शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी 1971 में रणधीर कपूर और बबीता की शादी में पहुंचे थे, जिसकी एक दुर्लभ तस्वीर हम आपको दिखा रहे हैं।
फिल्म इंडस्ट्री में कपूर परिवार का एक अलग ही रुतबा है। रणधीर कपूर (Randhir Kapoor) इसी परिवार से आते हैं। वे अभिनेता और फिल्म निर्माता राज कपूर (Raj Kapoor) और कृष्णा राज कपूर (Krishna Raj Kapoor) के सबसे बड़े बेटे हैं। साल 1955 में 'श्री 420' और 1959 में रिलीज हुई 'उस्ताद' जैसी फिल्मों में बाल कलाकार के तौर पर रणधीर कपूर ने तो काम किया ही है, साथ में उन्होंने 1968 में आई फिल्म 'झुक गया आसमान' में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया था। उन्होंने एक एक्टर और डायरेक्टर के तौर पर 1971 में आई फिल्म 'कल आज और कल' से डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनके दादा पृथ्वीराज कपूर, पिता राज कपूर और उनकी पत्नी बबीता नजर आई थीं।
फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के बावजूद पृथ्वीराज कपूर नहीं चाहते थे कि उनके घर की बहू कोई बॉलीवुड अभिनेत्री बने। जब कपूर खानदान ने बेटों का बॉलीवुड अभिनेत्रियों से शादी करने का विरोध किया, तो रणधीर कपूर अभिनेता हरी शिवदासानी की बेटी बबीता शिवदासानी के प्यार में गिरफ्तार हो गए थे। बबीता शिवदासानी के रूप में रणधीर कपूर को अपना हमराही मिल गया था। आखिरकार रणधीर कपूर ने 1971 में मुंबई में कपूर रेसिडेंस में परंपरागत पंजाबी स्टाइल वेडिंग में बबीता को अपनी अर्धांगिनी बनाने का ख्वाब पूरा कर ही लिया। दोनों ने साथ में जीने-मरने की कसमें खाईं। अपनी शादीशुदा जिंदगी को वे अब तक सफलतापूर्वक निभाते आये हैं।
रणधीर कपूर से शादी के बाद बबीता ने बिल्कुल एक बहू के रूप में कपूर परिवार में खुद को स्थापित कर लिया। बहू के तौर पर कपूर परिवार में अपने फर्ज को निभाने के लिए बबीता ने रणधीर कपूर से शादी के बाद एक्टिंग भी छोड़ दी। उन्होंने अपना करियर खत्म कर दिया। हालांकि, लगभग 15 वर्षों के बाद रणधीर और बबीता की राहें जुदा हो गईं। भले ही दोनों अलग हो गए थे, लेकिन रणधीर और बबीता ने अपने रिश्ते की कड़ी को नहीं तोड़ा। इन्होंने कभी भी तलाक के लिए अर्जी नहीं दी। फैमिली गेट टुगेदर के साथ छुट्टियों के दौरान और अलग-अलग मौकों पर भी दोनों हमेशा मिला करते हैं। इस तरह से इन्होंने एक-दूसरे के साथ रिश्ते की गर्माहट को अब भी बरकरार रखा है।
रणधीर कपूर और बबीता की दो बेटियां हैं। इनमें से एक करिश्मा कपूर और दूसरी करीना कपूर खान हैं। सबसे पहले करिश्मा कपूर ने बॉलीवुड में अपना करियर शुरू किया था। एक कामयाब एक्ट्रेस के तौर पर करिश्मा कपूर ने अपनी पहचान बना ली है। इसके बाद करीना कपूर ने भी बॉलीवुड में अपने कदम रखे और कुछ ही समय में बॉलीवुड की सुपरहिट हीरोइनों में शामिल हो गईं। अब भी करीना कपूर का जादू बॉलीवुड में चल रहा है और वे ‘बेबो’ के नाम से जानी जाती हैं। करीना कपूर ने साल 2012 में शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान के बेटे सैफ अली खान से शादी रचाई थी। सैफ अली खान ‘पटौदी के नवाब’ के नाम से भी जाने जाते हैं। एक ट्रेडिशनल निकाह सेरेमनी में दोनों हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए थे। (ये भी पढ़ें: दादी शर्मिला टैगोर से बहुत प्यार करती हैं सारा अली खान, इंटरव्यू में कहा- 'मैं खुशकिस्मत हूं...')
