नीता अंबानी ने 'NMACC' में 'परंपरा' कार्यक्रम का शुभारंभ किया और अपने दिवंगत ससुर धीरूभाई अंबानी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इवेंट में अपने दिल छू लेने वाले भाषण में कुछ दिलचस्प किस्से भी साझा किए।
'रिलायंस फाउंडेशन' की संस्थापक और अध्यक्ष नीता अंबानी (Nita Ambani) ने गुरु-शिष्य परंपरा का जश्न मनाने के लिए 'नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र' (NMACC) में वीकेंड तक चलने वाले 'परंपरा' उत्सव का शुभारंभ किया। बिजनेसवुमेन ने खास मौके पर पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन भी किया और अपने गुरु व दिवंगत ससुर धीरूभाई अंबानी को श्रद्धांजलि दी। यह कार्यक्रम नीता अंबानी द्वारा गुरु पूर्णिमा मनाने के लिए आयोजित किया गया और इसमें कई मशहूर हस्तियां शामिल हुईं।
'परंपरा' के उद्घाटन समारोह के दौरान नीता अंबानी ने अपने गुरु और दिवंगत ससुर धीरूभाई अंबानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। दर्शकों को संबोधित करते हुए नीता अंबानी ने बताया कि कैसे गुरु अपने शिष्यों के जीवन को बदलते हैं और पीढ़ियों के लिए विरासत भी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि उनके अपने जीवन में कुछ गुरु रहे हैं, उनमें उनकी मां पूर्णिमा भी शामिल हैं।
अपने माता-पिता का सम्मान करते हुए नीता ने कहा, ''प्राचीन काल से भारत में प्रेरक गुरुओं की परंपरा देखी गई है। उन्होंने न केवल अपने शिष्यों के जीवन को बदल दिया है, बल्कि पीढ़ियों के लिए देखने और जीने के लिए विरासत भी बनाई है। मेरी अपनी जीवन यात्रा में मुझे ऐसे गुरुओं को पाने का सौभाग्य मिला है, जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया और मुझे उस व्यक्ति के रूप में आकार दिया, जो मैं आज हूं। मेरी मां का नाम पूर्णिमा है, गुरु पूर्णिमा के इस पवित्र दिन पर आइए हम सभी अपने माता-पिता को अपने पहले गुरु, शिक्षक और रोल मॉडल के रूप में सम्मान दें।''
उन्होंने बताया कि शिक्षक हमें अपनी बुद्धिमत्ता और बिना शर्त प्यार से जीवन का पाठ पढ़ाते हैं और उन्होंने अपने सबसे प्रेरणादायक गुरु, अपने दिवंगत ससुर धीरूभाई अंबानी को याद किया। प्यारी बहू ने साझा किया कि 6 जुलाई 2023 को उनके पप्पा की 21वीं बरसी मनाई जाएगी और उन्होंने कहा कि वह लाखों भारतीयों के दिलों में आज भी जीवित हैं।
प्रिय धीरूभाई अंबानी को श्रद्धांजलि देते हुए नीता ने कहा, ''वे हमारा मार्गदर्शन करते हैं और अपनी बुद्धिमत्ता व बिना शर्त प्यार से हमें जीवन का पाठ पढ़ाते हैं। आज मैं अपने सबसे प्रिय और सबसे प्रेरणादायक गुरुओं में से एक अपने ससुर श्री धीरूभाई अंबानी को स्नेह और कृतज्ञता के साथ याद कर रही हूं। 6 जुलाई को पप्पा की 21वीं बरसी होगी, वह न केवल हमारे दिलों में, बल्कि लाखों भारतीयों के दिलों में जीवित हैं। आज गहरे सम्मान और स्नेह के साथ हम पप्पा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।''
नीता अंबानी ने दिवंगत धीरूभाई अंबानी की जमकर तारीफ की और उन्हें अपने आप में एक संस्था बताया। यह बताते हुए कि उनके पप्पा एक प्यारे शिक्षक थे, नीता ने खुलासा किया कि वह हमेशा उन पर विश्वास करते थे और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करते थे। बिजनेसवुमेन ने कहा, उन्हें शाम 7ः30 बजे सवाल पूछने की धीरूभाई की दिनचर्या याद है।
उनके शब्दों में, ''पप्पा अपने आप में एक संस्था थे। वह एक आदर्श, दूरदर्शी और सर्वोत्कृष्ट बिजनेस लीडर थे, लेकिन अपने मूल में पप्पा एक प्यारे शिक्षक थे। बस उनकी उपस्थिति में रहना, उनके हर काम में उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प को देखना, जीवन में एक मास्टरक्लास था। उन्होंने हमेशा मुझ पर विश्वास किया और मुझे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। मुझे याद है हर शाम 7ः30 बजे मेरा समय पप्पा के साथ होता था। वह मेरे साथ बैठते थे और मुझसे सवाल पूछते थे। विषय कुछ भी हो सकता है।''
इसके अलावा, अपने डेली सवाल-जवाब दौर के बारे में बात करते हुए नीता अंबानी ने साझा किया कि विषय बेहद व्यापक थे और वह यह जानने के लिए अपने पति मुकेश के पास पहुंचती थीं कि पप्पा क्या पूछ सकते हैं। हालांकि, इससे उन्हें कोई मदद नहीं मिलती थी, क्योंकि धीरूभाई उनसे पूछताछ करने के लिए नए-नए विषय ढूंढ लेते थे। हालांकि शुरुआत में यह उनके लिए एक जबरदस्त अनुभव था, लेकिन अब वह इसे सीखने और प्रेरणा के रूप में देखती हैं।
धीरूभाई के साथ अपने रिश्ते को याद करते हुए उन्होंने कहा, ''यह कृषि से लेकर शेयर बाज़ार से लेकर उन दिनों अर्जेंटीना के राजनीतिक माहौल तक होता था। कई बार मैं मुकेश से यह जानने की कोशिश करती कि पप्पा अगले दिन मुझसे क्या पूछ सकते हैं, लेकिन उनसे कोई मदद नहीं मिलती थी, क्योंकि पप्पा मुझसे पूछताछ करने के लिए हमेशा नए विषय ढूंढते थे।''
उन्होंने आगे कहा, ''उस समय एक नई दुल्हन के लिए यह बहुत मुश्किल था, लेकिन अब मैं इसे सीखने और प्रेरणा के समय के रूप में देखती हूं। उन्होंने मेरे नॉलेज को व्यापक बनाया, मुझे सिखाया कि यदि आप अनुशासन और कड़ी मेहनत के साथ अपने सपनों का पीछा करते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है और उन्होंने मुझे रिश्तों का सम्मान करने व पोषण करने का मूल्य दिखाया।''
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फिलहाल, अपने गुरु स्वर्गीय ससुर धीरूभाई अंबानी के लिए नीता अंबानी के दिल छू लेने वाले भाषण के बारे में आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।