यहां हम आपको दिग्गज दिवंगत एक्ट्रेस परवीन बाबी की लव लाइफ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें प्यार तो कई बार हुआ, लेकिन उनका अंत समय तन्हाई में बीता।
बॉलीवुड एक्ट्रेसेस न केवल अपनी फिल्मों, फैशन सेंस और लाइफस्टाइल के लिए जानी जाती हैं, बल्कि उनका निजी जीवन भी हमेशा सुर्खियों का हिस्सा रहता है। वैसे, तो मायानगरी में रिश्तों की उधेड़बुन आम है, लेकिन कई स्टार्स ऐसे भी रहे हैं कि जिनकी लव लाइफ हमेशा चर्चा का विषय रही। ऐसी ही एक अभिनेत्री रही हैं परवीन बाबी (Parveen Babi)। परवीन एक ऐसी एक्ट्रेस थीं, जिनके अफेयर्स तो कई हुए, लेकिन आखिरी समय में वह तन्हा ही रहीं।
70 के दशक की ग्लैमरस एक्ट्रेस परवीन ने अपने जमाने में उस तरह के बोल्ड किरदार निभाए, जो उनके समय से काफी आगे के थे। परवीन 'टाइम्स मैगज़ीन' के कवर पर छपने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। हालांकि, वह महेश भट्ट, अमिताभ बच्चन, कबीर बेदी और डैनी डेन्जोंगपा जैसे अपने सह-कलाकारों के साथ अपने रिश्तों को लेकर भी काफी सुर्खियों में रही थीं। हालांकि, अमिताभ ने कभी भी ऐसे संबंधों को स्वीकार नहीं किया, लेकिन अन्य तीन पुरुषों ने हमेशा उनके साथ अपने रिश्ते को स्वीकार किया था।
यह साल 1974 की बात है, जब परवीन बाबी और डैनी डेन्जोंगपा एक रिश्ते में आए थे और अक्सर उन्हें पब्लिक इवेंट्स में एक साथ देखा जाता था। दोनों बी-टाउन के अन्य दोस्तों के साथ भी पार्टी करते थे, जिनमें कबीर बेदी, उनकी पत्नी प्रोतिमा बेदी और जलाल आगा शामिल थे। परवीन और डैनी चार साल तक रोमांटिक रिलेशनशिप में थे और एक अच्छा बॉन्ड शेयर करते थे।
'फिल्मफेयर' के साथ एक पुराने इंटरव्यू में डैनी ने एक बार परवीन के साथ बिताए खूबसूरत समय के बारे में बात की थी और कहा था, "हम दो छोटे बच्चे थे और हम चार साल तक एक साथ रहे। उन दिनों यह बड़ी खबर थी। हमारे पास एक अद्भुत समय था, लेकिन बाद में हम अच्छे नोट पर अलग हो गए। हम दोस्त बने रहे।"
बाद में परवीन डैनी और अपने कॉमन फ्रेंड कबीर बेदी की तरफ आकर्षित हुईं, जो उस समय मैरिड थे। पत्रकार से लेखिका बनीं करिश्मा उपाध्याय ने परवीन के संस्मरण 'परवीन बाबी: ए लाइफ' में डैनी और परवीन के ब्रेकअप का जिक्र किया है।
उसमें लिखा है, "डैनी को अपने कानों पर विश्वास नहीं हो रहा था, इसलिए नहीं कि परवीन और वह (कबीर) एक रिश्ते में थे, बल्कि इसलिए भी कि प्रोतिमा और कबीर उनके दोस्त थे। परवीन के साथ रिश्ते का अंत ड्रामा रहित था, कोई आतिशबाजी या सोब फेस्ट नहीं थे और ऐसे ही दोनों के जीवन का एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हो गया।"
कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान अभिनेता कबीर बेदी ने 'स्टोरीज़ आई मस्ट टेल' नामक एक संस्मरण लिखा था। अपने इस संस्मरण में कबीर ने अपनी लव लाइफ और अपनी पहली पत्नी प्रोतिमा संग अपने रिश्ते को लेकर भी बहुत कुछ लिखा है।
उन्होंने लिखा है, "हमारी शादी (कबीर और प्रोतिमा की) पहले एक अच्छे विचार की तरह लग सकती थी। अंत में, इसने हमारे बीच इंटीमेसी की कमी पैदा कर दी थी। मुझे वह प्यार महसूस नहीं हुआ, जो मैं चाहता था। पुराना जादू चला गया था। मैं अकेला, खाली और निराश महसूस कर रहा था।'' परवीन के साथ रिश्ते शुरू करने पर कबीर ने क्या था, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
