोद ले सकी थीं।
'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' के साथ एक साक्षात्कार में 47 वर्षीय अभिनेत्री सुष्मिता ने खुलासा किया कि वह कभी नहीं चाहती थीं कि उनका कोई भी रिश्ता दायित्वों के बोझ तले टूट जाए। ऐसे में कई बार डेटिंग करने के बावजूद वह शादी जैसी किसी स्थिति तक नहीं पहुंच पाईं। हालांकि, 'मिस यूनिवर्स' ड्यूटी के दौरान उन्हें अनाथालयों का दौरा करना पड़ा, जहां वह मां होने से जुड़ी कुछ चीज़ों से परिचित हुईं। इसने सुष्मिता को गोद लेने के लिए सोचने पर मजबूर किया और 'मिस यूनिवर्स' का ताज पहनने के बाद टीनएज में ही से वह 'मां बनने के लिए' तैयार हो गईं।
अनाथालयों में विजिट करने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ''यह एक इमोशनल बॉन्ड क्रिएट कर रहा था, जहां मैं सोच रही थी कि इतना अंतर है कि कोई मां बनना चाहता है और एक बच्चा है, जिसे मां की जरूरत है। यह सरल क्यों नहीं हो सकता? इस पर मेरी वर्षों की जर्नी व बच्चों के आसपास रहने का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा और मुझे पता था कि मैं इसके लिए तैयार हूं।''
उसी बातचीत में सुष्मिता ने खुलासा किया कि वह गोद लेने के लिए 'तैयार' थीं, लेकिन उनकी मां सुभ्रा सेन इससे सहमत नहीं थीं। सुभ्रा ने उनसे कहा था कि वह खुद एक बच्ची हैं और समझ नहीं पा रही हैं कि वह इतनी कम उम्र में जिम्मेदारी कैसे उठाएंगी। हालांकि, सुष्मिता को उनके पिता शुबीर सेन से पूरा सपोर्ट मिला था।
सुष्मिता ने आगे कहा, "मेरी मां कहती थीं, 'तुम खुद एक बच्ची हो!' वह मुझ पर गुस्सा थीं, लेकिन मेरे पिता अधिक धैर्यवान थे। उन्होंने मुझसे पूछा, 'ये सब कहां से सोच रही हो?' और मैंने उनसे कहा, 'मैं इसे बहुत शिद्दत से फील कर रही हूं।' उन्होंने मुझसे कहा कि मैं इसे कुछ वर्षों में कर सकती हूं। फिर मैंने कहा कि अगर मैं शादी करती हूं और कोई (बच्चे के लिए) मना कर देता है, तो शादी टूट जाएगी, क्योंकि मुझे इसे करना है, इसलिए पहले मुझे बच्चा पैदा करने दीजिए, ताकि कोई इस पर सवाल न उठा सके।"
बातचीत के अंत में सुष्मिता ने खुलासा किया कि कैसे उनके पिता उनकी बेटियों रेनी और अलीसा के जीवन में 'फादर फिगर' बन गए। इतना ही नहीं, कानून की खातिर शुबीर ने अपनी पूरी संपत्ति भी रेनी के नाम कर दी है। सुष्मिता ने कहा, "मेरे पिता हंसे और कहा, 'मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ है, लेकिन वह बहुत आश्वस्त हैं।' यह उनके सपोर्ट के साथ था कि अदालत ने आखिरकार मुझे रेनी दे दिया। उनके बिना मैं इसे नहीं कर पाती।"
उन्होंने आगे कहा, ''भारतीय नियम बहुत विशिष्ट है, यदि पिता नहीं है, तो पिता के जैसा कोई होना चाहिए और इसके लिए आपके अपने पिता से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं है। कानून कहता है कि पिता को अपनी मंशा दिखाने के लिए अपनी संपत्ति का आधा हिस्सा बच्चे को देने पर हस्ताक्षर करना होगा। मेरे पिता ने उसके नाम पर हर चीज पर हस्ताक्षर किए। मुझे उन पर, मेरे पिता पर, भारत जैसे देश में पैदा होने पर बेहद गर्व है। उनके लिए ऐसा करना अविश्वसनीय है।"
सुष्मिता सेन की लव लाइफ: विक्रम भट्ट से रोहमन शॉल तक 10 लोगों को किया डेट, लेकिन अभी नहीं की शादी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
वर्क फ्रंट की बात करें तो सुष्मिता सेन इन दिनों फिल्म 'ताली' में नजर आ रही हैं। इसके बाद वह अपनी वेब सीरीज 'आर्या' के तीसरे सीजन में नजर आएंगी। फिलहाल, सुष्मिता के इस फैसले के बारे में आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।