मिलिए पीपी रेड्डी के नाम से मशहूर पामीरेड्डी पिची रेड्डी से, जो 'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' (MEIL) के संस्थापक हैं। यहां हम आपको उनकी प्रेरणादायक जर्नी के बारे में बता रहे हैं।
'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' (MEIL) भारत की तीसरी मोस्ट वैल्यूएबल अनलिस्टेड कंपनी है। इतना ही नहीं, यह देश की दूसरी सबसे बड़ी बूटस्ट्रैप्ड इकाई भी है, जो इसके रेवेन्यू के बारे में बहुत कुछ बताती है। बता दें कि MEIL 40,000 डायरेक्ट एम्प्लॉईज के साथ मेजर इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कांग्लोमरेट के रूप में काम करता है और सात मिलियन से अधिक लोग इसके साथ जुड़े हुए हैं।
'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' की स्थापना 1989 में पामीरेड्डी पिची रेड्डी (Pamireddy Pitchi Reddy) ने 'मेघा इंजीनियरिंग एंटरप्राइज' के नाम से की थी। पीपी रेड्डी की 'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' (MEIL) 20 देशों में काम करती है और इसका मुख्यालय हैदराबाद में है। इंफ्रास्ट्रक्चर फील्ड में ग्लोबल लीडर्स में से एक होने के अलावा, MEIL ने तेल और गैस, ट्रांसपोर्टेशन, टेलीकॉम, सिंचाई, बिजली, रक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है।
पामीरेड्डी पिची रेड्डी का जन्म 1957 में आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के डोकीपर्रू गांव में हुआ था। भले ही उनका जन्म एक किसान परिवार में हुआ था, लेकिन कम उम्र से ही वह अपने परिवार को एक आरामदायक जीवन प्रदान करना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने वह किया, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। पामीरेड्डी पिची रेड्डी ने 1989 में 'मेघा इंजीनियरिंग एंटरप्राइजेज' नाम से दो लोगों के साथ एक शेड के नीचे एक कंपनी शुरू की। कंपनी ने नगर पालिकाओं के लिए छोटे पाइपों का निर्माण करके अपनी यात्रा शुरू की।
ठीक दो साल बाद 1991 में पामीरेड्डी पिची रेड्डी अपने बिजनेस में अपने भतीजे पी.वी. कृष्णा रेड्डी को ले आए। अपने बिजनेस में शुरुआती सफलता हासिल करने के बाद पामीरेड्डी पिची रेड्डी की कंपनी ने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, नेचुरल गैस डिस्ट्रीब्यूशन, सड़कों और बांधों में काम करना शुरू कर दिया। 2006 में पीपी रेड्डी ने अपनी कंपनी का विस्तार करने का फैसला किया और कंपनी का नाम 'मेघा इंजीनियरिंग एंटरप्राइजेज' से बदलकर 'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' (MEIL) कर दिया।
2015 में MEIL की ब्रांच 'मेघा गैस' की स्थापना हुई और इसने कृष्णा जिले (आंध्र प्रदेश) और बेलगाम व तुमकुर (कर्नाटक) में अपनी CGD एक्टिविटीज शुरू कीं। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अपनी एक्टिविटीज की सफलता के बाद 'मेघा गैस' ने तेलंगाना के चार जिलों, खम्मम, वारंगल, नलगोंडा और रंगारेड्डी में अपना विस्तार किया।
पिछले कुछ वर्षों में पामीरेड्डी पिची रेड्डी की कंपनी 'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' ने उच्च-भुगतान वाले प्रोजेक्ट्स की एक सीरीज पर काम किया है। हालांकि, अगर हम कुछ सर्वाधिक मान्यता प्राप्त प्रोजेक्ट्स के बारे में बात करें, जिन्होंने मेघा इंजीनियरिंग को दुनिया भर में अपार पहचान दिलाई, तो उनमें तेलंगाना में कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई योजना, आंध्र प्रदेश में पोलावरम परियोजना, ज़ोजिला टनल प्रोजेक्ट और मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में बुलेट ट्रेन स्टेशन का निर्माण शामिल हैं।
35 वर्षों की अवधि में पामीरेड्डी पिची रेड्डी ने जिस तरह से अपनी कंपनी 'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' को एक छोटे फर्म से भारत के सबसे धनी समूहों में से एक बना दिया है, वह शब्दों से परे है। 'डीएनए' की एक रिपोर्ट के अनुसार, 22.1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मेघा इंजीनियरिंग की मार्केट वैल्यू करीब 67,500 करोड़ रुपए है।
