साल 2000 के दशक की शुरुआत में प्रियंका चोपड़ा जोनस ने अपनी नोज सर्जरी करवाई थी, लेकिन सर्जरी उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई थी। आइए आपको बताते हैं कि प्रियंका ने इस मुश्किल सफर को आसान कैसे बनाया था।
ग्लोबल आइकन प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। अपनी आकर्षक पर्सनैलिटी, आत्मविश्वास और शानदार एक्टिंग के कारण वह दुनिया भर में फेमस हैं। प्रियंका एक फैशन डीवा होने के साथ-साथ बेबाक भी हैं, जो अपने दिल की बात कहने से कभी नहीं डरती हैं। हालांकि, बॉलीवुड में अपने शुरुआती दिनों में प्रियंका ने काफी स्ट्रगल किया था और एक्ट्रेस ने अपने करियर को काफी अच्छे से संभाला था।
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प्रियंका चोपड़ा जोनस ने 'अनफिनिश्ड' नाम से अपनी एक किताब लॉन्च की थी, जिसमें उन्होंने अपने पर्सनल से प्रोफेशनल लाइफ तक के अनुभवों को शेयर किया था। अपनी बुक के एक अध्याय में प्रियंका ने अपनी खराब नाक की सर्जरी के बारे में बात की थी और शेयर किया था कि वह इससे कैसे निपटी थीं।
एक्ट्रेस ने इस किताब में लिखा था कि उस समय उन्होंने महसूस किया था कि Polypectomy (पॉलीपेक्टॉमी) एक सुंदर प्रक्रिया की तरह थी, लेकिन दुर्भाग्य से यह योजना के अनुसार नहीं हुई थी। उन्होंने खुलासा किया था कि जब सर्जरी के बाद पट्टियां हटाई गईं, तो वह और उनकी मां मधु चोपड़ा डर गई थीं। प्रियंका ने लिखा था, "मुझे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। यह एक ऐसी समस्या है, जिसे अस्थमा से पीड़ित कोई व्यक्ति अनदेखा नहीं कर सकता है। मैंने जिन डॉक्टर से कंसल्ट किया था, उनके बारे में मुझे एक फैमिली फ्रेंड ने बताया था। नाक के आंतरिक हिस्से से बाल हटाते समय डॉक्टर को एक पॉलीप मिला, जिसमें डॉक्टर ने गलती से मेरी नाक का पुल भी काट दिया और वो गिर गया। जब पट्टियों को हटाने का समय आया, तो मां और मैं डरी हुई थी। मेरी ओरिजिनल नाक चली गई थी। मेरा चेहरा पूरी तरह से अलग हो गया था। मैं अब, मैं नहीं लग रही थी।"
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‘दोस्ताना’ फिल्म की एक्ट्रेस ने स्वीकार किया था कि सर्जरी के बाद उनका दिल टूट गया था और वह जब भी खुद को आईने में देखती थीं, तो ऐसा लगता था कि वह किसी और को देख रही हैं। हालांकि, बाद में प्रियंका ने पॉलीपेक्टॉमी के दौरान हुई गलती को ठीक करने के लिए कई तरह की सर्जरी का ऑप्शन चुना। उन्होंने खुलासा किया कि मीडिया और जनता ने उन्हें 'प्लास्टिक चोपड़ा' तक कहना शुरू कर दिया था।
हालांकि, इन वर्षों में प्रियंका ने खुद को काफी अच्छे से ग्रूम किया है। एक्ट्रेस ने अपनी चीजों को प्राइवेट रखना शुरू कर दिया है। आगे अपनी किताब में प्रियंका ने बताया है कि वह अपने चेहरे की आदी हो गई हैं और उन्होंने इस बात को मान लिया है कि उनमें कमियां जरूर हैं, लेकिन फिर भी वह वही व्यक्ति हैं।
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एक्ट्रेस ने अंत में कहा था, "मैं एक एंटरटेनर हूं। मैंने यही करने के लिए जन्म लिया है और यही मुझे करना पसंद है। मैं आपको हंसाने की पूरी कोशिश करूंगी और मैं आपको रुलाने की भी पूरी कोशिश करूंगी, लेकिन सिर्फ इसलिए कि मैं एक पब्लिक फिगर हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि मेरी लाइफ के बारे में सब कुछ पब्लिक होना चाहिए। मुझे यह चुनने का अधिकार है कि मैं क्या शेयर करती हूं और कब शेयर करती हूं, जबकि हर बार जब मैंने खुद को आईने में देखा है, तो मुझे पीछे मुड़कर देखने में कुछ साल लग गए, लेकिन मुझे इस चेहरे की आदत हो गई है। अब जब मैं आईने में देखती हूं, तो मुझे आश्चर्य नहीं होता।"
बता दें कि प्रियंका चोपड़ा जल्द ही अपनी आने वाली हिंदी फिल्म 'जी ले जरा' में नज़र आने वाली हैं। तो ये था एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा का अपनी मुश्किलों से लड़ने का बेबाक अंदाज। आप इस पर क्या सोचते हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं और हमारे लिए कोई सुझाव हो तो अवश्य साझा करें।