हाल ही में, टीवी एक्ट्रेस रुपाली गांगुली ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने अपने बेटे रुद्रांश के जन्म के दौरान नौ घंटे तक लेबर पेन को खुशी-खुशी सहन किया था। आइए आपको बताते हैं।
टेलीविजन इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस रुपाली गांगुली (Rupali Ganguly) ने अपने सीरियल 'अनुपमा' से अपार पॉपुलैरिटी हासिल की है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत हिट सिटकॉम 'साराभाई वर्सेस साराभाई' में 'मोनिशा साराभाई' के किरदार से की थी। वहीं पर्सनल लाइफ में उन्होंने अश्विन के वर्मा से शादी की है, जो अपने करियर को पीछे छोड़कर बेटे रुद्रांश की परवरिश खुद कर रहे हैं, ताकि अपनी पत्नी के करियर को सहारा दे सकें।
'इंडिया फोरम' के साथ एक बातचीत में रुपाली गांगुली ने अपने निजी जीवन के अनसुने किस्से सुनाए और खुलासा किया कि कैसे लंबे समय तक डॉक्टरों ने उनसे कहा था कि वह कभी भी बच्चे को जन्म नहीं दे पाएंगी। इसके अलावा, अभिनेत्री को यहां तक कहा गया था कि मां बनने के लिए उन्हें आईवीएफ जैसे फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए जाना होगा। सौभाग्य से आखिरकार उन्होंने स्वाभाविक रूप से अपने बेटे रुद्रांश को जन्म दिया। उस पल के बारे में बात करते हुए रुपाली ने दावा किया कि वह हमेशा से नॉर्मल डिलीवरी चाहती थीं, ताकि मां बनने की असंभवता बताए जाने के बाद वह वास्तविक अर्थों में प्रसव पीड़ा को महसूस कर सकें।
उन्होंने कहा, ''कई वर्षों तक डॉक्टरों ने मुझसे कहा कि मैं कंसीव नहीं कर सकती और मुझे आईवीएफ या अन्य प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। हालांकि, जब मैंने नेचुरली रुद्रांश की उम्मीद की, तो मैं नॉर्मल डिलीवरी चाहती थी। ऐसा इसलिए था, क्योंकि मैं प्रसव पीड़ा का अनुभव करना चाहती थी। मेरी लेबर पेन का हर मिनट कीमती था। आप जानते हैं कि कैसे जब आपसे कहा जाता है कि आपको कुछ कभी नहीं मिलेगा, लेकिन अंत में आपको वह मिल जाता है, तो आप उसे पूरे दिल से संजोना चाहते हैं।''
उसी तर्ज पर बोलते हुए रुपाली ने तब खुलासा किया कि वह नौ घंटे के लंबे लेबर पेन में थीं, जो सुबह शुरू हुई थी। अभिनेत्री ने खुलासा किया कि शाम तक उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया था और उन्होंने कहा कि उन्होंने लेबर पेन के हर पल को संजोया है। रुपाली ने बताया कि वह शायद एक असामान्य महिला थीं, जो प्रसव के दौरान रोती भी थीं और हंसती भी थीं।
उनके शब्दों में, “सुबह करीब 11 बजे लेबर पेन शुरू होने के बाद से मैं हर पल को याद कर रही थी। मैं शाम करीब 8 बजे 'ब्रीच कैंडी अस्पताल' पहुंची। जब मुझे वहां पहली बार प्रसव पीड़ा हुई, तो मैं बहुत खुश थी, मैं आनंदित थी। पहली बार किसी ने देखा होगा कि औरत रो भी रही है और हंस भी रही है। ऐसा इसलिए था क्योंकि मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं प्रसव पीड़ा का अनुभव करूंगी, इसलिए मैं बहुत खुश थी और बहुत प्रभावित थी कि भगवान ने मुझे इस भावना का अनुभव करने का अवसर दिया है।''
जब रुपाली गांगुली को डिलीवरी के बाद बढ़े 86 किलो वजन के लिए मिले थे ताने, एक्ट्रेस ने काफी दिनों बाद दी प्रतिक्रिया। इस बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें।
इंटरव्यू के अंत में रुपाली गांगुली ने अपने जीवन के उस हैप्पी मोमेंट के बारे में बताया, जब उन्होंने अपने बच्चे रुद्रांश को दुनिया में आने के बाद पहली बार देखा था। उस पल की तुलना पहली नजर के प्यार के मामले से करते हुए प्यारी मां ने कहा, “जब रुद्रांश को पहली बार देखा, ये तो 'पहली नजर के प्यार' से भी पहले वाला प्यार था। पहली बार देखते ही प्यार हो जाना किसे कहते हैं? मेरे साथ ऐसा तब हुआ, जब मैंने पहली बार रुद्रांश को देखा।''
रुपाली गांगुली और अश्विन के वर्मा की लव स्टोरी के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें।
फिलहाल, रुपाली गांगुली के इस खुलासे के बारे में आप क्या सोचते हैं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।