भारी मात्रा में पैसा कमाना एक बात है, लेकिन उस पैसे को बेहतरीन तरीके से खर्च करना हर किसी के बस की बात नहीं है। हालांकि, पामीरेड्डी पिची रेड्डी की संपत्ति के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन यह उनका 'डायमंड हाउस' है, जिसे किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। पीपी रेड्डी का 'डायमंड हाउस' हैदराबाद की सबसे चर्चित चीजों में से एक है। संपत्ति का बाहरी हिस्सा एक विशाल हीरे जैसा दिखता है और इसे देखने से पीपी रेड्डी की शानदार लाइफस्टाइल के बारे में बहुत कुछ पता चलता है।
हैदराबाद बेस्ड बिजनेसमैन पामीरेड्डी पिची रेड्डी की शादी रामा रेड्डी से हुई है और उनकी दो बेटियां मेघा व मंजली हैं। दोनों बेटियां शादीशुदा हैं और अपने-अपने परिवार का नेतृत्व कर रही हैं। इस बात से हर कोई वाकिफ नहीं है कि पीपी रेड्डी उन चंद अरबपतियों में से एक हैं, जो सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव रहते हैं। MEIL के संस्थापक के इंस्टाग्राम हैंडल पर 16.9K फॉलोअर्स हैं।
अक्सर हमने पीपी रेड्डी को अपनी पत्नी रामा रेड्डी, अपनी बेटियों मेघा और मंजली और अपने दामाद के साथ तस्वीरें साझा करते देखा है। हालांकि, उन्होंने कभी भी अपने इंस्टा पोस्ट पर अपनी बेटियों और दामादों को टैग नहीं किया है, जो इस बात की पुष्टि करता है कि वे मीडिया की सुर्खियों में नहीं रहना पसंद करते हैं। जहां उनकी बेटियां और दामाद सोशल मीडिया से दूर रहते हैं, वहीं पीपी रेड्डी अपने फॉलोअर्स को अपनी शानदार लाइफस्टाइल की झलक दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते।
बता दें कि पामीरेड्डी पिची रेड्डी भारत के मोस्ट रिस्पेक्ट सेल्फ-मेड अरबपतियों में से एक हैं। वह वर्ष 2023 में टॉप वेल्थ मेकर्स में से थे। '360 वन वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023' की एक रिपोर्ट के अनुसार, उनकी संपत्ति 24,700 करोड़ रुपए है। 'डीएनए' की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीपी रेड्डी ने 2023 में 37,300 करोड़ की अनुमानित संपत्ति के साथ भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में एंट्री की थी।
मार्च 2024 में जब भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार चुनावी बांड का डिटेल्स प्रस्तुत करने के बाद 'मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड' कंपनी ने सुर्खियां बटोरीं। 'द क्विंट' की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'मेघा इंजीनियरिंग' ने अप्रैल 2019 से अक्टूबर 2023 के बीच एक राजनीतिक दल को 584 करोड़ रुपए की विशाल राशि दान की। इसी रिपोर्ट के अनुसार, MEIL से जुड़ी कंपनियों 'वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड' और 'SEPC पावर' ने उसी राजनीतिक दल को 85 करोड़ रुपए का दान दिया, जिससे MEIL ग्रुप का कुल चंदा 669 करोड़ रुपए हुआ।
जैसे ही लिस्ट पब्लिक हुई, लोगों को MEIL के बारे में पता चला, जिसके बाद लोगों ने मेघा इंजीनियरिंग और इसके संस्थापक पामीरेड्डी पिची रेड्डी के बैकग्राउंड के बारे में खोजना शुरू कर दिया। यही कारण है कि हमने एक उद्योगपति के रूप में पीपी रेड्डी की जर्नी के बारे में प्रामाणिक अंश खोजने के लिए इंटरनेट पर गहराई से खोजबीन की है। हमें उम्मीद है कि आप पीपी रेड्डी की एक किसान के बेटे से लेकर 'डायमंड हाउस' में रहने तक की जर्नी से प्रेरित होंगे।
फिलहाल, ये अविश्वसनीय है कि कैसे पामीरेड्डी पिची रेड्डी ने शून्य से शुरू करके एक ऐसी कंपनी बनाई, जिसकी मौजूदा मार्केट वैल्यू 67,500 करोड़ है? तो आपकी इस बारे में क्या राय है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।