कबीर ने अपनी किताब में यह भी लिखा है कि परवीन ने उस खालीपन को भर दिया था। उसे इस प्रकार पढ़ा जा सकता है, ''परवीन बाबी ने उस खालीपन को भर दिया था। वह बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस थीं, जिनकी फेयर स्किन, काले-घने लंबे बाल और मंत्रमुग्ध कर देने वाली आंखें थीं। तब तक, मैं हमेशा उन्हें "डैनी डेन्जोंगपा की प्रेमिका" के रूप में सोचता था। डैनी के साथ उनका खुलेआम रहना, जींस पहनना और पब्लिकली स्मोकिंग करना, भारत में उनकी एक बोहेमियां छवि थी, लेकिन नैतिक रूप से वह एक रूढ़िवादी गुजराती लड़की थीं।"
शुरू में एक ग्रुप के होने के नाते कबीर की पहली पत्नी प्रोतिमा और परवीन अच्छी दोस्त थीं। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रोतिमा ने ही परवीन को अपने पति कबीर के साथ रिश्ते के लिए प्रेरित किया था, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि कबीर और परवीन सच में इतने करीब आ जाएंगे। परवीन, कबीर के प्यार में इस कद्र पागल हो गई थीं कि वह उनके साथ इटली भी गई थीं। बात साल 1976 की है, जब वह इटली में 'Sandokan' फिल्म की शूटिंग कर रहे थे।
हालांकि, बाद में कबीर ने फिल्म के दूसरे पार्ट 'Sandokan Rises Again' में परवीन के लिए एक रोल की व्यवस्था की, लेकिन उन्होंने उस प्रोजेक्ट को बीच में ही छोड़ दिया था। 'फिल्मफेयर' के साथ एक पुराने इंटरव्यू में कबीर ने बताया था, "पर्सनली मुझे लगा कि मैं रिजेक्ट कर दिया गया हूं। प्रोफेशनली, परवीन ने लास्ट मोमेंट में फिल्म छोड़ दी थी ... तो हां, परवीन ने मुझे छोड़ दिया और यह इस मामले की सच्चाई है।"
दूसरी ओर, कबीर ने 1977 में अपनी पहली पत्नी प्रोतिमा से तलाक ले लिया था और इसी दौरान उन्होंने परवीन से भी रिश्ता खत्म कर लिया था। कबीर ने अपने संस्मरण में यह भी खुलासा किया है कि कैसे परवीन के साथ उनके असफल रिश्ते ने उन्हें भावनात्मक और मानसिक रूप से थका दिया था।
कबीर से ब्रेकअप के बाद जब परवीन इटली से लौटीं, तभी उनकी मुलाकात महेश भट्ट से हुई थी। हालांकि, तब तक फिल्ममेकर अपनी पहली पत्नी लोरेन ब्राइट से शादी कर चुके थे और वह एक बच्चे के पिता भी थे। परवीन संग लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के दौरान महेश को एक्ट्रेस के नर्वस ब्रेकडाउन के बारे में पता चला। ऐसे में उन्हें ठीक करने में मदद करने के लिए वह उन्हें बैंगलोर ले गए थे। दोनों ढाई साल तक रिश्ते में रहे, लेकिन फिर महेश को एहसास हुआ कि वह परवीन को नहीं बचा सकते।
'फिल्मफेयर' के साथ एक इंटरव्यू में महेश भट्ट ने परवीन बाबी के साथ अपने रिश्ते के बारे में खुलकर बात की थी और बताया था कि कैसे उन्होंने परवीन को अपनी बीमारी से जूझते हुए देखा था। परवीन की बीमार हालत की एक घटना का जिक्र करते हुए महेश ने बताया था, "उन्हें कुछ डर परेशान करते थे। वह एक कमरे में तूफान की तरह थीं। कभी-कभी वह कहती थीं कि एयर कंडीशनर में एक बग है। हमें इसे तोड़कर उन्हें दिखाना था। कभी उन्हें पंखे और परफ्यूम में भी बग लगता था।''