हमें शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान की एक बड़ी ही दुर्लभ तस्वीर मिली है, जिसमें कि दोनों रणधीर कपूर और बबीता की शादी के दौरान न्यूली वेड कपल के साथ पोज देते हुए नजर आ रहे हैं। यह एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर है। इसमें शर्मिला टैगोर और बबीता की खूबसूरती ट्रेडिशनल स्टाइल में देखते ही बन रही है। मंसूर अली खान पटौदी और रणधीर कपूर की भी पर्सनालिटी सूट और बूट अवतार में देखने लायक है। रणधीर कपूर एक बार खुद इस बात का खुलासा कर चुके हैं कि आखिर उन्होंने बबीता से तलाक क्यों नहीं लिया था। उन्होंने कहा था, "तलाक आखिर क्यों चाहिए? हमें एक-दूसरे से तलाक क्यों लेना चाहिए? दोबारा शादी करने की मेरी कोई इच्छा नहीं है। बबीता भी ऐसा नहीं करना चाहती। बबीता को लगा था कि मैं एक बहुत ही भयानक आदमी हूं, जो कि बहुत ड्रिंक करता है और घर देर से आता है। यह एक ऐसी चीज थी, जो उन्हें पसंद नहीं थी”।
रणधीर कपूर ने आगे कहा था, “दूसरी ओर मैं उस तरह से नहीं जीना चाहता था, जैसा कि बबीता चाहती थीं। भले ही हमारी लव मैरिज हुई थी, लेकिन वे मुझे उस रूप में स्वीकार नहीं कर सकती थीं, जैसा मैं हुआ करता था। इसलिए हमने अलग रहना ही बेहतर समझा”। रणधीर कपूर ने कहा था कि उनके पास दो प्यारे बच्चे थे, जिनकी उन्हें देखरेख करनी थी। बबीता जितनी अच्छी तरह से कर सकती थीं, उतनी अच्छी तरह से उन्होंने दोनों को पाल-पोस कर बड़ा किया। इस दौरान अपनी दोनों बेटियों की भी रणधीर कपूर ने खूब तारीफ की थी। उनकी बातों से यह लग रहा था कि दोनों बेटियों पर उन्हें कितना गर्व है।
रणधीर कपूर ने कहा था, “दोनों ने अपने करियर में बुलंदियों को छू लिया है। एक पिता के रूप में मैं उनसे भला और क्या चाहत रख सकता हूं”?। रणधीर कपूर से जब यह पूछा गया था कि क्या अभी भी उनके दिल में बबीता के लिए एक खास जगह है, तो इसका भी जवाब रणधीर ने बहुत ही खूबसूरती से दिया था। रणधीर कपूर ने साफ कहा था, “बबीता मेरी जिंदगी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उन्होंने मुझे दो प्यारे-प्यारे बच्चे दिए हैं। हम बड़े हो चुके लोग हैं। हमने अलग-अलग रहना ही बेहतर समझा, लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि हमलोग एक-दूसरे के दुश्मन हैं”। (ये भी पढ़ें: जब फिल्म ‘रफू चक्कर’ के सेट पर लड़की बने थे ऋषि कपूर, पत्नी नीतू को किस करते हुए वायरल हुई ये फोटो)
मंसूर अली खान पटौदी के बारे में बात करें तो वे बड़ी किस्मत लेकर पैदा हुए थे। भारतीय क्रिकेट की विरासत में मंसूर अली खान पटौदी एक बड़ा चेहरा बनकर अमर हो गए। बिल्कुल अपने पिता इफ्तिखार अली खान की तरह ही मंसूर अली खान पटौदी ने क्रिकेट के मैदान पर अपने स्ट्रोक्स और मूव्स की वजह से क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया था। वे इस तरह के शॉट्स खेला करते थे कि उन दिनों फील्ड पर कोई इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता था। मंसूर अली खान पटौदी को अपनी सपनों की रानी शर्मिला टैगोर के रूप में मिली थी। शर्मिला टैगोर अपनी वक्त की लीडिंग एक्ट्रेस होने के साथ-साथ बॉलीवुड में हर तरह की भूमिका में खुद को ढाल लेने वाली एक्ट्रेसेस में से एक थीं। ये दोनों 1969 में एक-दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंध गए थे।
मंसूर अली खान और शर्मिला टैगोर के तीन बच्चे हुए थे। सैफ अली खान का जन्म 1970 में हुआ था। इसके बाद 1976 में सबा अली खान हुईं और फिर 1978 में सोहा अली खान इस दुनिया में आई थीं। मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर की बेटी सोहा अली खान, जो कि एक्ट्रेस से अब एक लेखिका भी बन गई हैं, उन्होंने पूरे पटौदी फैमिली की एक बहुत ही दुर्लभ और इकलौती तस्वीर अपनी किताब 'द पेरिल्स आफ बीइंग मॉडरेटली फेमस' में शेयर की है, जिसमें करीना कपूर खान भी फ्रेम में नजर आ रही हैं। करीना कपूर खान से जब एक बार यह पूछा गया था कि वे ऐसी कौन-सी चीज अपने बेटे तैमूर अली खान को गिफ्ट करना चाहेंगी, जो पैसों से नहीं खरीदी जा सकती? तो इसका जो जवाब करीना ने दिया था, उसने हम सभी का दिल जीत लिया था। करीना ने कहा था कि वे तैमूर को अपने दादा और परदादा से मिलने का एक मौका देना चाहेंगी। (ये भी पढ़ें: सुरैया के साथ देव आनंद की मोहब्बत रह गई थी अधूरी, ये बात बनी थी रिश्ता खत्म होने की वजह)
क्या आपको नहीं लगता कि एक ही फिल्म में राज कपूर, रणधीर कपूर, बबीता, शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी की यह तस्वीर देखने और संजोकर रखने लायक है? अपने विचार कमेंट सेक्शन में हमें जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सुझाव हो तो हमें अवश्य दें।