आगे उन्होंने कहा, ''एक बार हम अपने दोस्त दार्शनिक और गाइड यूजी कृष्णमूर्ति से मिलने के बाद वापस जा रहे थे, तब उन्होंने कहा कि 'कार में बम है। मुझे इसकी टिक-टिक सुनाई दे रही है!' उन्होंने यह कहते हुए कार का दरवाजा खोल दिया कि बम फट जाएगा। मैं उन्हें पकड़ने के लिए सड़क पर भागा और लोगों को लगा कि परवीन का अपने बॉयफ्रेंड से झगड़ा हो गया है। फिर मैंने उन्हें एक टैक्सी में बिठाया और घर लाया। उन्हें यह भी डर था कि मिस्टर अमिताभ बच्चन उन्हें मारने जा रहे हैं। एक बार वह मेरे साथ महबूब स्टूडियो गईं, यह कहते हुए कि वह उनसे माफी मांगना चाहती हैं।''
उसी इंटरव्यू में महेश ने बताया था कि उनके दोस्त यूजी कृष्णमूर्ति ने परवीन की बिगड़ती हालत को कंट्रोल करने के लिए स्टारडम के प्रेशर रहित जीवन जीने का सुझाव दिया था। बाद में अक्टूबर 1979 में महेश ने बैंगलोर को छोड़ दिया था। परवीन के साथ अपनी आखिरी मुलाकात के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा था, "भले ही मैं अपनी पत्नी के पास लौट आया था, लेकिन परवीन जानती थीं कि मैं यूजी के संपर्क में था, जो फिल्मों में उनकी (परवीन) वापसी के खिलाफ थे।''
आगे बढ़ते हुए महेश ने कहा था, ''मुझे याद है कि यह वही बेडरूम था। हम रिटायर होने वाले थे। आप मुझे एक प्रदर्शक (Exhibitionist) कह सकते हैं, लेकिन हां, वह प्यार करना चाहती थीं। हम एक-दूसरे के करीब थे, जब उन्होंने कहा था, 'महेश या तो मैं या यूजी।' मैं जम गया और उन्हें घूरने लगा। उन्होंने वापस मुझे घूरा। मैंने कोई जवाब नहीं दिया।''
आखिरकार, 1980 में महेश और परवीन का रिश्ता टूट गया था। कथित तौर पर, महेश ने परवीन के साथ अपने रिश्तों पर दो फिल्में भी बनाई थीं। जिनमें से एक 'अर्थ' है, जिसमें शबाना आज़मी, कुलभूषण खरबंदा, स्मिता पाटिल ने अहम भूमिका निभाई थी। वहीं, दूसरी फिल्म 'वो लम्हें' थी, जिसमें शाइनी आहूजा और कंगना रनौत लीड रोल में थे। कथित तौर पर इन फिल्मों ने परवीन की मानसिक स्थिति पर बुरा असर डाला था, क्योंकि इनमें उनकी लाइफ से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य सामने आए थे, जिन्होंने परवीन को परेशान कर दिया था।
तीन-तीन अफेयर्स होने के बाद भी परवीन की आखिरी जिंदगी तन्हाई में गुजरी थी। अपने आखिरी दिनों में परवीन मीडिया की चकाचौंध से दूर जुहू स्थित अपने फ्लैट में अकेली रहती थीं। जब एक दिन उनके पड़ोसियों ने देखा कि कई उन्होंने गेट के बाहर रखा न्यूज पेपर और दूध नहीं उठाया है, तब सबको पता चला कि दुनिया ने खूबसूरत एक्ट्रेस परवीन को खो दिया है।
यह 23 जनवरी 2005 का दिन था, जब परवीन ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। हालांकि, उनके अंतिम संस्कार में उनके एक्स बॉयफ्रेंड डैनी डेन्जोंगपा, महेश भट्ट और कबीर बेदी तीनों शामिल हुए थे। समय-समय पर, उन्होंने परवीन को अपनी अपार सफलता का श्रेय भी दिया और अपने कई इंटरव्यूज में उनकी खूबसूरत आत्मा के बारे में भी बात की।
वैसे, ये तो सभी जानते हैं कि परवीन बाबी खूबसूरत और बेहतरीन एक्ट्रेस थीं, जिनका स्टारडम ही अलग था, लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ में हमेशा एक खलिश रही, जो कभी भर न सकी। उनकी लव स्टोरी को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि अपनी पर्सनल लाइफ में उन्होंने एक बड़ी जंग लड़ी। इस पर आप क्या कहते हैं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।